उत्तर प्रदेश में बहुजन समाज पार्टी के नेता बाबू सिंह कुशवाहा को पार्टी महासचिव पद से हटाए जाने और मुख्यमंत्री आवास व पार्टी कार्यालय जाने पर प्रतिबंध लगाए जाने संबंधी एक खबर का प्रकाशन लखनऊ व इलाहाबाद से प्रकाशित डेली न्यूज एक्टिविस्ट अखबार ने किया. राजेंद्र कुमार बाइलाइन खबर के छपने के बाद यही समाचार जी न्यूज और न्यूज24 समेत कई न्यूज चैनलों पर प्रसारित किया गया.
इसके बाद बहुजन समाज पार्टी की तरफ से खंडन जारी किया गया कि बाबू सिंह कुशवाहा से संबंधित समाचार जो प्रकाशित किया गया है और जो न्यूज चैनलों पर दिखाया जा रहा है, वह असत्य है. खंडन आने के बाद न्यूज चैनलों ने बाबू सिंह कुशवाहा से संबंधित खबर का प्रसारण रोक दिया. उधर, अगले दिन बहुजन समाज पार्टी समर्थित अखबार जनसंदेश टाइम्स में शिवशंकर गोस्वामी और अंबिका दत्त मिश्र लिखित खबरों का प्रकाशन किया गया.
इन खबरों के जरिए बाबू सिंह कुशवाहा के बसपा में होने और किसी तरह की पाबंदी न लगने की बात कही गई और मीडिया में उनसे संबंधित झूठी खबरों के प्रकाशन-प्रसारण की लानत-मलानत की गई. इस प्रवृत्ति को मीडिया की लालबुझक्कड़ी करार दिया गया. जनसंदेश टाइम्स ने बसपा के अखबार होने का धर्म निर्वाह करते हुए अपनी पार्टी के नेता का पक्ष जमकर लिया और झूठी खबर चलाने पर न्यूज चैनलों की खबर ली. नीचे हम बहुजन समाज पार्टी की प्रेस रिलीज, डीएनए में प्रकाशित खबर और जनसंदेश टाइम्स में प्रकाशित खबर दे रहे हैं. यह प्रकरण यूपी के नेताओं और मीडिया में चर्चा का विषय बना हुआ है. यहां यह बता दें कि डीएनए को सपा समर्थित अखबार माना जाता है जबकि जनसंदेश टाइम्स पर बसपा का अखबार होने का तमगा है.
बहुजन समाज पार्टी स्टेट यूनिट लखनऊ द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति
मीडिया के कुछ चैनलों द्वारा श्री बाबू सिंह कुशवाहा के सम्बन्ध में प्रसारित की जा रहीं खबरें निराधार एवं काल्पनिक- बीएसपी प्रवक्ता
श्री कुशवाहा पार्टी के सम्मानित कार्यकर्ता एवं पदाधिकारी हैं और पूर्व की भांति सभी दायित्वों का निर्वहन कर रहे हैं
लखनऊ, 17 जुलाई, 2011 : बहुजन समाज पार्टी स्टेट यूनिट लखनऊ के प्रवक्ता ने प्रिन्ट/इलेक्ट्रानिक मीडिया के कुछ चैनलों द्वारा श्री बाबू सिंह कुशवाहा के सम्बन्ध में प्रसारित की जा रही खबरों को निराधार एवं काल्पनिक बताया है। उन्होंने कहा कि श्री कुशवाहा को न तो मुख्यमंत्री आवास पर और न ही पार्टी कार्यालय में जाने पर प्रतिबन्ध लगाया गया है।
प्रवक्ता ने कहा कि श्री कुशवाहा बी0एस0पी0 के सम्मानित कार्यकर्ता एवं पदाधिकारी हैं और वे पूर्व की भांति अपने सभी दायित्वों का निर्वहन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि वास्तव में श्री कुशवाहा के सम्बन्ध में किए जा रहे इस दुष्प्रचार के पीछे विरोधी पार्टियों के लोग हैं, जो जानबूझ कर बी0एस0पी0 को नुकसान पहुंचाने की नीयत से भ्रम फैला रहे हैं।
डीएनए में प्रकाशित खबर
क्लिक करें… माया ने कुशवाहा से किया किनारा, राष्ट्रीय महासचिव पद से हटाए गए बाबू सिंह कुशवाहा
जनसंदेश टाइम्स में प्रकाशित खबर
क्लिक करें… लाल बुझक्कड़ों से मीडिया को खतरा, बाबू सिंह कुशवाहा न पद से हटाए गए, न उन पर कोई प्रतिबंध
Comments on “यूपी में बाबू सिंह कुशवाहा की खबर पर बसपा-सपा के अखबार आमने-सामने”
sapa ka pumplet dna bsp ka pumplet jt agar dekha jay to dono paper apni apni party ke liye vafadari kar rahe hai.
Waah Maza aa gaya isko bolte hai news…Thanks Jaswant ji.