: जनसंदेश टाइम्स के संपादक के रूप में नाम फाइनल : 13 अक्टूबर को लखनऊ में ग्रहण करेंगे नया कार्यभार : लखनऊ से जल्द प्रकाशित होने जा रहे हिंदी दैनिक जनसंदेश टाइम्स के संपादक पद के लिए सुभाष राय का नाम फाइनल किया जा चुका है. खबर है कि डा. सुभाष राय ने डीएलए अखबार के चेयरमैन अजय अग्रवाल को संपादक (विचार) पद से अपना इस्तीफा भेज दिया है. अमर उजाला के निदेशक रह चुके अजय अग्रवाल का लंबे समय से साथ सुभाष राय दे रहे थे. अमर उजाला में बंटवारे के दौरान भी सुभाष राय पूरी मजबूती से अजय अग्रवाल के पक्ष में खड़े रहे. नौकरी के दर्जनों प्रस्तावों, साथ छोड़ने के अनेकों प्रलोभनों को लगातार ठुकराते रहने वाले सुभाष राय ने बहुत लंबे समय बाद अजय अग्रवाल का साथ छोड़कर किसी दूसरे ग्रुप का दामन थामने जा रहे हैं.
अमर उजाला के इतिहास को जो लोग जानते हैं, वे सभी अच्छी तरह जानते हैं कि सुभाष राय हमेशा अशोक अग्रवाल और अजय अग्रवाल के साथ कदम से कदम मिलाकर खड़े रहे. लेकिन जब अशोक अग्रवाल ने अतुल व राजुल माहेश्वरी के साथ खड़े होकर अजय अग्रवाल को अमर उजाला से अलग किए जाने की मुहिम में साथ दिया, तो भी सुभाष राय ने अजय अग्रवाल का साथ नहीं छोड़ा. वे हालात खराब होते देख भले घर बैठ गए लेकिन किसी दूसरे संस्थान के हिस्से नहीं बने. अजय अग्रवाल ने जब डीएलए शुरू किया तो सुभाष राय ने संपादक विचार के रूप में काम संभाला और इस नए अखबार के विस्तार व स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. लेकिन कहा जा रहा है कि पिछले कुछ महीनों से सुभाष राय ने खुद को डीएलए व अजय अग्रवाल के साथ असहज महसूस करना शुरू कर दिया था. कारण क्या रहे, ये पता नहीं चल सका है लेकिन सुभाष राय ने बदलाव के वास्ते खुद को मानसिक रूप से तैयार किया और जनसंदेश टाइम्स लांच कराने के प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया.
सुभाष राय का डीएलए व अजय अग्रवाल का साथ छोड़ना अखबार व प्रबंधन, दोनों के लिए बड़ा झटका है लेकिन समय बड़े से बड़े झटकों-जख्मों पर मरहम लगा देता है. कभी राजेश रपरिया के बगैर अतुल माहेश्वरी की कल्पना नहीं की जाती थी लेकिन राजेश रपरिया काफी समय से अलग-थलग हैं, अकेले हैं, घर पर हैं और अतुल माहेश्वरी नए प्रोफेशनलों के साथ सफलता की नई कहानी लिखने के लिए रात-दिन एक किए हुए हैं, हाथ-पांव दोनों मार रहे हैं. सूत्रों का कहना है कि डा. सुभाष राय आज डीएलए से कार्यमुक्त होकर कल यानि 13 अक्टूबर को लखनऊ में जनसंदेश टाइम्स के संपादक के रूप में कार्यभार ग्रहण करेंगे. सुभाष राय कभी शशि शेखर की आज अखबार, आगरा वाली टीम के हिस्से हुआ करते थे लेकिन शशि शेखर से खटपट के बाद वे वहां से अलग होकर अजय अग्रवाल के नेतृत्व वाली यूनिट अमर उजाला, आगरा से जुड़े और फिर अजय अग्रवाल के साथ ही बने रहे.
डा. सुभाष राय के जीवन, विचार व करियर के बारे में ज्यादा जानकारी के लिए यहां क्लिक करें- इंटरव्यू 1 व इंटरव्यू 2
Comments on “सुभाष राय ने छोड़ा अजय अग्रवाल का साथ”
badhai sirji
शुभकामनायें नुक्कड़ की।
bhai sahab bahut-bahut badhai
सुभाष सर को ढेर सारी शुभकामनाएं
mubarak ho sir
Respected Brother,
Hame ummid hai ki apke netritva me jan sandesh bhi Sal bhitar hi usi tarah lackaw ka No.1 akhabar hoga. Jaise DLA hua Tha. lakin eske liye kisi Parti ke sath ka laga kalank hatana Hoga. Kyoki kisi akhbar ke sehat ke liye yaha accha nahi hota.
YOUR Younger Brother
UPENDRA
respected Yashwant ji
Aapki is khabar mein facts ka abhav hai. Subhash rai ji ne Ajay Agrawal ji ke karan nahin balki Shashikhekhar ke karan Amar Ujala chhora tha. woh Ashok Agrawal ji ke sath kam to karte the lekin unke karan ya Ajay Agrawal ji ke karan Amar Ujala nahin chhora. Aapse ummeed karta hoon ki is sachai ko bhi logon ke samne layen. Dhaywad.
Anand
RESPECTED SIR,
BAHUT-BAHUT BADHAI. Umid hai apke natritva me yah akhbar chnd ki uchaio ko chhu lega.
CHANDRA BHUSAN TIWARI
PANJAB
Respecte sir,
Bahut-Bahut Badhai. Apki niyukti karke jansandesh ne BSP KA Billa hata liya. UMMID hai jald hi nayi uchio ko chhu jayega.
SANTOSH
ALLAHABAD
I know Roys creativity and honesty ,i hope he will do something new .congrates.
Ashok Bansal Mathura
Sach HAI,
ES BAR BHI SP SIGH SE ANBAN THA. BHAU JI SE NAHI.
RESPECTED SIR
BAHUT BAHUT BADHAIRAM PRAKASH
BADHAI HO
S.P.
very-very congratulations to Rai Sahib. Hope It would be a big change in journalist.