छोटे व दूरस्थ जिलों में तो बहुत बुरा हाल है पत्रकारों का. भड़ास4मीडिया के पास एक छोटी सी चिट्ठी आई है जिसमें एक चौंकाने वाले घटनाक्रम का जिक्र किया गया है. मध्य प्रदेश के सिवनी जिले से खबर है कि वहां के पुलिस अधीक्षक ने अयोध्या मामले में जिले के पांच पत्रकारों को घरों से सोते हुए उठा कर गिरफ्तार कर लिया और ग्यारह दिनों तक जेल में रखा. धारा 151 में इन पत्रकारों को चोर और उचक्कों के साथ जेल में रखा गया.
पुलिस अधीक्षक की घुड़की के चलते किसी भी न्यूज चैनल ने इस खबर को दिखाया नहीं और न ही किसी अखबार ने खबर का प्रकाशन किया. जेल गए इन रिपोर्टरों की इनके खबरची चैनलों और अखबारों के संचालकों ने कोई खबर नहीं ली. सोचिए जरा, जो अखबार, चैनल, रिपोर्टर, मीडिया मालिक स्वयं अपने अधिकार के लिए नहीं लड़ सकते हैं तो वो दूसरों को क्या न्याय दिलायेंगे. धन्य हैं सिवनी जिले के खबरनवीस. ताजी सूचना ये है कि पुलिस अधीक्षक की कार पलट गई लेकिन इस खबर को भी किसी ने प्रकाशित नहीं किया और न दिखाया क्योंकि सबके दिल दिमाग पर पुलिस अधीक्षक का भय हावी है.
GAURAV GARG
October 6, 2010 at 7:37 pm
yeh sabhi staff reporter nahi balki stringer honge kyonki aajkal sabhi staff reporters ke saath hui jaatiyon ki khabar hi in channels ya paper mein lagti hai .or agar s.p sahab itne hi dabang hai toh in patrkaron ko patrkarita chod kar chudiyaan pehan leani chahiye
Rizwan Mustafa
October 6, 2010 at 9:08 pm
bilkul theekh kaha gaurav
ye dalalo ke chakkar me sab mahaul kharab hai
imandar reportero ka sarkar awam sab naraz rahti hai