इंडियन एक्सप्रेस समूह की मराठी साप्ताहिक पत्रिका ‘लोकप्रभा’ में उपसंपादक, सहसंपादक, सीनियर असिस्टंट मैग्जीन एडिटर के पद पर कार्य करने के बाद उन्होंने बतौर फीचर एडिटर ‘प्रहार’ ज्वाइन किया था. हिंदी और मराठी फिल्मों, संगीत, क्रिकेट विषयों के वे अच्छे जानकार थे. अपने लेखने की विशिष्ट शैली व स्टाइल की वजह से मराठी रीडर्स में अभिजीत को चाहने वाले का खास वर्ग था. उन्होंने फिल्म संगीत पर ‘गाणीबजावणी’ नाम से एक किताब लिखी, जो काफी लोकप्रिय रही. देसाई मंगलवार के दिन मध्य मुंबई में स्थित दैनिक प्रहार के कार्यालय में अपने कार्य में व्यस्त थे. तभी उन्हे अस्वस्थता महसूस हुई और वोमिटिंग भी हुई. उन्हें बांद्रा के होली फेमिली अस्पताल ले जाया गया. लेकिन अटैक इतका तीव्र था की वहां उन्होंने दम तोड दिया. फिल्मकार आशुतोष गोवारीकर ने कहा है देसाई के निधन से एक अच्छा सिनेपत्रकार हमने गंवा दिया है. अभिनेता श्रेयस तलपदे, अतुल कुलकर्णी, उपेंद्र लिमये ने भी देसाई के निधन पर शोक व्यक्त किया है.