अगड़म-बगड़म : भूत- इस साल धूमधाम से लांच हुए और बाद में तेजी से धड़ाम हुए एक न्यूज चैनल में काम करने वालों के बीच इन दिनों एक अफवाह जमकर फैली हुई है। यह अफवाह भूत की है। कहा जा रहा है कि चैनल के बेसमेंट से एक अजीब सी आवाज आती रहती है। तरह-तरह की आवाजें अधिकतर रात में ही आती हैं। इससे कई लोगों में डर बैठ गया है। बताया जाता है कि आफिस की जगह पर पहले जूतों की फैक्ट्री थी। इसमें आग लग गई थी। कई मजदूर जल गए थे। अब यहां बसमेंट में ताला लग गया है। यहीं से आवाजें आती हैं। कई लोग यहां तक कहते हैं कि इन भूतों के चलते ही चैनल लगातार अस्थिर है। हो सकता है निकट भविष्य में प्रबंधन के लोग ओझा-सोखा के साथ यहां झाड़-फूंक कराएं।
दहला- नंबर एक अखबार के चंडीगढ़, पंचकूला और मोहाली के रिपोर्टर व फोटोग्राफर यहां के मैनेजमेंट के शाही फरमान से परेशान हैं। मैनेजमेंट ने इन लोगों को प्रेस कांफ्रेंस के दौरान मिलने वाले सभी गिफ्ट को आफिस में जमा करने का आदेश दिया है। उपरी कमाई बंद होने से पत्रकार दुखी हैं। पर कुछ पत्रकारों ने हाईकमान के इस ‘नहले’ पर ‘दहला’ मारते हुए इससे निपटने का तरीका ढूंढ निकाला है। अब प्रेस कांफ्रेंस के दौरान वो पीआर कंपनियों से दो गिफ्टों की फरमाइश कर रहे हैं, ताकि एक आफिस में जमा किया जा सके जबकि दूसरा खुद के लिए रखा जा सके। देखा, पत्रकार को कितना भी घेर लोग, बचने का रास्ता ये निकाल ही लेते हैं। आखिर बुद्धि की ही तो ये लोग खाते हैं!
ठनी- केंद्रीयकृत व्यवस्था वाले एक बड़े अखबार के अलीगढ़ आफिस में आजकल संपादक और सब एडीटर में जमकर ठनी हुई है। बताते हैं कि विवाद तब शुरू हुआ जब ट्रांसफर पर हाल में ही यहां आए एक सब एडीटर ने चाय पाने के लिए आफिस से बाहर निकलने को हुआ। संपादक महोदय ने उन्हें रोक दिया। बोले- रात आठ बजे के बाद चाय पीने के लिए बाहर जाना बैन है। नए आए सब एडीटर ने इस फरमान का विरोध किया। इसके बाद आफिस में ही काफी शोर-शराबा हुआ। जवाब देने को जबान लड़ाना मानने वाले संपादक महोदय ने इसे अपना अपमान समझा और इस्तीफे की मांग कर दी। पर सब एडीटर भी पट्ठा निकला। बोला- नहीं दूंगा इस्तीफा। मामला अब भी तनावपूर्ण लेकिन नियंत्रण में है। सब एडीटर महोदय छुट्टी पर जा चुके हैं और संपादक महोदय अपने अपमान के बाद इमेज में आए दाग को ठीक करने के लिए डैमेज कंट्रोल में लग चुके हैं।