अमर उजाला, लखनऊ का रेजिडेंट एडिटर कौन होगा, इसको लेकर कई तरह के कनफ्यूजन पैदा हो गए हैं। पहले यह तय था कि प्रताप सोमवंशी के लखनऊ का चार्ज संभालने से मना करने के बाद उदय कुमार अशोक पांडेय की जगह नए आरई होंगे लेकिन नए घटनाक्रम के हिसाब से अमर उजाला, नोएडा में कार्यरत शंभूनाथ शुक्ला को प्रबंधन ने निर्देश दिया है कि वे लखनऊ जाकर अशोक पांडेय को रिलीव कर दें। सूत्रों के मुताबिक शंभूनाथ शुक्ला लखनऊ पहुंच गए हैं और उन्होंने प्रबंधन के कहे अनुसार अशोक पांडेय से कार्यभार ग्रहण कर उन्हें रिलीव भी कर दिया है पर आरई के रूप में शंभूनाथ शुक्ला ही कार्य करेंगे या फिर उन्हें तात्कालिक व्यवस्था के तहत वहां भेजा गया है, यह अभी पता नहीं चल पा रहा है।
शंभूनाथ शुक्ला वरिष्ठ पत्रकार हैं और वे अमर उजाला में कानपुर यूनिट के संपादक रह चुके हैं। शशि शेखर के आने के बाद जिस तरह अमर उजाला के सभी स्थानीय संपादकों को एक-एक कर किनारे लगाया गया था, उसी तरह शंभूनाथ शुक्ला को भी कानपुर से ट्रांसफर कर नोएडा आफिस में अटैच कर दिया गया। बाकी स्थानीय संपादक या तो इस्तीफा देने को मजबूर हुए या उनके लिए ऐसी स्थितियां पैदा कर दी गईं कि वे चलते बने लेकिन शंभूनाथ शुक्ला ने अमर उजाला का साथ नहीं छोड़ा और हर तरह की स्थितियों के बावजूद पूरी निष्ठा से संस्थान के हित में कार्य करते रहे और जो भी दायित्व मिला, उसे जिम्मेदारी पूर्वक निभाते रहे। सूत्रों का कहना है कि शंभूनाथ शुक्ला इन दिनों अवकाश पर अपने होम टाउन कानपुर गए हुए थे।
बताया जा रहा है कि प्रबंधन ने उन्हें लखनऊ से नजदीक होने और अमर उजाला में सबसे वरिष्ठ पत्रकार होने के नाते अशोक पांडेय को रिलीव करने के लिए कहा। पर उनसे यह नहीं कहा गया है कि वे लखनऊ के स्थानीय संपादक के रूप में कार्य करें। इससे कयास लगाया जा रहा है कि प्रबंधन लखनऊ के स्थानीय संपादक के रूप में किसी अन्य पत्रकार को भेजेगा। उदय कुमार के बारे में बताया जा रहा है कि प्रबंधन के बीच उन्हें लखनऊ भेजे जाने को लेकर आम सहमति नहीं बन पाई। यह भी कहा जा रहा है कि प्रबंधन उन्हें ग्रुप एडिटर के बतौर नोएडा मुख्यालय स्थानांतरित कर सकता है। कई तरह की चर्चाएं व सूचनाएं हवा में तैर रही हैं। अगले कुछ दिनों में यह तय हो पाएगा कि अमर उजाला, लखनऊ के स्थानीय संपादक शंभूनाथ शुक्ला होंगे या कोई और होगा।