सीएम निशंक से हुई अशोक पांडेय की मुलाकात, कई मुद्दों पर चर्चा

हिंदुस्‍तान, रांची के पूर्व स्‍टेट एडिटर एवं वरिष्‍ठ पत्रकार अशोक पांडेय इन दिनों उत्‍तराखंड में हैं. रांची से इस्‍तीफा देने के बाद वे देहरादून में अपने परिवार के साथ पूरा समय बिता रहे हैं. अपने पुराने दोस्‍त, यार, जानने-चाहने वालों से मिलने-मिलाने के अलावा अध्‍ययन में भी लगे हुए हैं. उनसे मिलने वालों में राज्‍य के राजनेता, पत्रकार, रिश्‍तेदार सभी शामिल हैं.

अशोक पांडेय से मिलने उनके घर एनडी तिवारी पहुंचे

: जागरण व उजाला में वापसी को लेकर चर्चाएं : हिंदुस्‍तान, रांची के पूर्व संपादक अशोक पांडेय देहरादून में अपने परिवार को समय दे रहे हैं. लगभग सात साल के बाद देहरादून में उन्‍हें समय बिताने का मौका मिला है. देहरादून में उनके घर पर पत्रकारों, मित्रों और शुभचिंतकों का दिनभर जमावड़ा लग रहा है. इसी बीच कल शाम कांग्रेस के वरिष्‍ठ नेता तथा यूपी एवं उत्‍तराखंड के पूर्व मुख्‍यमंत्री नारायण दत्‍त तिवारी भी पूरे लाव-लश्‍कर के साथ अशोक पांडेय से मिलने  उनके घर पहुंच गए.

हिंदुस्तान, रांची से अशोक पांडेय का इस्तीफा

: हिंदुस्तान में उलटफेर का दौर फिर शुरू : दिनेश मिश्रा को रांची भेजे जाने की चर्चा : सुबह कयास की खबर छपी और दोपहर बीतते बीतते सच हो गई. हिंदुस्तान, रांची से अशोक पांडेय ने इस्तीफा दे दिया है. सूत्रों का कहना है कि अशोक पांडेय ने हिंदुस्तान के संपादकों की दिल्ली-गुड़गांव में 2 फरवरी को हुई बैठक के दौरान ही कोर ग्रुप की बैठक में इस्तीफा दे दिया था. पर उस समय उनका इस्तीफा स्वीकार नहीं किया गया. अब ताजी सूचना है कि अशोक पांडेय के इस्तीफे पर अड़े रहने के कारण प्रबंधन ने इस्तीफा स्वीकार कर लिया है.

अशोक पांडेय और बेनी माधव को लेकर कयास का दौर

हिंदुस्तान, रांची के संपादक और यूनिट हेड को लेकर चर्चाएं तेज होने लगी हैं. पिछले दिनों हिंदुस्तान के जिन-जिन लोगों के तबादले की चर्चा ने जोर पकड़ा था, उसके पीछे सच्चाई है लेकिन उस सच्चाई के सच होने में वक्त लग सकता है, ऐसा सूत्रों का कहना है. भविष्य के फेरबदल की तैयारी है. इसका आधार परफारमेंस बनाया जा रहा है. रांची यूनिट से मिली जानकारी के अनुसार शशि शेखर के खास माने जाने वाले अशोक पांडेय हिंदुस्तान, रांची में कोई जलवा दिखा पाने में सफल नहीं हुए.

विश्वेश्वर कुमार और अकू श्रीवास्तव का तबादला हुआ?

हिंदुस्तान अखबार में शीर्ष स्तर पर कुछ फेरबदल की सुगबुगाहट है. बताया जा रहा है कि दैनिक हिंदुस्तान, कानपुर के संपादक विश्वेश्वर कुमार को भागलपुर संस्करण का संपादक बनाया जा रहा है. हिंदुस्तान, पटना के संपादक अकू श्रीवास्तव के बारे में चर्चा है कि उन्हें रांची भेजा जा रहा है. रांची के अशोक पांडेय कहां भेजे जा रहे हैं, यह पता नहीं चल पाया है. कुछ लोगों का कहना है कि उन्हें लखनऊ भेजा जा रहा है और नवीन जोशी को पटना. हालांकि अभी इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है.

बैंडिट क्‍वीन, ओंकारा, गंगाजल और पीपली लाइव के निर्देशकों को नोटिस

: गाली-ग्‍लौज के मामले में रिट दायर : लखनऊ के वकील अशोक पाण्डेय द्वारा कई हिंदी फिल्मों के खिलाफ गाली-गलौच का प्रयोग करने का आरोप लगाते हुए उन पर कार्रवाई करने के लिए इलाहबाद हाई कोर्ट की लखनऊ बेंच में एक रिट दायर किया है.

‘ब्राह्मण’ संपादक ने ‘क्षत्रिय’ पत्रकार भगाए!

रांची से खबर है कि हिंदुस्तान के संपादक अशोक पांडेय ने तीन पत्रकारों का तबादला दूरदराज की यूनिटों में कर दिया है. इनके नाम हैं वरीय सब एडिटर विनोद सिंह, उप समाचार संपादक संजय सिंह और उप समाचार संपादक संजय सिंह (पलामू वाले). इनमें विनोद सिंह को मेरठ यूनिट भेजा गया है. संजय सिंह को रांची से धनबाद जाने के लिए कह दिया गया है. जबकि संजय सिंह पलामू वाले को देहरादून भेजा गया है. इन लोगों को तत्काल संबंधित यूनिटों में रिपोर्ट करने को कहा गया है. इस तबादला आदेश से आफिस में खलबली मची हुई है. लोग घबराए हुए हैं.

अशोक पांडेय के तीन करीबियों पर गिरी गाज

कानपुर में अजय, दिनेश और राकेश पर चला नवीन जोशी का डंडा : दैनिक हिंदुस्तान, कानपुर से सूचना है कि हाल में ही चीफ सब से डिप्टी न्यूज एडिटर पद पर प्रमोट किए गए अजय शुक्ला, सिटी चीफ दिनेश चंद्र मिश्रा और औरैया के ब्यूरो चीफ राकेश धर द्विवेदी से इस्तीफा ले लिया गया है.

राजेंद्र कभी नहीं रहे शशि के आदमी!

राजेंद्र तिवारीकहानी दिलचस्प होती जा रही है. जिस राजेंद्र तिवारी को शशि शेखर ने संस्थान के साथ दगाबाजी व विश्वासघात का आरोप लगाकर अचानक झारखंड के स्टेट हेड पद से हटाकर चंडीगढ़ पटक दिया, उस राजेंद्र तिवारी के बारे में सबको यही मालूम है कि उन्हें हिंदुस्तान में लेकर शशि शेखर आए थे. शशि शेखर के ज्वाइन करने के बाद राजेंद्र तिवारी ने हिंदुस्तान ज्वाइन किया, यह तो सही है लेकिन यह सही नहीं है कि राजेंद्र तिवारी को शशि शेखर हिंदुस्तान लेकर आए. हिंदुस्तान, दिल्ली में उच्च पदस्थ और शशि शेखर के बेहद करीब एक सीनियर जर्नलिस्ट ने भड़ास4मीडिया को नाम न छापने की शर्त पर कई जानकारियां दीं. इस सूत्र ने भड़ास4मीडिया को फोन अपने मोबाइल से नहीं बल्कि पीसीओ से किया क्योंकि उसे भी डर है कि कहीं फोन काल डिटेल निकलवा कर और विश्वासघात का आरोप लगाकर उसे भी न चलता कर दिया जाए.

तो इसलिए गाज गिरी राजेंद्र तिवारी पर!

कभी गंभीर-गरिष्ठ साहित्यकारों के हवाले थी पत्रकारिता तो अब सड़क छाप सनसनियों ने थाम ली है बागडोर : झारखंड के स्टेट हेड और वरिष्ठ स्थानीय संपादक पद से राजेंद्र तिवारी को अचानक हटाकर चंडीगढ़ भेजे जाने के कई दिनों बाद अब अंदर की कहानी सामने आने लगी है. हिंदी प्रिंट मीडिया के लोग राजेंद्र पर गाज गिराए जाने के घटनाक्रम से चकित हुए. अचानक हुए इस फैसले के बाद कई कयास लगाए गए. पर कोई साफतौर पर नहीं बता पा रहा था कि आखिर मामला क्या है. लेकिन कुछ समय बीतने के बाद अब बातें छन-छन कर बाहर आ रही हैं.

नवीन जोशी को ही रिपोर्ट करेंगे अशोक पांडेय

दिनेश जुयाल के इस्तीफे से हिंदुस्तान प्रबंधन में हड़कंप : पुराने लोगों को रोकने की कवायद में जुटा एचआर : हिंदुस्तान, कानपुर के रेजीडेंट एडिटर बने अशोक पांडेय को लखनऊ के वरिष्ठ स्थानीय संपादक नवीन जोशी को ही रिपोर्ट करना होगा, यह बात अब तय हो चुकी है। इसके लिए एचआर ने बाकायदा एक आंतरिक मेल जारी कर दिया है। सूत्रों के मुताबिक अशोक पांडेय के हिंदुस्तान, लखनऊ में ज्वाइन करने के बाद बैठक लेने और नवीन जोशी की बजाय सीधे शशि शेखर को रिपोर्ट किए जाने संबंधी सूचनाओं-खबरों के भड़ास4मीडिया पर प्रकाशित होने के बाद हिंदुस्तान में पहले से जमे वरिष्ठों में हलचल मच गई। इस परिघटना की तरफ एचआर के लोगों का ध्यान आकृष्ट किया गया और इस प्रवृत्ति को खतरनाक बताते हुए कई तरह की आशंकाएं जताई गईं।

अशोक पांडेय ने हिंदुस्तान ज्वाइन किया

अशोक पांडेयकानपुर एडिशन के स्थानीय संपादक के रूप में कार्य देखेंगे : अमर उजाला, लखनऊ के स्थानीय संपादक पद से इस्तीफा देने वाले अशोक पांडेय ने आज सुबह ग्यारह बजकर बीस मिनट पर लखनऊ में दैनिक हिंदुस्तान के आफिस में स्थानीय संपादक के रूप में ज्वाइन कर लिया। उन्होंने लखनऊ में भले ही ज्वाइन किया हो, पर वे स्थानीय संपादक के रूप में कानपुर एडिशन का काम देखेंगे। सूत्रों के मुताबिक अशोक पांडेय सीधे प्रधान संपादक शशि शेखर को रिपोर्ट करेंगे। उन्हें कानपुर एडिशन के रेजीडेंट एडिटर के रूप में बीस जिलों के आब्जर्वेशन और प्लानिंग का दायित्व सौंपा गया है।

फिलहाल शंभूनाथ पहुंचे लखनऊ, चार्ज लिया

अमर उजाला, लखनऊ का रेजिडेंट एडिटर कौन होगा, इसको लेकर कई तरह के कनफ्यूजन पैदा हो गए हैं। पहले यह तय था कि प्रताप सोमवंशी के लखनऊ का चार्ज संभालने से मना करने के बाद उदय कुमार अशोक पांडेय की जगह नए आरई होंगे लेकिन नए घटनाक्रम के हिसाब से अमर उजाला, नोएडा में कार्यरत शंभूनाथ शुक्ला को प्रबंधन ने निर्देश दिया है कि वे लखनऊ जाकर अशोक पांडेय को रिलीव कर दें। सूत्रों के मुताबिक शंभूनाथ शुक्ला लखनऊ पहुंच गए हैं और उन्होंने प्रबंधन के कहे अनुसार अशोक पांडेय से कार्यभार ग्रहण कर उन्हें रिलीव भी कर दिया है पर आरई के रूप में शंभूनाथ शुक्ला ही कार्य करेंगे या फिर उन्हें तात्कालिक व्यवस्था के तहत वहां भेजा गया है, यह अभी पता नहीं चल पा रहा है।

अशोक पांडेय का इस्तीफा, कौन बनेगा नया आरई!

अशोक पांडेयअमर उजाला, लखनऊ के स्थानीय संपादक अशोक पांडेय ने आज अपना इस्तीफा प्रबंधन को भेज दिया। उनकी जगह नया स्थानीय संपादक कौन होगा, यह पता नहीं चल पाया है हालांकि कई नामों की चर्चा चल रही है जिसमें एक नाम उदय कुमार का भी है। उदय कुमार इस समय अमर उजाला, चंडीगढ़ के स्थानीय संपादक हैं। सूत्रों के मुताबिक अशोक पांडेय एक सप्ताह बाद हिंदुस्तान के दिल्ली आफिस में कार्यभार ग्रहण करेंगे। कुछ दिनों तक दिल्ली में रहने के बाद उन्हें लखनऊ या कानपुर भेजा जा सकता है। अशोक पांडेय कानपुर के रहने वाले हैं। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत वर्ष 1986 में आज अखबार के कानपुर संस्करण से की। वे 1986 से 1993 तक दैनिक आज के आगरा, कानपुर, वाराणसी और लखनऊ संस्करणों में रिपोर्टर व सब एडिटर के रूप में कार्यरत रहे।

अशोक पांडेय को भी साथ ले जा रहे शशि शेखर!

अशोक पांडेयअमर उजाला से एक और बड़ा विकेट गरने जा रहा है। ये हैं अशोक पांडेय। लखनऊ संस्करण के स्थानीय संपादक। इनकी मंजिल भी ‘हिंदुस्तान’ है। शशि शेखर के अमर उजाला से हिंदुस्तान जाने के बाद पहला बड़ा विकेट सुधांशु श्रीवास्तव का गिरा। सूत्रों का कहना है कि अशोक पांडेय ने अमर उजाला प्रबंधन को सूचित कर दिया है कि वे संस्थान से मुक्त होना चाहते हैं, लिहाजा उनके विकल्प की तलाश कर ली जाए। इस तरह शशि शेखर ना ना करते हुए भी अमर उजाला के दो संपादकों को अपने साथ ले गए।