: साथ में सीबीआई को भी कोर्ट में घसीटा : सुनवाई आज होगी : अमर उजाला समूह के मालिक अतुल माहेश्वरी फिर नई मुसीबत में फंसने जा रहे हैं. उन्हें अमर उजाला ग्रुप के चेयरमैन अशोक अग्रवाल ने दिल्ली हाईकोर्ट में घसीटा है. साथ ही सीबीआई पर भी मुकदमा ठोका है. सूत्रों के मुताबिक अशोक अग्रवाल ने अपनी याचिका में सीबीआई पर अतुल माहेश्वरी के मामले में ढील बरतने, अतुल पर कंपनी विवाद निपटाने में अनैतिक तरीके अपनाने समेत कई गंभीर आरोप लगाए हैं.
अशोक अग्रवाल ने हाईकोर्ट में याचिका काफी पहले लगा दी थी लेकिन याचिका की लिस्टिंग नहीं हो रही थी. अब जाकर दिल्ली हाईकोर्ट ने मामले का संज्ञान लिया है. कोर्ट नंबर तीस की न्यायाधीश हीमा कोहली की अदालत आज अशोक अग्रवाल की याचिका की सुनवाई करेगी. अशोक अग्रवाल का मामला कोर्ट में आज आइटम नंबर 39 के रूप में शामिल किया गया है. देखना है कि इस मामले में आज अदालत का रुख क्या होता है.
उल्लेखनीय है कि अमर उजाला ग्रुप के मालिकों में झगड़े की शुरुआत कुछ वर्षों पहले हुई. तब चेयरमैन अशोक अग्रवाल अपने ही भाई अजय अग्रवाल के खिलाफ खड़े होकर अतुल माहेश्वरी का साथ दे रहे थे. सबने मिलकर अजय अग्रवाल को अमर उजाला से बाहर करने की रणनीति बनाई और इसमें कई तरह की रणनीतियों-साजिशों के कारण सफल भी रहे. बाद में अतुल माहेश्वरी ने अशोक अग्रवाल को किनारे करना शुरू कर दिया. आज की स्थिति में अशोक अग्रवाल अमर उजाला के चेयरमैन होते हुए भी अमर उजाला की किसी यूनिट में किसी तरह का कोई हस्तक्षेप करने की स्थिति में नहीं है. वे अपने होम टाउन आगरा की यूनिट में भी नहीं जा रहे और न ही अखबार के प्रकाशन में उनकी कोई राय ली जा रही है.
अशोक अग्रवाल ने अतुल माहेश्वरी से विवाद बढ़ने के बाद कंपनी लॉ बोर्ड (सीएलबी) की शरण ली. साथ ही, सीएलबी में पक्षपात किए जाने की आशंका के बारे में सीबीआई में गुप्त तरीके से शिकायत कर दी. सीबीआई ने जाल बिछाकर कंपनी ला बोर्ड के तत्कालीन कार्यकारी अध्यक्ष, अमर उजाला की तरफ से केस देखने वाले हाई प्रोफाइल वकील और रिश्वत की रकम पहुंचाने वाले बिचौलिए को लपेटे में ले लिया. इस लपेटे में अतुल माहेश्वरी भी आए. पर धीरे-धीरे यह मामला ठंडे बस्ते में चला गया. शीर्ष स्तर के दबाव के चलते सीबीआई ने अतुल माहेश्वरी के साथ नरमी बरती. कोर्ट की फटकार के बावजूद अतुल माहेश्वरी एंड कंपनी सीबीआई के शिकंजे से बचने में कामयाब रही. इससे दुखी अशोक अग्रवाल ने अब न्यायालय की शरण ली है. अशोक अग्रवाल ने सीबीआई पर दबाव में आकर पक्षपात करने का आरोप लगाया है. अतुल माहेश्वरी पर भी कई आरोप लगाए हैं. इस मामले के कोर्ट में जाने के बाद माना जा रहा है कि अमर उजाला का विवाद फिर से सुर्खियों में आ जाएगा.
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ramesh singh
September 8, 2010 at 5:54 am
kya ho gaya hai yaar…..naam likhnai mai fatnai lagi hai…..pahlai to itna nahi daratai thai….batate kyo nahi ki wo high profile wakil jis par dalali ka aarop tha wo kon hai aur kiska beta hai….