: हिंदुस्तान व प्रभात खबर को झटका : दैनिक भास्कर की रांची की लांचिग भले शानदार न हो पाई हो, लेकिन झारखण्ड के अगले पड़ाव में भास्कर इसमें कोई कोताही नहीं बरतना चाहता. इसीलिए स्टाफ के सेलेक्शन में सावधानी बरती जा रही है. जमशेदपुर में भास्कर की लांचिंग में अभी समय है. लेकिन स्टाफ सेलेक्शन का काम जोरशोर से चल रहा है.
पता चला है कि भास्कर ने हिन्दुस्तान और प्रभात खबर को तगड़ा झटका दिया है. जमशेदपुर में भास्कर के संपादक संतोष मानव ने दूसरे अखबारों के कई लोगों को तोड़कर भास्कर से जोड़ा है. प्रारंभिक दौर में हिन्दुस्तान छोड़कर भास्कर में शामिल होने वाले नामों में श्रीकांत चौबे, विनय कुरती, ललित नारायण, अविरल कुमार, संतोष मिश्रा, सुदर्शन शर्मा शामिल हैं. इसके अलावा प्रभात खबर से भास्कर ज्वाइन करने वालों में नीरज पराशर, बृजकिशोर, विजेंद्र शर्मा, आनंद मिश्रा, पवन मिश्रा, आदित्यनाथ झा, कुंदन व आमना अली के नाम बताए जाते हैं.
इसके अलावा कई ब्यूरो से भी लोग भास्कर की टीम का हिस्सा बन रहे हैं. भास्कर प्रबंधन ने संतोष मानव को ही जमशेदपुर की जिम्मेदारी दे दी है. यह भी पालिसी बनाई गई है कि स्थानीय लोगों को अपने पाले में करना है. ज्ञात हो कि संतोष मानव दैनिक भास्कर, ग्वालियर से प्रमोशन पाकर जमशेदपुर पहुंचे. संतोष मानव अपने हिसाब से काम करने में माहिर माने जाते हैं. इसकी बानगी उन्होंने जमशेदपुर में भी दिखा दी है. जमशेदपुर से अखबार का प्रकाशन अक्टूबर माह के अंत तक शुरू होने की बात बताई जा रही है.
mukesh sharma
October 6, 2010 at 1:16 am
maanav ji lack lack bhadhai
mukesh sharma gwalior
nayan mishra
October 6, 2010 at 3:53 am
lage raho ,lage raho.
संजय वत्स
October 6, 2010 at 4:36 am
यषवन्त भाई,
भडास के जरिये संतोष कुमार सिंह उर्फ संतोष मानव को बधाई! मानव जी के पिछले 18 सालों की पत्रकारिता में उन्हें करीब से देखने का कई बार मौका मिला, प्रभात खबर, लोकमत, राज एक्सप्रेस, दैनिक भास्कर- किसी न किसी तरह उन्हें पढता रहा। झारखंड में दैनिक भास्कर के आने से ही स्पष्ट हो गया था कि संतोष जी यहां आयेंगे। वे यहां भी अपनी सफलता की कहानी लिखें, यही चाहूंगा, पर….. ? पत्रकारिता क्या अब चमचागिरी और चापलूसी के साथ ही केवल पैरवी की चीज बनकर रह गयी है। रांची संस्करण के शुरू होने में और कई जगहों पर इसके कार्यालयों में किन्हें संवाददाता और प्रभारी बनाया गया? जो पैरवी रखते हों। जब भास्कर ने झारखंड युनिट के लिये विज्ञापन निकाला था तो उसमें झारखंड निवासी एक शर्त रखी गयी थी, पर उसका क्या हुआ। देखना हो तो भास्कर के किसी भी जिला कार्यालय में चले जाइये। पैरवी के बल पर रखे गये अधिकांष लोग संतोष जी की तरह झारखंड के नहीं बल्कि बिहार के ही मिलेंगे। जमषेदपुर में भी यही होनेवाला है। जो मेरी जानकारी है रांची, हजारीबाग, रामगढ, चतरा, कोडरमा आदि जिलों में यही हो चुका है। आपने सही लिखा है कि संतोष मानव अपने हिसाब से काम करने में माहिर माने जाते हैं। वे उन्हें ही चुनेंगे जो यस सर कह सकें चाहे टैलेंट हो या नहीं। हां अगर कुलीन वर्ग के हों तो फिर क्या कहने।
– संजय वत्स
ramprakash
October 6, 2010 at 5:33 am
jo log hindustan, prabhat khabar aur jagran se ya to nikal diye gaye, ya phir nikale jane wale the, unhen jodkar bhaskar ka kunba taiyar hua hai. santosh manav kai karmchariyon ko bulane ke liye gidgida rahe hain. trainee ko chief sub ka offer de rahe hain. patrakaron ke uddhar ke liye unhe lambe samay tak jana jayega.
rahul raj
October 6, 2010 at 4:42 pm
D.K Tiwari ne be apne bete jay tiwari ko Smd Manger banva diya hi
praveen pandey
October 6, 2010 at 9:21 pm
क्या भई कमाल है। ये भड़ास पर क्या चल रहा है। लगता है खिसियानी बिल्ली खम्बा नोचने में लगी है। जिन लोगों को चयन नहीं किया गया है, वे लोग यहां अपनी भड़ास निकाल रहे हैंं। अरे भई संजय जी, कहने को आप कुछ भी कहें पर पसंद आपको भी वही लोग आते होंगे जो आपकी हां में हां मिलाते होंगे। और जनाब भास्कर इतना चूतिया और आपके जैसा जैसा बैनर नहीं है जो ट्रेनी को चीफ सब बना देगा। आपकी मानव जी से निजी खुन्नस लगती है। जो आप निकला रहे हैं। आप हैं कौन ये तो बताइए जरा।
sweety
October 6, 2010 at 10:02 pm
manav jee ki safalta hindustan walo ko to raas nahi he aa rahi hai….bulave se vanchit v ab dusra raag aalap rahe hai
sanjay singh
October 6, 2010 at 10:13 pm
मानव जी आपको बहुत बहुत बधाई। जो लोग आप पर अंगुली उठा रहे हैं वे चूतिया हैं। आप फिक्र मत करो अपने मिशन में लगे रहो। सब जानते हैं कि भास्कर जमशेदपुर की लांचिंग शानदार रहने वाली है। मेरी शुभकामनाएं।
ms.rathour
October 7, 2010 at 12:53 am
श्रीमान मानवजी आपको बहुत-बहुत बधाई सर आप जानते ही हैं कि जब हाथी चलता है, तो कुछ कुत्ते भौकते ही हैं . उसी तरह के कुछ कुत्ते हैं जो यह कह रहे हैं कि मानवजी उन्हीं को भास्कर से जोड़ने में कामयाब हो रहे हैं, जिन्हें प्राभत खबर या हिंदुस्तान ने निकाल दिया है या निकलने वाला है. मैं उनसे पूछना चाहता हूँ कि भास्कर लांच होते ही प्रभात खबर, हिंदुस्तान वाले अपने पत्रकारों को क्यों निकलने लगे ? क्या इसके पहले वे वहां काम नहीं करते थे ? यदि ऐसा था तो उन्हें पहले क्यों नहीं निकाला गया ? क्या भास्कर लांचिंग की प्रतीछा की जा रही थी ? मानव सर मैं आपसे यही कहना चाहता हूँ कि आप अपने मिशन में लगे रहें . कुत्तों का क्या है, वे तो भौकते ही रहेंगे . भास्कर जमशेदपुर की लांचिंग शानदार रहेगी. मेरी हार्दिक शुभकामना आपको है…
sanjeev sameer
October 7, 2010 at 4:35 am
सबसे पहले संतोष जी को बधाई. मैं 90-91 से संतोष जी का करीबी रहा हूं और यह उस समय की बात है जब झुमरीतिलैया जैसे छोटे शहर में कुछ युवाओं ने बडे सपने देखे थे. परिवर्तन नामक त्रैमासिक पत्रिका का उस समय प्रकाशन कर एक नयी दिशा देने का प्रयास हुआ था. संतोष मानव, संजय शुक्ला, संजीव मुटनेजा के अलावा कुछ और लोग भी थे जो एक टीम के सदस्य बने थे. मैं भी बाद में जुडा था. बाद में सभी देश के विभिन्न हिस्सों के होकर रह गये. तबसे संतोष जी को जानता हूं, उनके तेवर और पत्रकारीय दृष्टिकोण से अवगत हूं और मुझे यह कभी नहीं लगा कि उन्होंने करियर में पैरवी या जाति को तवज्जो दी. अगर ऐसा होता तो निश्चित तौर पर झुमरीतिलैया के कई लोग संतोष जी के बल पर अखबारों में बडे पदों पर होते. पर ऐसा नहीं है तो जाहिर है कि भडास के जरिये जैसे आरोप लगाये जा रहे हैं, संतोष जी ने कभी भी वैसा करने का प्रयास नहीं किया. अगर इन्हें जानना हो तो 90-92 के प्रभात खबर को उलट लें या फिर लोकमत और भास्कर में छपे उनके आलेखों को पढ लें. मैं यही कहूंगा कि किसी पर भी किसी भी तरह का आरोप लगा देना आज सबसे आसान हो गया है. और भडास के जरिये भी यही हो रहा है. जमशेदपुर में नयी पारी के लिये बधाई!
– संजीव समीर, कोडरमा
anil sharma
October 7, 2010 at 2:55 pm
manav ji aapko bahut bahut badhai
shuruaat achhi hai. aage aur kamyabi milegi. badhe chalo.
rakesh singh
October 8, 2010 at 4:33 am
manav ji ke saath saath anad ji( unit head) ko bhi badhi aap log kush rahe bas yahe dua hai hamre……
ckp se guru
October 8, 2010 at 11:48 pm
bhai sahab avi to aagaj hai phir dekhte jain. jamshedpur se bhaskar aane ki khabar se anya news papers ko loss hoga. sabse jyada nukdsan hindustan ko hoga. is paper ne reporter ko kavi reporter mana nahi. zilo mein me kam karnewalo ke bare suna hi nahi. is hal me bhaskar soch rah/ payment de rahi. jamshedpur hindustan se jude chaibasa zile ke reportero ko to matr 1000 rupaye deti hai hindustan. ab ye reporter nayi jagh tlashenge hi..prabhat khabar bhi yahi ki hai/ bhale singhbhm ke reporter kisi narega majdoor ke bare me story likh kar sina tan de par apni muskile likh nahi pate/ aakhir in gramin patrakaro ki kya galti hai yahi ki we SARANDA jaise jangal se khabar dekar aapke news paper ko NATIONAL newspaper bnate hain. lekin khabar to wahi reporter hi likhta hai jiska mole hai partimah mandey 1000 rupaye. isliye koi agar kahta hai ki bhaskar dhamka machayega to ye sahi WO DHUM MACHEYAGA