डेली न्यूज़ ऐक्टिविस्ट ने रखा तीसरे साल में कदम : दर्जनों पत्रकारों को तरक्की : उत्तर प्रदेश की पत्रकारिता में दो साल पहले धमाकेदार मौजूदगी दर्ज कराने वाला राजधानी लखनऊ से प्रकाशित राष्ट्रीय हिंदी दैनिक डेली न्यूज ऐक्टिविस्ट इसी 13 अक्टूबर को तीसरे साल में प्रवेश कर गया। सच्चाई के लिए संघर्ष करने वाली हिंदी पत्रकारिता की गौरवशाली परम्परा से प्रेरित इस अखबार ने बिना किसी लम्बे-चौडे़ तामझाम के, जन सरोकारों से अपने को संजीदगी से जोड़कर बहुत थोड़े ही समय में जो पहचान और पाठकों में पैठ बनाई है, वह खुद में आज एक मिसाल है। इस अखबार ने साबित किया है कि अगर निहित स्वार्थ और बाजारूपन की चालबाजियों के समानांतर जन समस्याओं को लगातार समाधानकर्ताओं के सामने लाया जाए, भ्रष्टाचार को निर्भीकता पूर्वक उजागर किया जाए तो पाठकों का विश्वास और लोकप्रियता दोनों हासिल किए जा सकते हैं।
सच के साथ-सच की बात के अपने घोषित संकल्प के साथ डेली न्यूज़ ऐक्टिविस्ट ने निष्पक्षता की राह पर चलते हुए दो साल के भीतर प्रदेश के जमीनी हालात की ऐसी तस्वीरें बार-बार सामने रखी हैं जो भ्रष्ट सत्ता शिखर की बेचैनियां बढ़ाने वाली रही हैं। आज के दौर में जब हिंदी पत्रकारिता में अपनी खामियों की वजह से उबाल आया हुआ है, इसे सार्थक पत्रकारिता की पूंजी के तौर पर देखा जा सकता है।
अखबार ने अपने ‘मीडिया हाउस’ स्थित कार्यालय में तीसरा स्थापना दिवस आत्मीय और घरेलू वातावरण में पूरे जोशो-खरोश के साथ मनाया। इस अवसर पर अखबार के सभी साथियों को सम्बोधित करते हुए प्रबंध संपादक डॉक्टर निशीथ राय ने कहा कि डीएनए एक घर-परिवार है, जिसकी समाज में अलग छवि है। इस पहचान को कायम रखना व बढ़ाना ही हमारा मकसद है। उन्होंने कहा कि आज चाहे राजनेता हो या नौकरशाह, सब मानने लगे हैं कि सच यानि इस अखबार की आवाज को दबाया नहीं जा सकता। यही नहीं, अब तो विरोधी और आलोचक भी डीएनए की सच पर चलने की धुन की सराहना करने लगे हैं। इसका असर यह है कि अब हर रोज ऐसे लोगों के संदेश मिल रहे हैं जो बिना किसी आर्थिक हित के अखबार को अपना योगदान देने को तैयार हैं। डॉक्टर राय ने टीम की सराहना की और सभी साथियों को विशेष पुरस्कार से सम्मानित किया। इतना ही नहीं, मंदी के दौर में जब तमाम समूह छंटनी और वेतन कटौती में लगे हुए हैं, डॉ राय ने अपने समस्त स्टाफ के वेतन में 10 से लेकर 50 फीसदी तक की बढ़ोतरी का भी ऐलान किया। लगभग तीन दर्जन से ज्यादा साथियों को एक साथ प्रमोशन भी दिए। साथ ही यह विश्वास भी दिलाया कि सच की राह पर चलने और बेहतर काम करने वालों को निकट भविष्य में फिर तरक्की से नवाजा जाएगा।
समूह संपादक देशपाल सिंह पंवार ने इस मौके पर कहा कि सच की बात तो सभी करते हैं मगर ना तो उस पर अमल करते हैं और ना लिखते हैं। इतना ही नहीं जो पत्रकार इस राह पर चलने की कोशिश करते हैं तमाम लंगड़े टांग खींचने लगते हैं। उन्होंने कहा कि डीएनए ने सच का रास्ता चुना है। उस पर चल रहा है और चलता रहेगा। श्री पंवार ने कहा कि आनेवाला समय युवाओं का है। कुछ समय में पत्रकारिता की कमान भी युवाओं के हाथ में होगी। जो काबिल होगा, दिल से पत्रकारिता करेगा, वो जनता से जुड़ेगा, सम्मान हासिल करेगा। अतः सारे साथी आने वाली चुनौतियों को पूरा करने के वास्ते खुद को तैयार करें और रखें। स्थापना दिवस समारोह की शुरुआत में अखबार के संपादक (विचार) अरविंद चतुर्वेदी ने सबका स्वागत किया और संपादक समाचार अनिल भारद्वाज ने धन्यवाद ज्ञापन किया।