पर्ल ग्रुप की पत्रिकाओं के ग्रुप एडिटर श्रीकांत त्रिपाठी अब अपने पद से मुक्त हो गए हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार श्रीकांत त्रिपाठी का कार्यकाल दो वर्ष का था। प्रबंधन ने उनके कांट्रैक्ट को आगे नहीं बढ़ाया। श्रीकांत त्रिपाठी का नाम ग्रुप एडिटर के बतौर पोलिटिकल मैग्जीन ‘शुक्रवार’, महिलाओं की पत्रिका ‘बिंदिया’ और हिंदी बिजनेस मैग्जीन ‘मनी मंत्रा’ में जा रहा था। उनके ही समय में ये सारी पत्रिकाएं लांच की गईं।
पता चला है कि पर्ल ग्रुप के मीडियाकर्मियों की तरफ से श्रीकांत त्रिपाठी के सम्मान में विदाई समारोह का आयोजन किया गया। पर्ल ग्रुप के निदेशक ज्योति नारायण ने भड़ास4मीडिया से बातचीत में कहा कि श्रीकांत जी का कार्यकाल काफी शानदार रहा और उनका कार्य सराहनीय। अनुबंध पूरा होने के कारण श्रीकांतजी भले ही मैग्जीनों के साथ अब न हों लेकिन पर्ल समूह उनसे संपर्क में है और विचार-विमर्श जारी है।