चर्चाएं महज अफवाह, मैं एक प्रोजेक्ट के लिए महीने भर की छुट्टी पर हूं : आशुतोष

आईबीएन7 न्यूज चैनल के मैनेजिंग एडिटर आशुतोष को लेकर दिल्ली की मीडिया में कई तरह की चर्चाएं और अफवाहें फैली हुई हैं. जितने मुंह उतनी बातें सामने आ रही हैं. कोई कह रहा कि आशुतोष को अन्ना हजारे के ज्यादा कवरेज करने के कारण सूचना प्रसारण मंत्री अंबिका सोनी के इशारे पर राजदीप ने फोर्स लीव पर भेज दिया है. किसी का कहना है कि वह सहारा ग्रुप ज्वाइन करने वाले हैं और उनकी एक मीटिंग सहारा में हो चुकी है.

मेरा परेशान मन और ये दुष्‍ट दुनिया

मेरे लिए शराब छूना हराम है, लेकिन तेरी निगाह पिलाए तो क्या करूं? बड़ी मुद्दत के बाद एक खुले दिल के व्यक्ति का पटना आना हुआ था। नाम सबलोग जानते हैं… यही हैं यशवंत जी। भड़ास वाले। एक एसएमएस आया। उन्होंने लिखा था। मिलना चाहता हूं। उसमें होटल का एड्रेस भी था। मैं नहीं मिल सका। मुजफ्फरपुर में था। उपर से मेरे भाई की तबीयत भी खराब थी। खैर… जाने दिजिए। मेरा मन भी आजकल बड़ा परेशान रहता है। डाक्टर से दिखाया। उनका कहना था कि मन आपका बहुत इनोसेंटिया रहता है। ई ठीक नहीं है।

अमन, आशुतोष एवं चंचल की नई पारी

: चीफ मैनेजर कमल शर्मा का अमर उजाला, नोएडा से इस्‍तीफा : राजस्‍थान पत्रिका, जयपुर से सीनियर रिपोर्टर अमन वर्मा ने इस्‍तीफा दे दिया है. उन्‍होंने अपनी नई पारी जयपुर से प्रकाशित होने जा रहे दैनिक लोक सम्‍पर्क के साथ शुरू की है. लोक संपर्क में भी उन्‍होंने सीनियर रिपोर्टर के पोस्‍ट पर ज्‍वाइन किया है. अमन ने अपने करियर की शुरुआत राजस्‍थान पत्रिका के साथ 2004 में स्ट्रिंगर के रूप में की थी. अपनी काबिलियत और मेहनत के बल पर वे सीनियर रिपोर्टर के पद पर पहुंचे थे. बताया जा रहा है कि अमन वर्मा स्‍थानांतरण अहमदाबाद के लिए कर दिये जाने से नाराज थे.

अयोध्या कवरेज में आशुतोष ने मिसाल कायम की

: आइए, आईबीएन7 की इस पत्रकारिता का स्वागत करें : तारीख 30 सितम्बर 2010. टेलीविजन मीडिया के लिए एक इम्तिहान का दिन. आमतौर पर भारतीय टेलीविजन मीडिया अपनी अपरिपक्वता और जल्दबाजी के लिए कुख्यात है. परन्तु मामला इस बार बेहद संगीन और फिसलनदार. देश-विदेश के लाखों करोड़ो लोगों की नजर अपने टेलीविजन चैनल के स्क्रीन पर चस्पा थी.

आईबीएन7 वालों ने खुद की पीठ थपथपाई

: खुद को हिंदी का नया नंबर वन न्यूज चैनल बताया : आईबीएन7 वालों ने अपनी वेबसाइट पर अपने बारे में एक खबर प्रकाशित की है जिसमें वे लोग जमकर अपने मुंह मियां मिट्ठू बने हैं. आप भी पढ़ लीजिए. -एडिटर

वो पत्रकार बाद में बनता है, टीआरपीबाज पहले : आशुतोष

आशुतोषअब तो एडिटर से अधिक पावरफुल हो गये ब्रांड मैनेजर : आइना दिखाने के लिये थैंक्स रामू : ‘हाऊ ऑनेस्ट इज द फिल्म’, उस अजनबी लड़के ने मुझसे ये सवाल किया। 

टीआरपी को फौरन बंद करें : आशुतोष

आशुतोषएक विदेशी वेबसाइट के हवाले से आंध्र प्रदेश के कई न्यूज चैनलों द्वारा वाईएसआर की मौत से जुड़ी अपुष्ट खबर दिखाने, इस भ्रामक खबर को सच मान गुस्साए लोगों का सड़क पर उतरने व हिंसा भड़कने, इसके बाद मीडिया, खासकर टीवी न्यूज चैनलों की भूमिका को लेकर देशव्यापी बहस शुरू होने के इस दौर में आईबीएन7 के मैनेजिंग एडिटर आशुतोष ने स्वीकार किया है कि राष्ट्रीय न्यूज चैनलों से प्रेरणा लेकर क्षेत्रीय चैनल भी टीआरपी के लिए सनसनीखेज, अपुष्ट व अफवाह आधारित खबरें दिखाने लगे हैं। ‘हिंदुस्तान’ अखबार में आज प्रकाशित लेख में आशुतोष ने कई ऐसी बातें कहीं हैं जिसे टीवी एडिटरों द्वारा आत्मावलोकन करते हुए भविष्य के लिए सही राह तलाशने की गंभीर शुरुआत कहा जा सकता है।