‘स्वदेश’ अखबार क्यों नहीं देता पीएफ?

: इस अखबार के एकाउंट सील किए जा चुके हैं फिर भी नहीं सुधर रहा इसका प्रबंधन : प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 25 जनवरी को ग्वालियर से प्रकाशित दैनिक ‘स्वदेश’ अखबार का औपचारिक दौरा किया. यह एक ऐसा संस्थान है, जो अपने यहां कार्यरत कर्मचारियों के भविष्य निधि (पीएफ) का भुगतान नहीं कर रहा.

एमपी के सीएम की विजिट और एडीटरों की एडिटरी

मध्यप्रदेश के किसी मुख्यमंत्री ने पहली बार गणतंत्र दिवस पर ग्वालियर में तिरंगा फहराने का निर्णय लिया। इससे पहले किसी भी मुख्यमंत्री ने गणतंत्र दिवस पर ग्वालियर आकर तिरंगा नहीं फहराया। इस हिसाब से गणतंत्र दिवस पर ग्वालियर में तिरंगा फहराने वाले शिवराजसिंह मध्यप्रदेश के पहले मुख्यमंत्री बन गए। चूंकि मुख्यमंत्री एक दिन पहले ही शाम को ग्वालियर आ गए थे, इसलिए उन्होंने समय का सदुयपयोग भी खूब किया।

ग्वालियर में डीबी स्टार लांच कराएंगे रवि प्रकाश

ग्वालियर में भास्कर और पत्रिका भिड़ने वाले हैं. पत्रिका समूह ग्वालियर से अपना एडिशन शुरू करने जा रहा है. जवाब में भास्कर ग्रुप भी अपना टैबलायड अखबार डीबी स्टार ग्वालियर से प्रकाशित करने की रणनीति बना चुका है.

भास्कर, ग्वालियर को अबकी 5 का गुडबाय

दैनिक भास्कर, ग्वालियर से पांच और लोगों के इस्तीफे की खबर है। इनमें से चार मार्केटिंग विभाग के हैं और एक संपादकीय के। ये पांचों ग्वालियर से प्रकाशित होने जा रहे अखबार ‘पीपुल्स समाचार’ के हिस्से बनेंगे। मार्केटिंग विभाग से इस्तीफा देने वाले तीन लोगों के नाम मालूम हो सके हैं। ये हैं- बाबा पाटंकर, कपिल उपाध्याय और प्रशांत किंचखेड़कर। चौथे शख्स का नाम नहीं मालूम चला है। उधर, संपादकीय विभाग से सब एडिटर अजय साहू ने भी इस्तीफे का नोटिस प्रबंधन को थमा दिया है। वे भी ‘पीपुल्स समाचार’ के हिस्से बनेंगे। ज्ञात हो कि पिछले दिनों क साथ 18 लोगों ने इस्तीफा देकर भोपाल और ग्वालियर में बैठे भास्कर प्रबंधन के लोगों को तगड़ा झटका दिया था।

भास्कर, ग्वालियर से 18 पत्रकारों का इस्तीफा

हाल-फिलहाल इतने बड़े पैमाने पर इस्तीफे किसी और अखबार में नहीं हुए हैं। दैनिक भास्कर, ग्वालियर वीरान हो चुका है। एक साथ 18 लोगों ने इस्तीफे दे दिए हैं। इस्तीफे देने वाले सभी मीडियाकर्मी ग्वालियर से ही लांच होने जा रहे पीपुल्स ग्रुप के अखबार पीपुल्स समाचार से जुड़ गए हैं या जुड़ने वाले हैं। भास्कर प्रबंधन में अफरातफरी की स्थिति है। स्टेट हेड अभिलाष खांडेकर सात दिनों तक ग्वालियर में डेरा डाले रहे। पद व पैसे बढ़ाकर रोकने की कोशिश करते रहे पर कोई नहीं रुका। अब जो बचे हुए हैं, कहीं वे भी न चले जाएं, इसलिए भास्कर प्रबंधन इनके पद व पैसे बढ़ा रहा है। सूत्र कहते हैं कि हरिमोहन शर्मा ने अपने अपमान का बदला ले लिया। भास्कर जैसे बड़े ग्रुप को सबक सिखा दिया। ज्ञात हो कि कभी दैनिक भास्कर, ग्वालियर के संपादक रहे हरिमोहन शर्मा को बीच में भोपाल बुला लिया गया था और उन्हें स्टेट एडिटर (सैटेलाइट) नामक नए पद पर बिठाकर कुछ नया काम करने को कहा गया।

मनोज पमार और अजय गर्ग ने हिंदुस्तान ज्वाइन किया

दैनिक भास्कर, ग्वालियर के एडिशन कोआर्डिनेटर मनोज पमार ने इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने नई पारी दैनिक हिंदुस्तान, आगरा के साथ शुरू की है। उन्होंने आगरा पहुंचकर न्यूज एडिटर के रूप में कार्यभार संभाल लिया है। उधर, दैनिक भास्कर, चंडीगढ़ में कार्यरत सीनियर न्यूज एडिटर अजय गर्ग ने भी संस्थान को बाय बोल दिया है। वे भी दैनिक हिंदुस्तान के साथ जुड़ गए हैं।

भास्कर, ग्वालियर के आरई का इस्तीफा

दैनिक भास्कर, ग्वालियर के स्थानीय संपादक दिनेश मिश्रा ने इस्तीफा दे दिया है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार उनका इस्तीफा तत्काल प्रभाव से स्वीकृत हो गया है। इस्तीफे के पीछे वजह क्या है, यह पता नहीं चल पाया है। बी4एम ने दिनेश मिश्रा से इस्तीफे के बारे में जानने के लिए संपर्क किया तो उन्होंने इस मुद्दे पर कुछ भी कहने से मना कर दिया। दिनेश मिश्रा ग्वालियर संस्करण के स्थानीय संपादक आठ महीने रह पाए। इससे पहले वे दैनिक भास्कर की पानीपत यनिट के प्रभारी थे। ग्वालियर संस्करण के नए रेजीडेंट एडिटर अनिल कुमार शर्मा बनाए गए हैं। अनिल दैनिक भास्कर, भोपाल में डिप्टी एडिटर के रूप में कार्यरत थे। वे आज शाम को ग्वालियर आकर नया कार्यभार ग्रहण करेंगे।