बेहतरीन मानवीय रिपोर्टिंग के लिए द हिंदू के रिपोर्टर अमन सेठी पुरस्‍कृत

द हिंदू के पत्रकार अमन सेठी को बेहतरीन मानवीय रिपोर्टिंग के लिए आईसीआरसी और प्रेस इंस्‍टीट्यूट ऑफ इंडिया (पीआईआई) ने प्रथम पुरस्‍कार प्रदान किया है. इस पुरस्‍कार के तहत सेठी को 50000 रुपये प्रदान किया गया. उन्‍हें यह पुरस्‍कार छत्‍तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में हुए दंगों के बारे में लिखे गए रिपोर्ट पर दिया गया है. दोनों संस्‍थान संयुक्‍त रूप से इस पुरस्‍कार का आयोजन करते हैं.

क्षेत्रीय चैनल बेचेगा एनडीटीवी!

समाचार और मनोरंजन क्षेत्र में कारोबार कर रही राष्ट्रीय स्तर की प्रसारक कंपनी एनडीटीवी संभवत: अपने चैनल एनडीटीवी-हिंदू को बेचने की तैयारी कर रही है। यह चैनल एनडीटीवी और चेन्नई मुख्यालय वाले समाचार पत्र समूह दि हिंदू की बराबर हिस्सेदारी वाला संयुक्त उपक्रम है। 2009 के मध्य में जब एनडीटीवी-हिंदू की शुरुआत हुई थी, तब यह चेन्नई का पहला शहर केंद्रित अंग्रेजी समाचार और मनोरंजन चैनल था।

‘द हिंदू’ मैनेजमेंट ने कोड आफ एडिटोरियल वैल्यूज स्वीकार किया

पुराने व प्रतिष्ठित अखबार द हिंदू से खबर है कि 18 अप्रैल को बोर्ड आफ डायरेक्टर्स की बैठक में कोड आफ एडिटोरियल वैल्यूज को स्वीकार किया गया. द हिंदू को प्रकाशित करने वाली कंपनी कस्तूरी एंड संस लिमिटेड के निदेशकों की बैठक में सभी 12 निदेशक मौजूद थे. पर अंदरुनी खबर है कि ये नौ प्वाइंट वाला कोड आफ एडिटोरियल वैल्यूज को सर्वसम्मति से नहीं स्वीकार किया जा सका. द हिंदू ने इन नौ प्वाइंट्स को अखबार व वेबसाइट पर प्रकाशित कर दिया है. आप भी पढ़ें-

द हिंदू ने दाम बढ़ाया, हिंदुस्‍तान टाइम्‍स की कमर टूटी

चार हजार सर्कुलेशन के बावजूद दिल्ली से आने वाले अंग्रेजी दैनिक द हिंदू ने मंगलवार से अपना दाम पचास पैसे और बढ़ाकर कवर प्राइस चार रुपये कर दिया है। यह जानते हुए भी कि लखनऊ से आ रहे टाइम्स आफ इंडिया की ओर से 395 रुपये में पूरे नौ माह तक अखबार पढ़ाने की स्कीम आ गयी है, हिंदू ने यह हिम्मत की है। पर टाइम्स आफ इंडिया की वजह से हिंदुस्तान टाइम्स की कमर टूट गयी है।

Shekhar, this is not fair…

The war has started. It’s between ‘The Hindu’ and ‘The Indian Express’ newspapers, this time. While I am strongly questioning the retiring age of M.K.Razdan, CEO & Editor-in-Chief of news agency Press Trust of India, a similar sword now hangs before another top gun in the Indian media. The Indian Express published a bottom story, throwing this serious question before N.Ram, the Editor-in-Chief of The Hindu and Group Publications and Director of Kasturi & Sons Ltd., with his photo captioned “No retirement age: N.Ram”.

राम भड़के तो एक्सप्रेस वाले पीछे पड़े

एक्सप्रेस समूह वाले तो एन. राम और ‘दी हिंदू’ अखबार के पीछे पड़ गए लगते हैं. कुछ लोग कह रहे हैं कि देश में अंग्रेजी में दो ही सर्वाधिक प्रतिष्ठित अखबार हैं, एक ‘दी हिंदू’ और दूसरा ‘दी इंडियन एक्सप्रेस’. इन अखबारों के जो सर्वाधिक चर्चित दो नाम हैं वे हैं- इंडियन एक्सप्रेस के एडिटर इन चीफ शेखर गुप्ता और ‘दी हिंदू’ के एडिटर इन चीफ एन. राम. शेखर गुप्ता और एन. राम में अगर तुलना की जाए तो कई मामलों में एन. राम लोकप्रियता में बाजी मारते दिखते हैं. दिल्ली में न रहने के बावजूद, चेन्नई से दी हिंदू की कमान संभाले एन. राम की खरी-खरी लंबे समय तक पाठकों तक पहुंच रही है. वे सिर्फ अखबार के एडिटर इन चीफ ही नहीं हैं बल्कि पब्लिशर व डायरेक्टर भी हैं.