हिंदुस्तान, आगरा में रिपीट हुआ एडिट पेज

हिंदुस्तान के आगरा आफिस में कोहराम-सा मचा हुआ है. कल जो संपादकीय पेज पब्लिश हुआ था, उसी पेज को आज भी प्रिंट कर सरकुलेट कर दिया गया है. आगरा वासियों ने सुबह अखबार हाथ में आने के बाद से ही सोये हुए हिंदुस्तानियों को जगाना शुरू कर दिया. संपादक, रिपोर्ट, सब एडिटर तक के मोबाइल बजने लगे. आफिस के लैंडलाइन फोन की घंटी बंद होने का नाम नहीं ले रही थी. शुरुआती जांच पड़ताल में पता चला है कि मशीन विभाग और संपादकीय विभाग, दोनों की मिलीजुली गलती का नतीजा है पेज रिपीट होना.

हिंदुस्तान : कौशांबी में बंटा प्रतापगढ़ का अखबार

कई खबरें रिपीट : धनतेरस के दिन पटाखे फोड़ने के लिए स्टाफ से जबरन वसूले गए रुपये : इलाहाबाद से बी4एम के एक सुधी पाठक (जाहिर है, वो पत्रकार ही होंगे) ने एक पत्र भेजा है। पत्र को पढ़कर लग रहा है कि वे जरूर हिंदुस्तान, इलाहाबाद में कार्यरत होंगे। उन्होंने हिंदुस्तान, इलाहाबाद के अंदर की कई घटनाओं-बातों को लाइव तरीके से पेश किया है। इसे पढ़ते हुए एहसास होता है कि जैसे आप खुद भी हिंदुस्तान, इलाहाबाद के आफिस में बैठे हों और सब कुछ आपकी आंखों के सामने हो रहा हो। पत्र भेजने वाले महोदय ने दावा किया है कि घटनाएं पूरी तरह सही हैं, चाहें तो अपने स्तर से पता करा लें। बी4एम की छानबीन में भी ये मामले सही पाए गए हैं। हां, यह जरूर है कि लेखन में थोड़ी बहुत अतिरंजना है पर ‘रवि-कवि’ के मामले में इतना तो चलता है। लीजिए, पत्र पढ़िए…। -एडिटर, भड़ास4मीडिया

हिंदुस्तान, गाजियाबाद में आज भी खबर रिपीट

कल हमने बताया था कि हिंदुस्तान के गाजियाबाद-एनसीआर संस्करण में सात खबरें 10 और 11 नंबर पेज पर आमने-सामने रिपीट हुई हैं। आज हम बता रहे हैं कि गल्तियां रुकी नहीं हैं। आज भी एक तस्वीर और एक खबर रिपीट हुई है। गाजियाबाद संस्करण के पेज 10 और 14 पर आगरा में हिंदुस्तान के प्रिंटिंग प्लांट के भूमि पूजन की खबर और बड़ी सी तस्वीर इन दोनों पेजों पर प्रकाशित हुई है।

शशि की जगह कोई नहीं रखा जाएगा

अमर उजाला के स्थानीय संपादकों के संबंध में कई अफवाह : दिल्ली संस्करण में गोविंद का नाम जाएगा : निदेशक माहौल सामान्य बनाने में जुटेंगे : शशि के ज्वाइन करने से पहले हिंदुस्तान में सात खबरें रिपीट : मृणाल पांडे और शशि शेखर के अपने-अपने संस्थानों से हटने से इन दोनों अखबारों हिंदुस्तान और अमर उजाला में अंदरखाने जो बदलाव होने लगे हैं, उसको लेकर कई तरह की खबरें हैं। सबसे पहली खबर तो यह कि अमर उजाला प्रबंधन ने अगले कुछ महीनों तक शशि शेखर की जगह पर किसी को भी न लाने का फैसला किया है। ऐसा अमर उजाला में स्थिति को सामान्य बनाने के मकसद से किया गया है। तेजतर्रार निदेशक अतुल माहेश्वरी अब खुद अमर उजाला के कामधाम को देखेंगे।

संपादक बेकसूर, पेज रिपीट में प्रोडक्शन वाले का हाथ

टीओआई में 15 और 16 जून को छपे एक ही संपादकीय पेज के बारे में जहां तक मैं समझता हूं कि इसमें संपादक का कोई कुसूर नहीं होता और न ही इसे मानवीय भूल के कारण रिपीट पेज माना जा सकता है क्योंकि अगर भूल के कारण पुराना पेज रिपीट होता तो उसमें डेटलाइन चेंज नहीं होती। निश्चित ही यह गलती जान-बूझकर की गई है और इसमें प्रोडक्शन विभाग के ही किसी सदस्य का हाथ है। चूंकि मैं भी एक नामी अखबार के प्रोडक्शन विभाग में जिम्मेदार पद पर कार्यरत हूं, इसलिए इस तरह के मामलों को अच्छी तरह से समझ सकता हूं।

संपादक को सौ प्रतिशत जिम्मेदार माना जाना चाहिए

[caption id="attachment_15060" align="alignright"]संजय कुमार सिंहसंजय कुमार सिंह[/caption]पेज रिपीट होने के लिए संपादक को सौ प्रतिशत जिम्मेदार माना जाना चाहिए क्योंकि ऐसी भयानक गलती सिर्फ एक आदमी की लापरवाही से नहीं हो सकती है और अगर एक ही आदमी के सिर इतनी बड़ी जिम्मेदारी है तो संपादक को तनख्वाह काहे की मिलती है ? पेज रिपीट होने की गलती संपादकीय विभाग वालों की लापरवाही से कम और प्रेस वालों की लापरवाही से ज्यादा होने की आशंका रहती है। फिर भी अखबार निकालना टीम का काम है और टीम का मुखिया अपनी जिम्मेदारी से कैसे बच सकता है।

ब्लागर कहिन- एडिटर को भगाओ

[caption id="attachment_15042" align="alignnone"]टीओआई15 जून 2009 का संपादकीय पेज जो अहमदाबाद में 16 जून 2009 को भी छपा और बिका.[/caption]

हिंदी-अंग्रेजी के ब्लागर प्रिंट-टीवी के अनजान-महान पत्रकारों-संपादकों की हर हरकत पर तगड़ी नजर रखे हुए हैं। दुनिया भर की खबर लेने-देने वालों की खबर लेने का काम आजकल ये ब्लागर करने लगे हैं। तभी तो इन ब्लागरों से अब बड़े-बड़े तुर्रम खां टाइप संपादक भी डरने लगे हैं। कइयों ने तो पालिसी बना ली है कि दिन दूनी-रात चौगुनी गति से फल-फूल रहे इन ब्लागरों के लिखे-कहे को इगनोर करो वरना ये बर्र के छत्ते जैसे हैं, जितना छेड़ोगे, उतने ही संगठित तरीके से काटे-बकोटे जाओगे। ताजा मामला टाइम्स आफ इंडिया, अहमदाबाद का है। यहां पूरा का पूरा एडिट पेज रिपीट हो गया है।