अमर सिंह बड़बोले हैं. बोलने में कोई उनसे जीत नहीं सकता. कल इलाहाबाद हाईकोर्ट ने प्रवर्तन निदेशालय को अमर सिंह की काली कमाई की जांच का जो आदेश दिया और अमर सिंह की गिरफ्तारी पर से रोक हटाने का जो फैसला सुनाया, उससे अमर सिंह के पैर के नीचे से जमीन सरक गई है. उन्होंने कोर्ट के आदेश के बाद मीडिया से बातचीत में कहा कि अगर वे गुनाहगार पाए जाते हैं तो उन्हें दंडित किया जाना चाहिए.
उन्होंने उत्तर प्रदेश विकास निगम का चेयरमैन रहते हुए किसी धांधली से इनकार किया और कहा कि अगर किसी तरह की कोई धांधली पाई जाती है या फिर स्पेक्ट्रम घोटाले में किसी कंपनी को लाभ पहुंचाने के सुबूत मिलते हैं तो यूपी सरकार इसके सुबूत प्रवर्तन निदेशालय को दे सकती है. दोषी पाए जाने पर मैं किसी भी तरह के दंड के लिए तैयार हूं. अमर सिंह ने कहा कि उनके खिलाफ उत्तर प्रदेश सचिवालय के एक ताकतवर सचिव के इशारे पर मामला दर्ज कराया गया है.
उधर, कोर्ट के आदेश के बाद चर्चा है कि अमिताभ बच्चन भी लपेटे में आ सकते हैं क्योंकि कानपुर के बाबूपुरवा में जो एफआईआर अमर सिंह के खिलाफ दर्ज है, उसमें अमर सिंह की पत्नी पंकजा कुमारी के साथ अमिताभ बच्चन को भी आरोपी बनाया गया है. अमर सिंह समेत तीनों पर आरोप है कि इन लोगों ने अलग अलग कंपनी बनाकर करीब 400 करोड़ रुपये का वारा न्यारा कर दिया. कोर्ट ने प्रवर्तन निदेशालय को कहा है कि महीने भर के भीतर जांच कर स्टेटस रिपोर्ट पेश की जाए.