प्रभात खबर, रांची के वरीय संवाददाता संजय यादव ने एक मिसाल कायम की है। उन्होंने स्वेच्छा से अपनी संपत्ति की घोषणा की है। पत्रकारिता में शुचिता और नैतिकता के पक्षधर देश के मशहूर पत्रकार और प्रभात खबर के प्रधान संपादक हरिवंश ने पिछले दिनों भड़ास4मीडिया को दिए इंटरव्यू में खुद की संपत्ति का खुलासा करते हुए देश के सभी मीडियाकर्मियों से अपील की थी कि उन्हें अपनी संपत्ति का खुलासा करना चाहिए ताकि पत्रकारों व पत्रकारिता पर लग रहे आरोपों से बचा जा सके और पारदर्शिता की परंपरा का बरकरार रखा जा सके।
हरिवंश के नक्शेकदम पर चलते हुए संजय यादव ने अपनी संपत्ति की घोषणा कर दी है। संजय ने ऐसा निज अंतर्मन की आवाज पर किया है। संजय के इस जज्बे को भड़ास4मीडिया सलाम करता है और एक स्वस्थ परंपरा को आगे बढ़ाने के लिए साधुवाद देता है। संजय ने अपनी संपत्ति घोषित करने से पहले कुछ बातें कहीं हैं, जिसे यहां प्रकाशित किया जा रहा है-
‘समाज के दूसरी अंग की तरह पत्रकारिता जगत के भी अपने संकट है। मिशन से प्रोफेशन होते इस पेशे का संक्रमण काल पक्के तौर पर कब शुरू हुआ और यह कब चरम पर होगा, कहना मुश्किल है। मेरी नजर में पत्रकारों का सबसे बड़ा संकट मानसिक तौर पर इस पेशे के लिए तैयार न होना है। बुनियादी नैतिकता के लिए भी नहीं। प्रभात खबर में काम करने वालों का यह सौभाग्य है कि उन्हें बेदाग नेतृत्व मिला है। दरअसल इस नेतृत्व की सराहना तो सब करते हैं, लेकिन इसका अनुसरण ज्यादातर के एजेंडे में नहीं हैं। पत्रकारों व राजनीतिक नेताओं में बोलने व लिखने का ही फर्क बचा है। बाकि आचरण एक होते जा रहे हैं। संपत्ति की घोषणा करके मैंने कोई तीर नहीं मारा है। ईमानदारी से यह खुलासा करना चाहता हूं कि ऐसा करने की मेरी इच्छा बहुत पहले थी। हमारे प्रधान संपादक हरिवंश जी के भड़ास4मीडिया में अपनी संपत्ति की घोषणा व इसके लिए आह्नान के बाद मुझे लगा कि यह काम देर से ही सही, कर देना चाहिए। यह पेशा और ज्यादा गरिमामय, विश्वसनीय व प्रभावी तभी होगा, जब इस पेशे की गरिमा व साख के लिए सुधि पत्रकार आगे आयें। मेरे अपने हाउस में यह सिलसिला बस शुरू ही होने वाला है।’
संजय ने अपनी संपत्ति जो घोषित की है, वह इस प्रकार है-
नाम- संजय यादव (वरीय संवाददाता)
पिता- स्व. रामचंद्र प्र.यादव
वर्तमान पता- इइएफ कॉलोनी, टाटीसिलवे आवास संख्या- बी/11
मोबाइल- 09835167507
1- प्रभात खबर ज्वाइन करते वक्त संपत्ति का व्योरा :
निजी व्यवसास से परिवार का भरण पोषण। कहीं कोई बचत नहीं।
2- दिनांक 21 अगस्त 09 को कुल चल-अचल संपत्ति का व्योरा :
नगद – स्टेट बैंक आफ इंडिया की कोकर शाखा (सैलरी एकाउंट) मे लगभग सात हजार रुपए, बैंक आफ इंडिया टाटीसिलवे शाखा में पत्नि अनिता प्रसाद के साथ संयुक्त खाते में 1.25 लाख रुपए फिक्सड डिपोजिट (पटना में बिकी पुश्तैनी जमीन से मिली राशि, जो मेरी मां ने जनवरी 09 में मुझे दिये)
जमीन का पट्टा- टाटीसिलवे कैंब्रिज स्कूल के बगल में लगभग 10 डिसमिल जमीन (सन 1973 में मेरे पिता जी ने यहां कुल 88 डिसमिल जमीन खरीदी थी। बाद में कई पारिवारिक जरूरतों पर यह बेची गई। शेष जमीन अभी मेरी मां के नाम से ही है। संभवत: यह मेरे नाम हो सकती है।)
कोई पॉलिसी- कुछ नही, कोई जीवन या गैर जीवन बीमा भी नहीं।
जेवरात- पत्नि अनिता प्रसाद को अपने मां-बाप से मिले गहने, जिसकी वर्तमान कीमत 40 हजार हो सकती है।
वाहन- पत्रकारिता शुरू करने वक्त मोटरसाइकिल (बीआर14एच-7755) मुझे मेरे भाई ने दी थी। यह आज भी उसी (संतोष कुमार) के नाम से है।
3-किसी तरह की कोई अन्य चल-अचल संपत्ति नहीं है।
मै घोषणा करता हूं कि उपरोक्त विवरण मेरी जानकारी में सही व संपूर्ण है।
दिनांक- 21-8-09
हस्ताक्षर
संजय यादव
वरीय संवाददाता, प्रभात खबर (रांची)