प्रभात खबर ने गया से शुरू किया अपना 10वां संस्‍करण

महातीर्थ गया से प्रभात खबर आज (21 अक्तूबर, 2011) से प्रकाशित होने लगा है. महात्मा बुद्ध की इस धरती, जहां से दुनिया को ज्ञान की रोशनी मिली, यहां से प्रकाशन शुरू करने वाला प्रभात खबर पहला दैनिक अखबार है. इसी के साथ प्रभात खबर बिहार का भी पहला ऐसा दैनिक अखबार हो गया है जो राज्‍य के चार शहरों, पटना, मुजफ्फरपुर, भागलपुर और गया से प्रकाशित हो रहा है.

सुमन सौरभ प्रभात खबर, देवघर के नए आरई, जमशेदपुर भेजे गए कुमार सौरभ एवं प्रदीप जायसवाल का इस्‍तीफा

: अपडेट : प्रभात खबर, रांची में हलचल है. पिछले काफी समय से जड़वत लोगों को इधर-उधर करके गतिशील बनाने का काम किया जा रहा है. प्रबंधन का निर्णय काफी दिनों से जमे-जमाए लोगों को रास नहीं आ रहा है. पिछले दिनों जमशेदपुर भेजे गए दो लोगों ने इस्‍तीफा देकर अपना बिजनेस चलाने का‍ निर्णय लिया है. इधर, प्रभात खबर, देवघर से सूचना है कि सुमन सौरभ को देवघर का नया आरई बना दिया गया है. पुराने संपादक संजय मिश्र होल्‍ड पर हैं.

प्रभात खबर ने किया अपने ई-संस्‍करण में बदलाव

प्रभात खबर ने अपने ई-पेपर को नयी साज-सज्‍जा और बेहतर तकनीक के साथ लांच किया है. पूरी तरह यूनिकोड फांट तकनीक के योग के कारण ई-पेपर अब इंटरनेट एक्‍सप्‍लोरर, फायरफाक्‍स, गूगल कोम आदि सभी ब्राउजर में खोला जा सकेगा. प्रभात खबर की साइट में भी काफी तीव्रता आ गई है. विजिटर चाहे तो किसी भी खबर का यूज पेपर तथा अखबार का मूल ले आउट भी देख सकते हैं.

प्रभात खबर, भागलपुर के संपादक बने जीवेश रंजन

: कुमार सौरभ एवं प्रदीप जायसवाल प्रमोट कर जमशेदपुर भेजे गए : प्रभात खबर, रांची से सूचना है कि तीन लोगों को प्रमोट करके दूसरे यूनिटों में नई जिम्‍मेदारी सौंपी गई है. रांची में पिछले चौदह सालों से कार्यरत जीवेश रंजन को भागलपुर का नया संपादक बनाया गया है. जीवेश रांची में स्‍टेट हेड रुरल के पद पर अपनी सेवाएं दे रहे थे. जीवेश की वरिष्‍ठता एवं कार्यक्षमता को देखते हुए नई जिम्‍मेदारी सौंपी गई है. जीवेश रंजन पिछले दो दशक से पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रिय हैं.

प्रभात खबर में काम करने वाले मौका मिलते ही क्यों छोड़ जाते हैं साथ?

: सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है इस अखबार में : बिहार-झारखंड के लीडिंग न्यूजपेपर प्रभात खबर में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है. यहां काम करने वाले परेशान हैं. एक तो सेलरी कम, उपर से काम का जबरदस्त बोझ. तीसरे चरम आंतरिक राजनीति. चौथा नौकरी जाने का भय. इन्हीं सब कारणों से प्रभात खबर के कर्मी मौका मिलते ही संस्थान को छोड़ देने में भलाई समझते हैं.

प्रभात खबर, भागलपुर संकट में : संपादक का तबादला, एनई समेत चार का इस्‍तीफा

भागलपुर में प्रभात खबर से मात खाने के बाद हिंदुस्‍तान अब सीधी लड़ाई में उतरता दिख रहा है. हिंदुस्‍तान प्रभात खबर के लोगों को ही तोड़कर अपने साथ जोड़ने में लगा हुआ है. प्रभात खबर में भागमभाग जैसी स्थिति बन गई है. कई लोगों ने अखबार को अलविदा कह दिया है. सबसे बड़ी खबर है कि भागलपुर के स्‍थानीय संपादक चंदन शर्मा का तबादला रांची के लिए कर दिया गया है. फिलहाल उन्‍होंने रांची ज्‍वाइन नहीं किया है. वे छुट्टी पर चल रहे हैं.

उदय झा, रजनीश कुमार एवं अनिल कुमार की नई पारी

दैनिक जागरण, भागलपुर से उदय झा ने इस्‍तीफा दे दिया है. वे यहां पर असिस्‍टेंट मैनेजर थे. उन्‍होंने अपनी नई पारी प्रभात खबर, मुजफ्फरपुर के साथ शुरू की है. उन्‍हें यहां डिप्‍टी मैनेजर बनाया गया है. उदय काफी समय से जागरण को अपनी सेवाएं दे रहे थे.

दिल्‍ली में स्‍वयं प्रकाश करा रहे इलाज, बिहार में हिंदुस्‍तान से जुड़ने की अफवाह

वरिष्‍ठ पत्रकार एवं प्रभात खबर, पटना के संपादक स्‍वयं प्रकाश को लेकर पूरे बिहार में कानाफूसी चल रही है. उनके हिंदुस्‍तान के साथ जुड़ने की खबर पूरे बिहार में एक कान से दूसरे कान तक पहुंच रही है. हर कोई इस खबर की सच्‍चाई जानने की कोशिश कर रहा है. कारण है उनका दिल्‍ली में पिछले कुछ दिनों से चल रहा प्रवास. पर सच यह है कि वो दिल्‍ली में अपना इलाज करा रहे हैं.

पत्रकार की पिटाई होती रही, विधायक तमाशबीन बने रहे

बख्तियारपुर :  बिहार में नीतीश शासन की दूसरी पारी में अपराधियों का मनोबल बढ़ता जा रहा है. अपराधी तांडव कर रहे है और पटना पुलिस मसाज पार्लरो और पार्कों में छापामारी कर लडकों लड़कियों को एक दूसरे से करीब आने से रोकने के अभियान में लगी है. इसी पटना जिला के बाढ़ अनुमंडल में अपराधियों का मनोबल कुछ इस कदर बढ़ा हुआ है कि अब पत्रकार भी लगातार निशाने पर हैं.

प्रभात खबर, बगहा के मोडम प्रभारी बने मनोज राव

उत्तर बिहार के विभिन्न जिलों में हिंदुस्तान व जागरण को करारी मात देने के बाद प्रभात खबर ने बगहा का रूख किया है। हालांकि अब तक बगहा में प्रभात खबर का फैक्स सेंटर था। अब वहां मोडम कार्यालय खुलने वाला है। मोडम के प्रभारी के रूप में हिंदुस्तान, मुजफ्फरपुर में स्टाफर व मोतिहारी के ब्यूरो चीफ रह चुके मनोज राव को प्रभात खबर ने बगहा भेजा है। मनोज खास कर चंपारण के पत्रकारों में काफी सुलझे एवं जुझारू माने जाते हैं।

हिंदुस्‍तान को झटका, सियाराम एनई बनकर प्रभात खबर पहुंचे, विनय भी जुड़े

प्रभात खबर ने झारखंड में हिंदुस्‍तान का एक और विकेट गिरा दिया है. हिंदुस्‍तान, धनबाद से खबर है कि सियाराम ने इस्‍तीफा दे दिया है. वे यहां पर डीएनई थे. अब वे अपनी नई पारी प्रभात खबर, मुजफ्फरपुर के साथ करने जा रहे हैं. उन्‍हें यहां एनई बनाया गया है. सियाराम ने अपने करियर की शुरुआत 96 में प्रभात खबर के साथ ही की थी. इसके बाद ये हिंदुस्‍तान से जुड़ गए थे. मुजफ्फरपुर का प्रभार संभाल रहे प्रभात खबर, पटना के संपादक स्‍वयं प्रकाश ने भी सियाराम के प्रभात खबर से जुड़ने की पुष्टि की.

 

शुक्रवार के एसोसिएट एडिटर बने अशोक कुमार, सुमित प्रभात खबर से जुड़े

इंडिया टुडे के डिप्‍टी एडिटर रह चुके अशोक कुमार ने साप्‍ताहिक पत्रिका शुक्रवार ज्‍वाइन किया है. उन्‍हें एसोसिएट एडिटर बनाया गया है. अशोक कुमार कुछ समय पहले ही इंडिया टुडे से रिटायर हुए थे. वे इंडिया टुडे हिंदी के शुरुआती टीम के सदस्‍य थे. मूल रूप से पटना के रहने वाले अशोक कुमार ने करियर की शुरुआत धर्मयुग से की थी. इसके बाद वे जनसत्‍ता से जुड़े, यहां से इस्‍तीफा देने के बाद रिटायरमेंट तक इंडिया टुडे को सेवा देते रहे.

दिवाकर भारद्वाज और देवेंद्र सिंह हिंदुस्‍तान से जुड़े

प्रभात खबर और हिंदुस्‍तान के बीच झारखंड और बिहार में एक दूसरे के पत्रकारों को जोड़ने-तोड़ने का सिलसिला लगातार चल रहा है. नई सूचना है कि प्रभात खबर के सर्कुलेशन मैनेजर दिवाकर भारद्वाज ने इस्‍तीफा दे दिया है. अब वे हिंदुस्‍तान के साथ जुड़ गए हैं. दिवाकर पटना में बैठकर हिंदुस्‍तान संभालेंगे. प्रभात खबर पटना में ही असिस्‍टेंट मैनेजर देवेंद्र सिंह भी हिंदुस्‍तान से जुड़ गए हैं. वे मुजफ्फरपुर में हिंदुस्‍तान को अपनी सेवाएं देंगे.

प्रभात खबर से जुड़े अमरेश

हिंदुस्‍तान, मुजफ्फरपुर यूनिट के मोतिहारी ब्‍यूरो को अमरेश नंदन ने बाय बोल दिया है. वे यहां पर स्ट्रिंगर थे. उन्‍होंने अपनी नई पारी मोतिहारी में ही प्रभात खबर के साथ शुरू की है. उन्‍हें यहां सुपर स्ट्रिंगर बनाया गया है. अमरेश ने सात महीने पहले ही हिंदुस्‍तान ज्‍वाइन किया था. अमरेश ने छह साल पहले …

रामदेव ने किया प्रभात खबर पर 15 लाख क्षतिपूर्ति का मुकदमा

पूर्वी चम्‍पारण के मोतिहारी जिले के रामदेव गिरी ने प्रभात खबर पर 15 लाख रुपये के क्षतिपूर्ति का दावा किया है. गिरी ने आरोप लगाया है कि प्रभात खबर ने साजिशन गलत विज्ञापन प्रकाशित कर उन्‍हें पंचायत चुनाव में पराजित कराने का काम किया है. कोर्ट ने प्रधान संपादक एवं स्‍थानीय संपादक समेत आठ लोगों को सम्‍मन जारी किया है.

प्रभात खबर ने प्रतिद्वंद्वी अखबारों का नींद हराम किया

उत्तर बिहार में प्रभात खबर को मिल रही अच्छी सफलता ने हिन्दुस्तान और दैनिक जागरण की बेचैनी बढ़ा दी है। दोनों अखबारों को लगातार तगड़ा झटका लग रहा है। इनकी प्रसार संख्या में लगातार गिरावट ने सबको हैरत में डाल दिया है। उधर, इस झटके का सामना करने के लिए दैनिक जागरण ने तो अपनी तैयारी शुरू कर दी है, लेकिन हिन्दुस्तान अभी भी नम्बर वन के नशे में चूर है। जबकि सबसे अधिक हिन्दुस्तानी ही प्रभात खबर में गये हैं।

प्रभात खबर ने 850 प्रतिभाओं को सम्‍मानित किया

रांची : रांची की प्रतिभाएं रविवार को एक मंच पर जुटी. मौका था प्रभात खबर प्रतिभा सम्मान समारोह का. होटल रेडिशन ब्‍लू में आयोजित समारोह में विभिन्न परीक्षाओं के 850 टॉपरों को प्रभात खबर ने सम्मान दिया. उनका उत्साहवर्द्धन किया और सफल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी. भारी बारिश में भी इन टॉपरों का उत्साह कुछ कम नहीं था और प्रभात खबर भी इन्हें सम्मानित कर गौरवान्वित महसूस कर रहा था. बच्चों के साथ उनके अभिभावक भी आये थे. मौसम खराब होने के बावजूद बड़ी संख्या में वे पहुंचे.

बिहार एवं झारखंड में सबसे ज्‍यादा पाठक जोड़े प्रभात खबर ने

: बिहार में 23.8 एवं झारखंड में 6.61 प्रतिशत पाठक बढ़े : प्रभात खबर झारखंड व बिहार का सबसे तेज बढ़ता हुआ अखबार है. देश के शीर्ष 10 हिंदी अखबारों में प्रभात खबर आठवें स्थान पर रहा और लगातार दूसरी बार औसत पाठक संख्या में सबसे ज्यादा आठ फीसदी की वृद्धि दर्ज की. आइआरएस के ताजा सर्वे (2011 की पहली तिमाही ) के मुताबिक प्रभात खबर ने 2010 की चौथी तिमाही के मुकाबले औसत पाठक संख्या में 7.9 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की.

सुरेश चचान बने प्रभात खबर के स्‍टेट हेड, धर्मेद्र भी जुड़े

हिंदुस्‍तान, मुजफ्फरपुर में भागमभाग मची हुई है. यहां के यूनिट मैनेजर सुरेश चचान ने संस्‍थान को अलविदा कह दिया है. वे प्रभात खबर से जुड़ गए हैं. उन्‍हें प्रभात खबर का स्‍टेट हेड बनाया गया है. वे काफी समय से हिंदुस्‍तान से जुड़े हुए थे. उनका जाना हिंदुस्‍तान के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है.

कार्यालय नहीं आ रहे आलोक पांडेय, मनीष, उदय एवं राम कुमार का इस्‍तीफा

हिंदुस्‍तान, जमशेदपुर में इन दिनों घमासान मचा हुआ है. आतंरिक परिस्थितियों से नाराज चीफ सब आलोक पांडेय कई दिनों से कार्यालय नहीं आ रहे हैं. सूत्रों का कहना है संपादक के साथ पटरी नहीं बैठ पाने के बाद वे इस्‍तीफा देने का मूड बना चुके हैं. चर्चा है कि उन्‍होंने इस्‍तीफे का नोटिस दे दिया है, हालांकि इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है. बताया जा रहा है कि जमशेदपुर में स्‍टाफ की कमी के चलते आलोक पांडेय यह कदम उठाने को मजबूर हुए.

प्रभात खबर, मुजफ्फरपुर के सम्‍पादक नरेंद्र अनिकेत का इस्‍तीफा

: आशुतोष का हिंदुस्‍तान से इस्‍तीफा : प्रभात खबर मुजफ्फरपुर संस्करण के स्थानीय संपादक नरेंद्र अनिकेत ने इस्तीफा दे दिया है. वे एक साल पहले दैनिक भास्कर ग्रुप छोड़कर मुजफ्फरपुर आए थे. उन्हीं के नेतृत्‍व में प्रभात खबर का मुजफ्फरपुर संस्करण लॉंन्च हुआ था. नरेंद्र का तबादला प्रबंधन ने रांची के लिए कर दिया था, जिससे खफा होकर उन्‍होंने अपना इस्तीफा प्रबंधन को सौंप दिया है.

”प्रभात खबर से पांच के इस्तीफा देने की खबर पूरी तरह सही नहीं है”

यशवंत जी, आपके भड़ास पर खबर आयी है कि प्रभात खबर गिरिडीह को झटका, पांच पत्रकार भास्कर गए. यह खबर पूरी तरह सही नहीं है. अमरदीप (तीसरी), सतीश जायसवाल (डुमरी), विजय सिन्हा (मधुबन), रामकृष्ण (धनवार) और सुधीर सिन्हा के प्रभात खबर छोड़ने की बात भड़ास में आयी है. सच ये है कि सिर्फ दो लोगों अमरदीप (तीसरी) व सतीश जायसवाल (डुमरी) ने प्रभात खबर छोड़ा है. भास्कर से इन्हे बड़ा ऑफर मिला था.

कोयलांचल के मिजाज को समझ पाने में फेल रहा दैनिक भास्कर धनबाद

17 अप्रैल से धनबाद कोयलांचल के बाजार में पूरे ताम-झाम के साथ दैनिक भास्कर उतरा और पूरी तरह से फ्लॉप हो गया. यह एकदम सही है. इसकी  एक बड़ी वजह यह है कि दैनिक भास्कर धनबाद कोयलांचल के मिजाज को समझ पाने में एकदम फेल रहा. न तो पहले दिन और न ही अंतिम दिन भास्कर की जो टीम बनी है, वह भी एकदम डी ग्रेड की है. हिंदुस्तान और प्रभात खबर से जो लोग भास्कर में गये, वे एक तरह से दोनों अखबारों में रिजेक्‍ट श्रेणी में थे.

बिहार में आए बदलाव से खुश दिखे प्रभात खबर के अतिथि संपादक अभिषेक

: पटना कार्यालय में बैठे प्रभात खबर के अतिथि संपादक : बॉलीवुड स्‍टार अभिषेक बच्‍चन कल प्रभात खबर के अतिथि संपादक थे. वे रविवार को प्रभात खबर के पटना कार्यालय में अतिथि संपादक के रूप में बैठे. प्रभात खबर की टीम के साथ कई मुद्दों और खबरों पर चर्चा की. अखबार छपने की प्रक्रिया को …

गांधीवादी पत्रकार अजीत बाबू!

[caption id="attachment_20183" align="alignleft" width="76"]हरिवंशहरिवंश[/caption]जिन श्रेष्ठ पत्रकारों ने रास्ता दिखाया, स्नेह दिया और हर अंधेरे में ताकत दी, उनमें से एक-एक कर गुजर रहे हैं. शिरोमणि पत्रकार अजीत भट्टाचार्य का निधन एक ऐसे ही प्रकाश स्तंभ का बुझना है. प्रभाष जी के अप्रत्याशित और अचानक निधन के बाद अजीत बाबू का जाना, एक दौर का अवसान है.

आज प्रभात खबर के अतिथि संपादक होंगे अभिषेक बच्‍चन

सिने स्टार अभिषेक बच्चन की ‘दम मारो दम’  बड़े परदे पर 22 अप्रैल को प्रदर्शित होनेवाली है. वह इसके प्रोमो के  लिए रविवार को पटना आ रहे हैं. प्रभात खबर के साथ उनके  दादा हरिवंश राय बच्चन का गहरा लगाव था. इस अखबार के प्रति उनके पौत्र की मुहब्बत भी कोई कम नहीं है. वह आज के  प्रभात खबर के अतिथि संपादक होंगे.

नरेंद्र सिंह बने प्रभात खबर, सिलीगुड़ी के प्रभारी, अंकुर की नई पारी

प्रभात खबर, आसनसोल के प्रभारी रहे नरेंद्र सिंह का तबादला कर दिया गया है. उन्‍हें प्रभात खबर, सिलीगुड़ी का प्रभारी  बना दिया गया है. माना जा रहा है कि सिलीगुड़ी में अखबार को मजबूती देने के लिए नरेंद्र को वहां भेजा गया है. नरेंद्र प्रभात खबर के पुराने साथी हैं. वे प्रभात खबर के साथ सन 2000 में जुड़े थे तथा धनबाद, कोलकाता, रांची, पटना, आसनसोल में अपनी सेवाएं दीं. बीच में वे 2007 में प्रभात खबर छोड़कर एक लोकल न्‍यूज चैनल का संचालन भी किया. 2009 में वे फिर प्रभात खबर से आसनसोल प्रभारी के रूप में जुड़ गए थे. उल्‍लेखनीय है कि प्रभात खबर ने आसनसोल में हिंदुस्‍तान के पूर्व प्रभारी प्रदीप सुमन को प्रभारी बनाया है.

प्रदीप सुमन ने प्रभात खबर ज्‍वाइन किया, नरेंद्र का तबादला

हिंदुस्‍तान, आसनसोल के प्रभारी रह चुके प्रदीप सुमन ने अपनी नई पारी प्रभात खबर के साथ शुरू की है. उन्‍हें आसनसोल का प्रभारी बनाया गया है. उनके ज्‍वाइन करने के बाद यहां के प्रभात खबर के प्रभारी नरेंद्र कुमार को रांची बुला लिया गया है. प्रदीप हिंदुस्‍तान, आसनसोल से जुड़े हुए थे लेकिन पिछले दिनों …

प्रभात खबर सबसे तेज बढ़ने वाला हिंदी अखबार

रांची : देश में हिंदी के 10 सबसे बड़े अखबारों में प्रभात खबर सबसे तेजी से बढ़नेवाला अखबार है. आइआरएस 2010 की चौथी तिमाही के रिजल्ट में इस बात की जानकारी दी गयी है. एवरेज इश्यू रीडरशिप (एआइआर) में प्रभात खबर अपने सभी संस्करणों के साथ सबसे ज्यादा15 फ़ीसदी की वृद्धि दर्ज करते हुए देश में हिंदी के शीर्ष अखबारों में आठवें पायदान पर पहुंच गया है.

दैनिक भास्‍कर से जुड़े राकेश, अमित, अजय एवं अखिलेश

दैनिक भास्‍कर, धनबाद की लांचिंग अप्रैल में होने वाली है. इसके लिए नई नियुक्तियां शुरू हो गई हैं. चार लोगों ने भास्‍कर से अपनी नई पारी शुरू की है. चारों लोग इसके पहले प्रभात खबर से जुड़े हुए थे. भास्‍कर से जुड़ने वालों में राकेश पाठक, अमित रंजन, अजय कुमार और अखिलेश कुमार शामिल हैं.

दीपक, केके, आशीष एवं लखन ने हिंदुस्‍तान से नई पारी शुरू की

प्रभात खबर, धनबाद से इस्‍तीफा देकर चार लोगों ने हिंदुस्‍तान के साथ अपनी नई पारी शुरू की है. इस्‍तीफा देने वालों में दीपक कुमार सिन्‍हा, केके सुनील, आशीष अम्‍बष्‍ट और लखन कुमार शामिल हैं. चारों ने धनबाद में ही ज्‍वाइन किया है.

नीरज पत्रिका तथा अवधूत व नदीम प्रभात खबर से जुड़े

हरिभूमि, रायपुर से इस्‍तीफा देने वाले नीरज शर्मा ने अपनी नई पारी शुरू कर दी है. वो पिछले एक साल से हरिभूमि से जुड़े हुए थे तथा भिलाई ब्‍यूरो में रिपोर्टर के रूप में सेवा दे रहे थे. नीरज पत्रिका जबलपुर में सब एडिटर के रूप में ज्‍वाइन किया है. नीरज ने अपना करियर स्‍थानीय न्‍यूज पेपर से शुरू किया था.

दिग्‍गजों ने किया प्रभात खबर के ‘झारखंड डेवलपमेंट रिपोर्ट 2011’ का विमोचन

राजभवन के दरबार हॉल में राज्यपाल समेत सत्ता पक्ष, विपक्ष, नेता, अधिकारी, सामाजिक कार्यकर्ता, व्‍यवसायी, चिकित्सक से लेकर सभी वर्ग से जाने-माने लोग जुटे थे. वक्ताओं ने खुद स्वीकार किया कि झारखंड को आज जहां होना चाहिए था, नहीं है. खनिज संपदा से भरपूर इस राज्य में आज भी काफी संख्या में लोग गरीब और असहाय हैं. राज्‍य के विकास की राह में कई अड़चनें हैं. कामकाज में खामियां हैं, जिसके चलते सरकारी योजनाओं का समुचित लाभ यहां के आम नागरिकों, खासकर गरीबों को नहीं मिल पा रहा है.

लक्ष्‍मीकांत और रीता दास ने प्रभात खबर से नई पारी शुरू की

दैनिक जागरण, सिलीगुड़ी से इस्‍तीफा देने वाले लक्ष्‍मीकांत दुबे अब प्रभात खबर, भागलपुर से जुड़ गए हैं. अगले एक दो दिन में वे अखबार ज्‍वाइन कर लेंगे. इन्‍हें सीनियर सब एडिटर बनाया गया है. लक्ष्‍मीकांत जागरण, सिलीगुड़ी में प्रादेशिक डेस्‍क इंचार्ज थे. लक्ष्‍मीकांत ने अपने करियर की शुरुआत सन 2000 में युनाइटेड भारत, गोरखपुर के साथ की थी. इसके बाद पांच सालों तक हिंदुस्‍तान को भी अपनी सेवाएं दीं. यहां से इस्‍तीफा देने के बाद वे दैनिक जागरण, सिलीगुड़ी से जुड़ गए थे.

श्रेष्‍ठ पत्रकारिता के लिए जेएन प्रसाद को सम्‍मानित किया गया

कैडिंड कम्युनिकेशन व केकेएन ग्रुप ने 20 फरवरी 2011 को कोलकाता के पार्क होटल में और दक्षिण चौबीस परगना जर्नलिस्ट एसोसिएशन ने कोलकाता के रोटरी सदन प्रेक्षागृह में 22 फरवरी 2011 को जनसत्ता के वरिष्ठ पत्रकार जयनारायण प्रसाद को बेहतरीन पत्रकारिता के लिए सम्मानित किया है। कैडिंड कम्युनिकेशन व केकेएन ग्रुप ने जनरल न्यूज (हिंदी) श्रेणी में जयनारायण प्रसाद (जनसत्ता) और संतोष सिंह (सन्मार्ग) को संयुक्त रूप से बेस्ट जर्नलिस्ट अवार्ड से सम्मानित किया, जबकि दक्षिण चौबीस परगना जर्नलिस्ट एसोसिएशन ने जयनारायण प्रसाद को एक्सीलेंस अवार्ड इन मीडिया के पुरस्कार से नवाजा है। दक्षिण चौबीस परगना जर्नलिस्ट एसोसिएशन ने कोलकाता प्रेस क्लब के अध्यक्ष प्रेमानंद घोष समेत 30 से ज्यादा पत्रकारों को सम्मानित किया।

राज्यपाल का नाम गलत छाप रहा है प्रभात खबर

देश के प्रतिष्ठित हस्ताक्षर एवं पत्रकार हरिवंश जी की अगुवाई में चलने वाला झारखंड प्रदेश का नंबर 1 हिन्दी दैनिक प्रभात खबर लगातार दो दिनों से झारखंड प्रदेश के महामहिम राज्यपाल के नाम के साथ खिलवाड़ कर रहा है. बड़ा सवाल यह है कि क्या नंबर एक अखबार के पत्रकारों को प्रदेश के राज्यपाल के सर्वविदित नाम ”एमओएच फारूख” की जानकारी नहीं है या फिर साजिशन नाम को बिगाड़कर छापा जा रहा है.

प्रभात खबर के अजय समेत उन्‍नीस पत्रकार सम्‍मानित

: वरि‍ष्‍ठ पत्रकार एस निहाल सिंह को लाइफ टाइम एचिवमेंट : प्रभात खबर, कोलकाता संस्‍करण के वरिष्‍ठ पत्रकार व न्‍यूज कोआर्डिनेटर अजय कुमार विद्यार्थी को केकेएन समूह और कैंडिड कम्‍युनिकेशंस द्वारा आयोजित पत्रकारिता पुरस्‍कार 2010 में हिंदी की फीचर कैटेगरी में सर्वोत्‍तम पत्रकार के पुरस्‍कार से सम्‍मानित किया गया.

भागलपुर में प्रभात खबर से डरे हिंदुस्तान-दैनिक जागरण ने दाम आधा किया

भागलपुर में प्रभात खबर के आगे हिंदुस्तान और दैनिक जागरण, दोनों अखबार झुक गए. इन दोनों को भी कम दाम में जनता को अखबार उपलब्ध कराने की घोषणा करनी पड़ी. दरअसल हुआ यूं है कि प्रभात खबर ने बिहार में आकर दूसरे बड़े अखबारों को घुटने के बल बैठने पर मजबूर कर दिया है. अगर ये मजबूरी न होती तो हिंदुस्तान और दैनिक जागरण जैसे जमे जमाए अखबार अपनी खेती उजड़ती देख दाम कम करने के लिए दबाव में न आए होते. भागलपुर में प्रभात खबर करीब दस बारह दिन पहले लांच हुआ.

रिचिक का भास्‍कर और संजय का प्रभात खबर संग नई पारी

पत्रिका ग्रुप के डेली न्‍यूज से रिचिक मिश्रा ने इस्‍तीफा दे दिया है. वे यहां पर सब एडिटर थे. इन्‍होंने अपनी नई पारी दैनिक भास्‍कर, जयपुर के साथ की है. इन्‍हें सीनियर सब एडिटर बनाया गया है. रिचिक एजेंसी डेस्‍क देखेंगे. मूल रूप से उत्‍तर प्रदेश के अयोध्‍या के रहने वाले रिचिक माखनलाल से पास आउट छात्र हैं. इन्‍होंने करियर की शुरुआत लोकमत टाइम्‍स औरंगाबाद से की थी. लोकमत को मुंबई में भी अपनी सेवाएं दीं. इसके बाद डीएलए एएम, आगरा से जुड़ गए. पिछले ढाई साल से ये डेली न्‍यूज को अपनी सेवाएं दे रहे थे.

प्रभात खबर, बोकारो के ब्‍यूरोचीफ बने धनंजय, अशोक का तबादला

: कृष्‍ण्‍ाकांत, अक्षय, अलका, राजीव अखबार से जुड़े : प्रभात खबर, बोकारो को मजबूती प्रदान करने के लिए कई फेरबदल किए गए हैं. बोकारो के ब्‍यूरोचीफ रहे अशोक अकेला को रांची बुला लिया गया है. वे पिछले दो दशक से प्रभात खबर से जुड़े हुए हैं. उनकी जगह धनंजय प्रताप को बोकारो का नया ब्‍यूरोचीफ बनाया गया है. बोकारो को टीम मजबूत करने के लिए कुछ नए लोगों को भी जोड़ा गया है.

जब पत्रकार ने कहा, ‘आप मंत्री बनने लायक नहीं हैं’

आंध्रप्रदेश के हथकरघा मंत्री पी शंकर राव की गुंटूर में एक संवाददाता सम्मेलन में एक पत्रकार से तकरार हो गई और मंत्री ने आपा खोते हुए पत्रकार से कहा कि वह पत्रकारिता के लायक नहीं हैं. बदले में पत्रकार ने मंत्री से कह दिया कि वह मंत्री बनने के लायक नहीं हैं.

हम पत्रकार भी एक अदभुत अहं ग्रंथि से पीड़ित रहते हैं

हरिवंश: सपने, संघर्ष और चुनौतियां (अंतिम) : प्रभात खबर आकर हमने बृजकिशोर झंवर (लाली बाबू) से मैनेजमेंट की बारीकियां सीखीं, तत्कालीन चेयरमैन बसंत कुमार झंवर के विजन-प्रोत्साहन ने प्रभात खबर को हमेशा नयी ताकत दी, युवा चेयरमैन प्रशांत झंवर और युवा एम.डी राजीव झंवर का पग-पग पर सुझाव, सहयोग और विजन ‘प्रभात खबर‘ समूह की सबसे बड़ी ताकत है, प्रभात खबर के निदेशक समीर लोहिया के प्रैक्टि‍कल सुझाव हमारी ताकत हैं :

राडियाकांड ने दिखाया- पत्रकारिता पतन में भी सबसे आगे

हरिवंश: सपने, संघर्ष और चुनौतियां (3) : प्रभात खबर में जब चुनौतियों के दिन शीर्ष पर थे, तो हर बार बैठक में कहता था कि जिन्हें सुरक्षित भविष्य चाहिए, अच्छा पैसा चाहिए, वे वैकल्पिक रास्ता तलाश सकते हैं, क्योंकि यहां भविष्य अनिश्चित है, संघर्ष है, परिस्थितियां विपरीत हैं : हमारी अपनी आचार-संहिता है, शराब पीकर कोई दफ्तर आये, स्वीकार्य नहीं है :

प्रभात खबर बंद कराने को बड़े घरानों ने साजिश रची थी

हरिवंश: सपने, संघर्ष और चुनौतियां (2)आनंद बाजार पत्रिका छोड़ कर कुछेक हजार की नौकरी पर यहां आया, कंपनी द्वारा दी गयी थर्ड हैंड मारुति वैन + किराये का घर, यही तब पाता था, आज प्रभात खबर में वरिष्ठ होने के कारण सबसे अधिक तनख्वाह मैं पा रहा हूं. इससे काफ़ी अधिक के प्रस्ताव भी आये : इस गरीब इलाके में पत्रकारिता करने की प्रेरणा हमें यहां खींच लायी:

तब मैं, केके गोयनका और आरके दत्ता ड्राइविंग सीट पर थे

हरिवंश: सपने, संघर्ष और चुनौतियां (1) : प्रभात खबर को नया इंस्टीट्यूशनल रूप देने के लिए शुरुआत हमने ऊपर से की. पहल कर मैं हटा. केके गोयनका एमडी बने. आरके दत्ता एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर. ये दोनों वे लोग हैं, जिन्होंने जीवन के सर्वश्रेष्ठ वर्ष चुपचाप प्रभात खबर को बनाने में दिये हैं. यह बदलाव यहीं नहीं रुका. पूरे झारखंड को संभालने के लिए दूसरी पंक्ति की एक निर्णायक टीम खड़ी की गयी… :

हरेराम प्रभात खबर एवं मुकेश कशिश न्‍यूज से जुड़े

दैनिक भास्‍कर, जयपुर से हरेराम ठाकुर ने इस्‍तीफा दे दिया है. वे यहां पर सीनियर सब एडिटर थे. इन्‍होंने अपनी नई पारी प्रभात खबर, भागलपुर के साथ शुरू की है. इनके ऊपर खबरों के संपादन का जिम्‍मा रहेगा. इन्‍हें चीफ सब एडिटर बनाया गया है. हरेराम ने अपने करियर की शुरुआत दैनिक पूर्वोदय गोहाटी से शुरू की थी. इसके बाद श्रीगंगानगर में भास्‍कर के जुड़ गए. अमर उजाला, चंडीगढ़ को भी अपनी सेवाएं दीं. वहां से इस्‍तीफा देने के बाद भास्‍कर के साथ जुड़ गए थे.

विजय ने पीपुल्‍स समाचार, सत्‍यप्रकाश ने प्रभात खबर ज्‍वाइन किया

राज एक्‍सप्रेस, इंदौर से विजय श्रीवास्‍तव ने इस्‍तीफा दे दिया है. वे यहां पर एजीएम मार्केटिंग थे. उन्‍होंने अपनी नई पारी पीपुल्‍स समाचार, इंदौर के साथ की है. उन्‍होंने सेम पोस्‍ट पर ज्‍वाइन किया है. उनके जिम्‍मे इंदौर सिटी की मार्केटिंग की जिम्‍मेदारी रहेगी. वे इसके पहले भी कई अखबारों में काम कर चुके हैं.

प्रभात खबर ज्‍वाइन करेंगे बृजेंद्र दुबे

हिन्‍दुस्‍तान, रांची से न्‍यूज एडिटर बृजेंद दुबे अपनी नई पारी प्रभात खबर के साथ शुरू करने वाले हैं. वे रांची में ही प्रभात खबर में सीनियर न्‍यूज एडिटर के पोस्‍ट पर ज्‍वाइन करने वाले हैं. उन्‍होंने हिन्‍दुस्‍तान प्रबंधन को इस्‍तीफे का नोटिस दे दिया है.

रांची में ‘गुलाम अली के साथ एक शाम’ बनी शानदार

: प्रभात खबर का आयोजन : संगीत से आत्मा का संबंध जोड़ने वालों की यह महफिल थी. संगीत सुनने के साथ-साथ इसे समझने की समझ रखने वालों की भी. रांची जिमखाना क्‍लब में करीब सात हजार ऐसे ही सयाने लोगों के बीच दुनिया के मशहूर गजल गायक गुलाम अली ने अपने फन का जलवा दिखाया. कंप्‍यूटर कंट्रोल्‍ड 12 हजार वाट साउंड सिस्टम के साथ श्रोताओं ने तीन घंटे पूरे मन से उन्हें सुना.

प्रभात खबर, भागलपुर से जुड़े एनपी सिंह और विक्रांत

दैनिक जागरण, सिलीगुड़ी से इस्‍तीफा देने वाले विज्ञापन मैनेजर एनपी सिंह ने अपनी नई पारी शुरू कर दी है. उन्‍होंने विज्ञापन मैनेजर के पोस्‍ट पर प्रभात खबर, भागलपुर ज्‍वाइन कर लिया है. मूल रूप से भागलपुर के रहने वाले एनपी सिंह 2001 में अपने करियर की शुरुआत दैनिक जागरण के साथ की थी. इसके बाद से वे लगातार दैनिक जागरण के साथ उसके कई यूनिटों में काम किया. कुछ समय पूर्व उनका तबादला सिलीगुड़ी किया गया था.

प्रभात खबर की तरफ से ‘गुलाम अली के साथ एक शाम’

: रांची, जमशेदपुर और पटना में होगा आयोजन : प्रभात खबर के द्वारा गुलाम अली के साथ एक शाम कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है. कार्यक्रम का आयोजन रांची, जमशेदपुर तथा पटना में किया जाएगा. गणतंत्र दिवस के अवसर पर शाम-ए-गजल श्रृंखला का आयोजन भारत-पाक के बीच शांति, उन्‍नति तथा समृद्धि को ध्‍यान में रखकर किया गया है. पटियाला घराने के सुप्रसिद्ध पाकिस्‍तानी गजल गायक गुलाम अली को दोनों देशों के बीच मैत्री का स्पिरिट माना जाता है. गुलाम अली यहां न केवर अपने मधुर गजलों के साथ आ रहे हैं, बल्कि अपने साथ पाकिस्‍तान से प्रख्‍यात संगीतकारों का एक समूह भी ला रहे हैं.

खून देकर सम्‍मानित हुआ प्रभात खबर

प्रभात खबरराष्ट्रीय युवा दिवस के अवसर पर रेडक्रास सोसाइटी व झारखंड एड्स कंट्रोल सोसाइटी ने एक कैंप लगाकर संथाल परगना में सबसे अधिक 55 यूनिट रक्तदान के लिए प्रभात खबर, देवघर को सम्मानित किया. रेडक्रास के चेयरमैन सह उपायुक्त, देवघर मस्तराम मीणा ने एक शील्ड व प्रशस्ति पत्र यूनिट हेड पंकज कुमार व पूरी टीम को दिया.

प्रभात खबर ने शुरू किया पानी बचाओ अभियान

पानीप्रभात खबर ने पानी बचाओ अभियान शुरू किया है. जनसरोकार की पत्रकारिता करने के लिए पहचाने जाने वाला यह अखबार लोगों को पानी बचाने के लिए प्रोत्‍साहित कर रहा है. अखबार लोगों से पानी बचाने के सुझाव और टिप्‍पणी भेजने की अपील भी कर रहा है. इसके परिणाम भी मिल रहे हैं अनेक प्रकार के सुझाव लोगों द्वारा दिए जा रहे हैं.

पत्रकार जब भी जागें, प्राणायाम जरूर करें : रामदेव

संथाल परगना के अपने चार दिवसीय दौरे के आखिरी दिन बाबा रामदेव देवघर से प्रकाशित होने वाले प्रभात खबर के दफ्तर पहुंचे. प्रभात खबर के स्थानीय संपादक संजय मिश्र ने उनका स्वागत किया. इसके बाद योग व स्वाभिमान यात्रा से जुड़े सवालों का जवाब देते हुए बाबा रामदेव ने कहा कि प्रभात खबर ने युवा पत्रकारों की टीम बनायी है.

जागरण, धनबाद से जुड़े प्राणेश, अनिल और गुंजन

प्रभात खबर, पटना को तीन लोगों ने अलविदा कह दिया है. जबकि तीन और लोगों के शीघ्र ही अखबार छोड़ने की बात कही जा रही है. इस्‍तीफा देने वालों में प्राणेश कुमार, अनिल कुमार एवं गुंजन गांगुली शामिल हैं. इन तीनों ने अपनी नई पारी दैनिक जागरण, धनबाद के साथ शुरू कर दी है.

‘ग्रेट स्टोरीज आफ चेंज’ में प्रभात खबर और हरिवंश पर एक अध्याय

”ग्रेट स्टोरीज आफ चेंज, इन्नोवेटिव इंडियन्स” नामक एक किताब आई है. इसका संपादन रीता और उमेश आनंद ने किया है. इस किताब में एक अध्याय हरिवंश और प्रभात खबर पर है. इस आलेख को नीचे प्रकाशित कर रहे हैं. अगर किसी को पढ़ने में दिक्कत आ रही हो तो संबंधित पेज पर क्लिक करने पर वह पेज बड़े साइज में अलग से खुल जाएगा जिससे पढ़ने में आसानी होगी.

Ranchi’s media war : Prabhat Khabar proves content, credibility are good business

Ranchi : A new confidence suffuses the offices of Prabhat Khabar in Ranchi. Circulation has crossed half a million daily. Advertisement revenues have surged. Its eighth edition, in colour, has rolled out. The newspaper has never known such success though it has been number one in Jharkhand for quite a while. What makes these gains even sweeter is that barely two years ago Prabhat Khabar feared being crushed by big Hindi newspapers out to capture the Jharkhand market. At stake currently is an estimated Rs 100 crore in advertising rising 20 per cent each year.

अतीत की दूरी और प्रभात खबर, मुजफ्फरपुर

हरिवंश 09.10.2010 से प्रभात खबर मुजफ्फरपुर से छप रहा है. चर्चिल ने विश्वयुद्ध के समय कहा था. अतीत को जितनी दूर तक पीछे देख सकते हों, देखें. इससे भविष्य के लिए संदेश मिलता है. रास्ता भी. आज मुजफ्फरपुर प्रभात खबर कार्यालय में अपने साथियों के साथ बातचीत में यह प्रसंग याद आया. बाबा आमटे भी याद आये.1985 के आसपास उनके आश्रम गया था. रविवार पत्रिका में रिपोर्ट करने के लिए. बाबा से पूछा, आनंद वन (कुष्ठ रोगियों के लिए आश्रम) कैसे बना? बाबा और ताई (उनकी पत्नी) ने बताया. एक लंगड़ी गाय, वह भी बिसूखी (जो दूध नहीं देती) हुई. जमा पूंजी छह आने नकद पैसे. दो-चार कुष्ठ रोगी. कुल यही मानव संपदा, पशु संपदा व पूंजी संपदा से हमारी शुरुआत हुई. चंद्रपुर (नागपुर के पास) की निर्जीव पहाड़ियों व बंजर जमीन में आनंद वन बना, इसी संपदा व ताकत के बल पर.

प्रभात खबर, मुजफ्फरपुर की शानदार लांचिंग

प्रभात खबर का अब मुजफ्फरपुर से भी प्रकाशन शुरू हो गया. इसके साथ प्रभात खबर का आठवां एडिशन भी शुरू हो गया. अखबार  की शानदार लांचिंग की गई. इस एडिशन के लांचिंग की तैयारी पिछले काफी समय से चल रही थी. यूनिट हेड सुधीर कुमार चौबे की देखरेख में कई लोग इस एडिशन को लांच करवाने में दिन रात एक किए हुए थे. दस अक्‍टूबर को हुए लांचिंग समारोह में मैनेजिंग डाइरेक्‍टर केके गोयनका भी मौजूद रहे.

गोयनका एमडी और दत्ता ईडी बने

(अपडेटेड खबर) जमशेदपुर के स्थानीय संपादक अनुज सिन्हा को झारखंड का प्रभारी बनाया गया : प्रभात खबर के प्रधान संपादक हरिवंश ने आज प्रभात खबर के सभी संस्करणों के वरिष्ठ लोगों से वीडियो कांफ्रेंसिंग से संवाद किया. फिर रांची के वरिष्ठ लोगों की बैठक बुलाकर संबोधित किया. उन्होंने कहा कि आज का दिन प्रभात खबर के लिए महत्वपूर्ण दिन है.

हरिवंश ने एमडी का पद छोड़ा

(प्राथमिक खबर) : प्रभात खबर से एक बड़ी खबर है कि इस अखबार के मैनेजिंग डायरेक्टर और एडिटर इन चीफ हरिवंश ने मैनेजिंग डायरेक्टर का पद छोड़ दिया है. वाइस प्रेसीडेंट केके गोयनका को नया मैनेजिंग डायरेक्टर बना दिया गया है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार ये फेरबदल प्रभात खबर के बेहतर संचालन और भविष्य की चुनौतियों से निपटने के लिए किया गया है.

इसे कहते हैं भरोसा

एसपी ने प्रभात खबर की टीम के साथ बैठे बीडीओ को जबरन कस्टडी में लिया तो डरकर रोने लगे थे बीडीओ : झारखंड में माओवादियों ने बीडीओ को रिहा करने के लिए मध्यस्थ के रूप में प्रभात खबर अखबार पर भरोसा जताया. माओवादियों ने प्रभात खबर के झारखंड हेड अनुज कुमार सिन्हा के पास संदेश भिजवाया कि वे सिर्फ प्रभात खबर की टीम के सामने ही बीडीओ को रिहा कर सकते हैं क्योंकि उन्हें प्रभात खबर और उसके लोगों पर भरोसा है. माओवादियों का संदेश स्पष्ट था- बीडीओ प्रशांत को वे रिहा कर सकते हैं, लेकिन सिर्फ प्रभात खबर की टीम के समक्ष.  अनुज कुमार सिन्हा ने यह संदेश सबसे पहले अपने प्रधान संपादक हरिवंश तक पहुंचाया.

रांची में ‘प्रभात खबर झारखंड डेवलपमेंट रिपोर्ट’ का विमोचन

डेवलपमेंट रिपोर्ट का विमोचन समारोह

झारखंड के विकास का आईना है झारखंड डेवलपमेंट रिपोर्ट-2010 : बीते दिनों ‘प्रभात खबर झारखंड डेवलपमेंट रिपोर्ट- 2010’ का विमोचन व लोकार्पण रांची में हुआ. प्रभात खबर द्वारा प्रकाशित झारखंड डेवलपमेंट रिपोर्ट को देश की जानी-मानी संस्था ‘इंडिकस एनालिटिक्स’ ने तैयार किया है. यह रिपोर्ट झारखंड के सम्यक विकास का पूरा दस्तावेज है. रिपोर्ट विकास के हर पहलू का तथ्यपरक विश्लेषण करती है. मसलन, प्रतिव्यक्ति आय, साक्षरता दर, औद्योगिक विकास, इंफ्रास्ट्रक्चर की स्थिति, नागरिक सुविधाओं का हाल आदि.

पत्रकार संजय यादव ने की संपत्ति की घोषणा

प्रभात खबर, रांची के वरीय संवाददाता संजय यादव ने एक मिसाल कायम की है। उन्होंने स्वेच्छा से अपनी संपत्ति की घोषणा की है। पत्रकारिता में शुचिता और नैतिकता के पक्षधर देश के मशहूर पत्रकार और प्रभात खबर के प्रधान संपादक हरिवंश ने पिछले दिनों भड़ास4मीडिया को दिए इंटरव्यू में खुद की संपत्ति का खुलासा करते हुए देश के सभी मीडियाकर्मियों से अपील की थी कि उन्हें अपनी संपत्ति का खुलासा करना चाहिए ताकि पत्रकारों व पत्रकारिता पर लग रहे आरोपों से बचा जा सके और पारदर्शिता की परंपरा का बरकरार रखा जा सके।

प्रभात खबर के अनुरोध को एसएन विनोद ने स्वीकारा

एसएन विनोदप्रभात खबर की शुरुआती कहानी एसएन विनोद ने अपने ब्लाग के जरिए प्रभात खबर के कर्मियों को सुनाई : रांची (झारखंड) से दैनिक प्रभात खबर का एक आग्रह पत्र मिला था : ”सेवा में, श्री. एस.एन. विनोद, संस्थापक संपादक,  प्रभात खबर, सर, आपका लगाया पौधा यानी प्रभात खबर अब 25 साल का हो रहा है. मै खुद आपकी खुशी को महसूस कर रहा हूं. 25 साल पूरा होने पर रांची में समारोह का आयोजन किया जा रहा है. 15 अगस्त को रांची क्लब में प्रभात खबर परिवार के तमाम सदस्य इस मौके पर उपस्थित रहेंगे. प्रयास किया जा हा है कि प्रभात खबर के पुराने सदस्य भी इस मौके पर मौजूद रहें. आपकी मौजूदगी के बगैर यह कार्यक्रम अधूरा रहेगा. आपसे विनम्र आग्रह है कि अपने व्यस्त कार्यक्रम से समय निकालकर 15 अगस्त 2009 को रांची मेन रोड स्थित रांची क्लब में शाम में आने का कष्ट करें. प्रभात खबर परिवार के सदस्य आपकी जुबान से उस कहानी को सुनना चाहते हैं कैसे आपने रांची से प्रभात खबर प्रकाशित करने की योजना बनाई थी, फिर बाद में कैसे मूर्त रूप दिया. हम आपके आने तक प्रतीक्षा करेंगे. सादर.

आपका विश्वासी,

अनुज कुमार सिन्हा,

वरिष्ठ संपादक (झारखंड),

प्रभात खबर, रांची”

प्रभात उत्सव : 25 प्रतिभाओं का सम्मान

[caption id="attachment_15539" align="alignnone"]प्रभात उत्सव का उदघाटन सत्रप्रभात उत्सव का उदघाटन सत्र[/caption]

प्रभात खबर के रजत जयंती समारोह का रांची में आज विधिवत उदघाटन झारखंड के राज्यपाल के शंकर नारायणन के हाथों दीप प्रज्ज्वलित कर शुभारंभ हुआ। कार्यक्रम के पहले सत्र में झारखंड की माटी को पहचान दिलाने वाले सांस्कृतिककर्मी, सामाजिक कार्यकर्ता, शिक्षाविद, लेखक-साहित्यकार, डाक्टर, खिलाड़ी और संस्थाओं को सम्मानित किया गया। समारोह में कुल 25 लोगों को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर कई किताबों का भी विमोचन किया गया।

25 वर्ष पूरे होने पर 14 से तीन दिनी ‘प्रभात उत्सव’

झारखंड, बिहार और बंगाल से प्रकाशित होने वाला हिंदी दैनिक प्रभात खबर 14 अगस्त को 25 साल पूरा कर रहा है. इस अवसर पर रांची में 14 अगस्त से 16 अगस्त तक ‘प्रभात उत्सव’ आयोजित किया जा रहा है। उत्सव में अनेक कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं. 14 अगस्त 1984 को प्रभात खबर का प्रकाशन रांची से शुरू किया गया था. उसके बाद जमशेदपुर, पटना, धनबाद, कोलकाता, देवघर और सिलिगुडी से भी प्रभात खबर का प्रकाशन शुरू किया गया. प्रधान संपादक हरिवंश के नेतृत्व में अब यह अखबार तीन राज्यों के सात जगहों से निकलता है.

25 वर्षों की कहानी, प्रभात खबर की जुबानी

हर व्यक्ति का जीवन कई उतार चढ़ावों से बना होता है। जिसमें सुख, दुख, रोमांच, संघर्ष, प्रेम और जुनून आदि के अनमोल मोती बिखरे होते हैं। मेरी इस कहानी में भी आपको यह सब मिलेगा। अब आप सोचेंग फिर इसमें अलग क्या है। फर्क क्या है? यह फर्क है विभिन्न परिस्थितियों में आपके नजरिये का। अपने लिए तो हर कोई जीता है, औरों के लिए जीयें, तो कोई बात है। यही वो बात है जो आपको दूसरों से विशिष्ट बनाती है। यह कहानी है, मेरे जुनून की, मेरी आस्था की, मेरे संघर्ष की।

रिटायर होकर चैन से नहीं रह सकता : हरिवंश

हरिवंश

हमारा हीरो – हरिवंश (प्रधान संपादक, प्रभात खबर) : भाग-3 : मुझे और अच्छी अंग्रेजी आती तो मैंने जीवन में और अच्छा किया होता : मैं असंतुष्ट, निराश, बेचैन रहने वाला आदमी हूं : मैं बहुत साफ-साफ, दो टूक बात करता हूं :  एक भी ऐसा काम नहीं किया, जिसके लिए पश्चाताप हुआ हो या कोई ऊंगली उठा सके : मेरे अंदर आक्रोश बहुत है : मेरी नगद बचत क्या है, वह भी अगर आप चाहें तो ब्योरा दे दूं : पत्रकार पहल कर कोई संवैधानिक पीठ बनवाएं, जिससे हर पत्रकार कानूनन अपने और अपने परिवार की संपत्ति का ब्योरा उस संस्था को दे :

खतरनाक खेल खेल रहे अखबार : हरिवंश

[caption id="attachment_15266" align="alignleft"]हरिवंशहरिवंश[/caption]हमारा हीरो : हरिवंश (प्रधान संपादक, प्रभात खबर) : भाग-2 : मीडिया ने लोगों का विश्वास अब खो दिया है : मीडिया में गैर-जिम्मेदारी बहुत बढ़ गई है :  लोग समझ गए हैं कि खबरे खरीदी-बेची जाती हैं : ताकतवर हो चुके मीडिया पर नियंत्रण की कोई बॉडी नहीं हैं : ऐसा पोलिटिकल सिस्टम कमजोर होने से हुआ : मीडिया से ज्यादा ब्लैकमेलर पालिटिक्स हो गई है : जिस दिन राजनीति में विचार अहम होंगे, मीडिया भी रास्ते पर आ जाएगा : प्रभात खबर टिका हुआ है तो सिर्फ अपनी साख के दम पर : आज जब आस-पास देखते हैं तो हम सोच नहीं पाते कि किससे प्रेरणा लें : मैं वह व्यवस्था अवश्य देखना चाहता हूं, जिसमें इक्वल डिस्ट्रीब्यूशन हो : हम मशीन की तरह चल रहे हैं और मशीन की तरह खत्म हो रहे हैं

वे 20 माह नहीं दे रहे थे, मैंने 20 साल ले लिया : हरिवंश

[caption id="attachment_15167" align="alignnone"]इंटरव्यू प्रभात खबर के प्रधान संपादक हरिवंश (दाएं) से बातचीत करते भड़ास4मीडिया के एडिटर यशवंत सिंह.[/caption]

हमारा हीरो : हरिवंश (प्रधान संपादक, प्रभात खबर) : भाग एक : 15 अगस्त 2009 को प्रभात खबर की उम्र 25 वर्ष हो जाएगी। किसी अखबार की उम्र 25 साल होने का एक मतलब होता है। लेकिन यह अखबार अगर प्रभात खबर है तो इसके मायने औरों से कुछ अलग है। चोली-दामन का साथ रखने वाले हिंदी समाज और हिंदी पत्रकारिता को अगर इस बाजारू दौर में भी किसी अखबार ने अपनी ओर से बेस्ट देने की असल कोशिश की है तो वह प्रभात खबर है। खबरों के धंधे के इस दौर में प्रभात खबर ने चुनाव से ठीक पहले ऐलान किया कि खबरों का धंधा और लोग करते होंगे, हम कतई नहीं करते, न ही करेंगे और ऐसा करने वाले दूसरे अखबारों-मीडिया हाउसों को हर हाल में गलत कहेंगे। यह नैतिक साहस अगर प्रभात खबर में जिंदा है तो इसके पीछे एक व्यक्ति है। वह हैं हरिवंश।

पत्रकार बस तिकड़मी बनकर रह गए हैं : हरिवंश

चौथी दुनिया में हरिवंश का इंटरव्यूचौथी दुनिया के सद्यः प्रकाशित विशेषांक में प्रभात खबर के प्रधान संपादक हरिवंश का इंटरव्यू छपा है। इसमें पत्रकारिता की दशा-दिशा पर काफी कुछ बातें हैं। समकालीन विचारवान और सरोकार वाले संपादकों में हरिवंश का नाम जाना-पहचाना है। रांची में रहकर बिहार-झारखंड के प्रमुख वैचारिक हिंदी अखबार प्रभात खबर को नेतृत्व प्रदान करने वाले हरिवंश ने बाजार के मजबूत दबाव के बावजूद विचार से समझौता नहीं किया। चौथी दुनिया में प्रकाशित यह इंटरव्यू यहां साभार दिया जा रहा है।