औरंगाबाद में पहले ही दिन नंबर वन हुआ ‘दिव्य मराठी’!

औरंगाबाद। दैनिक भास्कर समूह के मराठी अखबार ‘दिव्य मराठी’ का शनिवार को औरंगाबाद में शुभारंभ हो गया। केवल औरंगाबाद शहर में ८७ हजार प्रतियों के साथ शुरू हुआ ‘दिव्य मराठी’ पहले ही दिन यहां नंबर वन हो गया। समूह का यह साठवां संस्करण है, जो चौथी भाषा में प्रकाशित हो रहा है। हिंदी में ‘दैनिक भास्कर’, अंग्रेजी में ‘डीएनए’ और गुजराती में ‘दिव्य भास्कर’ पहले से ही प्रकाशित हो रहे हैं।

‘दिव्य मराठी’ नाम से महाराष्ट्र के कई शहरों से अवतरित होने का डीबी कार्प का ऐलान

आज दैनिक भास्कर, दिल्ली में पहले पन्ने पर टॉप सिंगल कालम एक न्यूज प्रकाशित हुई है जिसमें डीबी कार्प के नए मराठी दैनिक ‘दिव्य मराठी’ के बारे में जानकारी दी गई है. बताया गया है कि यह अखबार महाराष्ट्र के कई शहरों से प्रकाशित होगा और सबसे पहले बहुत जल्द औरंगाबाद से लांच होने जा रहा है. खबर के मुताबिक यह अखबार समूह का 60वां संस्करण होगा और चौथी भाषा का अखबार होगा. पूरी खबर इस प्रकार है…

भास्कर समूह के भयावह चेहरे का द हिंदू ने किया उदघाटन

सच में, यकीन नहीं होता कि इतने गिरे हुए हैं इस देश के मीडिया हाउस. डीबी कार्प वाले दैनिक भास्कर निकालते हैं और इसी डीबी कार्प की एक अन्य बच्चा कंपनी है जिसका नाम है डीबी पावर. इस कंपनी को छत्तीसगढ़ में एक बड़ा ठेका मिला है, कोयला खदान का. इसके लिए करीब 693.32 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण किया जाना है और इस अधिग्रहण से इलाके के करीब 524 परिवार उजड़ जाएंगे. यह प्रोजेक्ट धरमजयगढ़ में लगना है.

मराठी में अखबार निकालेगा भास्कर समूह

मुंबई स्टाक एक्सचेंज को आज डीबी कार्प लिमिटेड ने दो लाइन की सूचना दी कि कंपनी अब मराठी भाषा में महाराष्ट्र में विस्तार करते हुए अखबार के प्रकाशन की तैयारी कर रही है. इस एनाउंसमेंट के बाद माना जा रहा है कि भास्कर प्रबंधन जल्द ही महाराष्ट्र में पांव पसारने वाला है. डीबी कार्प की तरफ से हिंदी में दैनिक भास्कर अखबार कई हिंदीभाषी प्रदेशों से प्रकाशित किया जाता है. इसके अलावा गुजराती में दिव्य भास्कर गुजरात के कई शहरों से प्रकाशित किया जा रहा है.

दैविक भास्कर नाम से यूपी में आएगा दैनिक भास्कर!

इसे गासिप मानिए लेकिन गासिप में दम है. खबर है कि अंदरुनी झगड़े की सीमा को लांघने के लिए रमेश चंद्र अग्रवाल और उनके बेटों की कंपनी डीबी कार्प ने उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में दैविक भास्कर ब्रांड नेम से उतरने का फैसला किया है. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक डीबी कार्प ने उत्तर प्रदेश उत्तराँचल में विस्तार के लिए अपनी योजनाएं बनानी शुरू कर दी है. कानूनी और पारिवारिक फसादों से निपटने के लिए उसने पुराने आजमाए तरीके को ही दोहराने का फैसला किया है. डीबी कोर्प ने हाल ही में दैनिक भास्कर से मिलते जुलते कई टाइटिल आरएनआई से मांगे थे.

दुनिया का नंबर वन मीडिया हाउस बनेगा भास्कर!

: बहुत तेज स्पीड में दौड़ रहा भास्कर समूह : कई एडिशन लांच करने की घोषणा : भटिंडा संस्करण लांच : नागौर व इटारसी एडिशन लांच होंगे : कई लोगों ने ज्वाइन किया : पुरस्कारों,  सेमिनारों व बड़े आयोजनों के जरिए भास्कर ब्रांड को अति-लोकप्रिय बनाने की मुहिम : गैर-मीडिया उद्यमों में भी फहरा रहा है कमाई का झंडा : जागरण समेत सभी मीडिया हाउसों को मात देने का इरादा : दुनिया का नंबर वन मीडिया हाउस बनने का सपना :

‘रांची में बहुत पैसा झोंक दिया है योर आनर’

: डीबी कार्प ने अदालत को बताया : स्टे वैकेट करने का अनुरोध किया : झारखंड में अखबार निकालने की भास्कर लगभग सारी तैयारियां कर चुका है पर अदालत ने संजय अग्रवाल के पक्ष में स्टे देकर फिलहाल रमेश चंद्र अग्रवाल और उनके बेटों की सांस तेज कर दी है. दैनिक भास्कर के यूपी-उत्तराखंड के मालिक संजय अग्रवाल ने पिछले दिनों आरएनआई द्वारा डीबी कार्प के पक्ष में दिए गए फैसले के खिलाफ दिल्ली की एक अदालत से स्टे हासिल किया था.

15 फीसदी टॉपलाइन ग्रोथ की उम्‍मीद

दैनिक भास्कर, बिजनेस भास्कर और दिव्य भास्कर अखबारों की प्रकाशक कंपनी डीबी कॉर्प को मौजूदा वित्‍त वर्ष में 15 फीसदी की टॉपलाइन ग्रोथ की उम्‍मीद है। कंपनी के एक वरिष्‍ठ अधिकारी ने बताया कि यदि विज्ञापनों से हासिल होने वाले रेवेन्‍यू की ग्रोथ मौजूदा तिमाही के 16-17 फीसदी की तरह बरकरार रही तो कंपनी को 15 फीसदी की टॉपलाइन ग्रोथ मिल जाएगी।