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सुरेश नीरव सुरेश नीरव

बातों बातों में

लाइट के मामले को कभी लाइटली नहीं लेना चाहिए। खासकर के यूपी और बिहार के लोगों को। क्योंकि उनके लिए तो लाइट से ज्यादा...

राजकुमार राजकुमार

बातों बातों में

बाबागिरी का कमाल अभी चहुंओर छाया हुआ है। अब लोगों को समझ में आ गया है, गांधीगिरी में भलाई नहीं है, बल्कि बाबागिरी से...

बातों बातों में

ज़ीसस- का राम सुने कि तुमरे भक्त को पुलिस उठा ले गई. राम- देखो ज़ीसस, अभी मूड बहुत डिस्टर्ब है. मज़ाक मत करो. ज़ीसस-...

पंडित सुरेश नीरव पंडित सुरेश नीरव

बातों बातों में

नृत्य हमारी परंपरा है। यक्ष, किन्नर, मरुत, देवी-देवता और-तो और भूत-पिशाच तक की नाचना एक प्रबल-प्रचंड हॉबी है। देवराज इंद्र के दरबार में तो...

बातों बातों में

हम, माँ भारती के सपूत ''अमर शहीद नाथूराम गोडसे जी''  के वैचारिक वंशजों का, एक मात्र उद्देश्‍य है केन्द्र में सरकार बनाना। इस उद्देश्‍य...

बातों बातों में

मियां मसूरी बाहें चढ़ाए/सीना ताने आते दिखाई दिए। मैंने उन्हें आवाज दी-क्यों खां, लपर-झपर करत कहां जा रिये हो? मियां ने मुझे घूरा, फिर...

सुरेश नीरव सुरेश नीरव

बातों बातों में

ऱाष्ट्रकुल खेलों में भरपेट भ्रष्टाचार का खेल खेलने के बाद भ्रष्टाचार मिटाओ का खेल आजकर देश में काफी लोकप्रिय हो रहा है। जिसे मौका...

संजीव चौहान संजीव चौहान

बातों बातों में

भ्रष्टाचार मिटाने और विदेशी बैंकों में जमा काले धन को राष्ट्रीय संपत्ति घोषित करवाने की जिद पर अड़े "बाबा से बम" बने रामदेव को...

बातों बातों में

आज आपको एक कथा सुनाने का मन हो रहा है। एक गांव में बलभद्दर (बलभद्र) रहते थे। क्या कहा...किस गांव में? आप लोगों की...

बातों बातों में

पत्रकार और पत्र की दुनिया! कितनी अजब है ये, आइये हम ले चलते है आपको इसी दुनियां में, इससे पहले हम आपको बता दें...

बातों बातों में

: ढिबरी चैनल का घोषणा पत्र- भाग 4 :  शिक्षा मंत्री के सदवचनों एवं सुझावों के बाद हम उत्साह से भर गये और हमें...

सुरेशजी सुरेशजी

बातों बातों में

अप्रैल फूल नामक त्योहार दुनिया का एक मात्र धर्मनिरपेक्ष, वर्गनिरपेक्ष, क्षेत्रनिरपेक्ष और अघोषित छुट्टीवाला एक ऐसा ग्लोबल त्योहार है, जिस दिन नुकसानरहित मज़ाक के...

बातों बातों में

ईश्वर से विनती यही, है मेरी इस बार। तुम ऐसे फूलो-फलो, जैसे भ्रष्टाचार।। येदुरप्पा सा आपका, रुतबा रहे बहाल। कलमाड़ी बन जीम लें, खुद...

बातों बातों में

महंगाई डायन से जनता परेशान और सरकार हैरान है। जनता इसलिए की बजट गड़बड़ा गया है और सरकार इसलिए की राजनीति कहीं गड़बड़ा न...

बातों बातों में

मैं हूं आम आदमी... सरकार का मारा...मेरी आवाज़ सुनो... दर्द का राज सुनो... फ़रियाद सुनो। मनमोहन सिंह जी, आप तो सुनो... कुछ जवाब दो।...

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