अशोक पांडेय और बेनी माधव को लेकर कयास का दौर

हिंदुस्तान, रांची के संपादक और यूनिट हेड को लेकर चर्चाएं तेज होने लगी हैं. पिछले दिनों हिंदुस्तान के जिन-जिन लोगों के तबादले की चर्चा ने जोर पकड़ा था, उसके पीछे सच्चाई है लेकिन उस सच्चाई के सच होने में वक्त लग सकता है, ऐसा सूत्रों का कहना है. भविष्य के फेरबदल की तैयारी है. इसका आधार परफारमेंस बनाया जा रहा है. रांची यूनिट से मिली जानकारी के अनुसार शशि शेखर के खास माने जाने वाले अशोक पांडेय हिंदुस्तान, रांची में कोई जलवा दिखा पाने में सफल नहीं हुए.

राजेश बादल – राजेंद्र तिवारी से सीख सको तो सीखो

: दोनों ने मुश्किल दिनों में हिम्मत नहीं छोड़ा, हार नहीं मानी, क्रिएटिव बने रहे : राजेश बादल राज्यसभा टीवी में वरिष्ठ पद पर पहुंचे तो राजेंद्र तिवारी प्रभात खबर को देंगे अपनी सेवाएं : इसलिए भी बधाई दें क्योंकि इन दोनों ने बीते महीनों में अपने करियर के सबसे मुश्किल दिन देखें हैं और आज वे फिर से नई पारी शुरू कर चुके हैं. एक ऐसी पारी जिसमें दोनों ने नई ऊंचाई हासिल की है. राजेंद्र तिवारी प्रभात खबर के साथ जुड़ गए हैं, लेकिन अप्रत्यक्ष तरीके से. उन्होंने विनिंग स्टोक्स नामक कंपनी ज्वाइन की है जो अपनी सेवाएं प्रभात खबर समेत कई अखबारों को मुहैया कराती है. यह मीडिया कंसल्टेंसी कंपनी है. इसके संस्थापक विप्लव बनर्जी हैं जो कई अखबारों में काम कर चुके हैं. इस कंपनी के न्यूज पार्ट, कंटेंट पार्ट के सर्वेसर्वा बनाए गए हैं राजेंद्र तिवारी. कंपनी की तरफ से राजेंद्र तिवारी प्रभात खबर, रांची में जाकर कई मोर्चों पर काम करने लगे हैं. सोच सकते हैं कि जो शख्स हिंदुस्तान, रांची में शीर्ष पद पर रहा हो और वह उसी रांची शहर में प्रभात खबर जैसे अखबार से जुड़ जाए तो इसका जबर्दस्त फायदा प्रभात खबर को मिलेगा. न्यूज रूम ट्रेनिंग से लेकर विरोधी अखबारों से उम्दा कंटेंट देने के गुर राजेंद्र तिवारी प्रभात खबर के लोगों को सिखाएंगे. तो राजेंद्र तिवारी ने प्रभात खबर ज्वाइन किया है, लेकिन अलग तरीके से, अलग कंपनी के जरिए.

हिन्दुस्तान, रांची के तीन पत्रकार भास्कर के हुए

हिन्दुस्तान, रांची से तीन और सीनियर पत्रकारों के इस्तीफा देने की सूचना मिली है. इस्तीफा देने वालों के नाम ये बताए गए हैं- चीफ सब राजीव मिश्रा, सत्य प्रकाश चौधरी और सीनियर सब आलोक सिंह.

6 पत्रकारों ने इस्तीफा देकर नई पारी शुरू की

: इनमें दो हिंदुस्तान, दो सहारा और एक भास्कर के : हिंदुस्तान, रांची से तीन लोगों के इस्तीफे की सूचना है. इनमें से दो का कुछ महीने पहले तबादला कर दिया गया था. इनमें से दो के नाम संजय सिंह हैं और तीसरे का विनोद सिंह.

राजेंद्र तिवारी का हिंदुस्तान से इस्तीफा

झारखंड से स्थानांतरित किए गए वरिष्ठ स्थानीय संपादक राजेंद्र तिवारी ने हिंदुस्तान अखबार से इस्तीफा दे दिया है। हिंदुस्तान के प्रधान संपादक शशिशेखर ने मई में उनको चंडीगढ़ जैसे छोटे संस्करण में स्थानांतरित कर दिया था।

कुल सात लोग भास्कर से हिंदुस्तान, रांची गए

: आज स्पोर्ट्स के सुनील ने हिंदुस्तान ज्वाइन कर लिया : स्टाफ की कमी दूर करने के लिए भास्कर ने कई लोगों को जयपुर से रांची भेजा : दैनिक भास्कर, रांची से कुल सात लोग हिंदुस्तान, रांची ज्वाइन कर चुके हैं. आज सुनील कुमार ने हिंदुस्तान, रांची में सीनियर सब एडिटर पद पर ज्वाइन किया. वे पहले भी हिंदुस्तान में थे लेकिन भास्कर की भर्तियों के समय जो खेप हिंदुस्तान से भास्कर गई थी, उसमें सुनील भी थे. वे स्पोर्ट्स डेस्क पर सेकेंड मैन की हैसियत से काम देखते थे और उसी रूप में भास्कर से वापस लौटे हैं. आज ही हेम सिंह ठाकुर ने भी हिंदुस्तान ज्वाइन कर लिया.

क्यों नाराज हैं हिंदुस्तान, रांची के पत्रकार?

: प्रवीण, केपी व आनंद की नई पारी : हिंदुस्तान, रांची से खबर है कि दैनिक भास्कर, रांची से इस्तीफा देकर अजय शर्मा के हिंदुस्तान ज्वाइन करने से हिंदुस्तान के पत्रकारों में नाराजगी है. लांचिंग की पूर्व संध्या पर अजय शर्मा के हिंदुस्तान जाने से भास्कर को तगड़ा झटका लगा था. वह इसलिए क्योंकि भास्कर में लीड स्टोरी अजय शर्मा की थी. अजय के ठीक उसी दिन हिंदुस्तान ज्वाइन कर लेने से वही खबर उसी दिन हिंदुस्तान में प्रकाशित हो गई. हिंदुस्तान, रांची के लोग खफा इस बात से हैं कि अजय इसी माह के शुरू में हिंदुस्तान छोड़कर भास्कर गए थे.

जिंदा व्यक्ति को भी मरा बता रहा ‘हिन्दुस्तान’

‘हिन्दुस्तान’ के पटना संस्करण में 18 अगस्त को छपी एक खबर से बैंकों में कार्यरत कर्मचारी और अधिकारी खासे नाराज हैं. ये लोग हिन्दुस्तान प्रबंधन पर केस करने की तैयारी कर रहे हैं. मामला पिछले दिनों पटना के नाला रोड में हुई एक व्यवसायी और उसकी पत्नी की हत्या से जुड़ा है.

भास्कर ने तोड़ी हिंदुस्तान, रांची की कमर

: छह पत्रकारों ने इस्तीफा दिया : रांची में हिंदुस्तान को बड़ा झटका लगा है. भास्कर वालों ने 6 लोगों को एक झटके में अपने पाले में कर लिया. हिंदुस्तान, रांची से इस्तीफा देकर भास्कर, रांची ज्वाइन करने वालों के नाम हैं- अजय शर्मा, सतीश कुमार, जितेंद्र कुमार, अमरेंद्र कुमार (सभी प्रिंसिपल करेस्पांडेंट), पवन कुमार (सीनियर रिपोर्टर) और खेल डेस्क से सुनील कुमार.

‘ब्राह्मण’ संपादक ने ‘क्षत्रिय’ पत्रकार भगाए!

रांची से खबर है कि हिंदुस्तान के संपादक अशोक पांडेय ने तीन पत्रकारों का तबादला दूरदराज की यूनिटों में कर दिया है. इनके नाम हैं वरीय सब एडिटर विनोद सिंह, उप समाचार संपादक संजय सिंह और उप समाचार संपादक संजय सिंह (पलामू वाले). इनमें विनोद सिंह को मेरठ यूनिट भेजा गया है. संजय सिंह को रांची से धनबाद जाने के लिए कह दिया गया है. जबकि संजय सिंह पलामू वाले को देहरादून भेजा गया है. इन लोगों को तत्काल संबंधित यूनिटों में रिपोर्ट करने को कहा गया है. इस तबादला आदेश से आफिस में खलबली मची हुई है. लोग घबराए हुए हैं.

हिंदुस्तान, रांची से हटाए गए राजेंद्र तिवारी

अपडेटेड : अशोक पांडेय नए संपादक : हिंदुस्तान, रांची के वरिष्ठ स्थानीय संपादक राजेंद्र तिवारी का तबादला चंडीगढ़ के लिए किए जाने की सूचना मिली है.  हिंदुस्तान, रांची का नया संपादक अशोक पांडेय को बनाया गया है जो अभी तक हिंदुस्तान, कानपुर के एडिटर हुआ करते थे. सूत्रों के मुताबिक प्रधान संपादक शशि शेखर कल से रांची में डेरा डाले हुए हैं.

रांची में टैबलायड लांच करेगा हिंदुस्तान

डीबी स्टार व आई-नेक्स्ट से मुकाबले की तैयारी : पीपुल्स ने दिल्ली में बिजनेस आफिस खोला : इंडियन एक्सप्रेस से जेटली का मन भरा : पीटीआई का वाराणसी ब्यूरो बंद : अमर उजाला, बरेली से फिर एक इस्तीफा : प्रिंट की दुनिया से कुछ खबरें हैं. चर्चा है कि हिंदुस्तान समूह रांची में भास्कर को पछाड़ने के लिए भास्कर के टैबलायड डीबी स्टार को लांच करने की तैयारियों को देखते हुए खुद का भी टैबलायड लांच करने की योजना तैयार कर ली है.

टीम में ‘किलिंग इंस्टिंक्ट’ बढ़ा रहे राजेंद्र तिवारी

[caption id="attachment_17268" align="alignleft"]राजेंद्र तिवारीराजेंद्र तिवारी[/caption]भास्कर के रांची पहुंचने की तैयारियां तेज हो गई हैं. भास्कर के आने से एलर्ट रांची के बड़े अखबारों में क्या कुछ चल रहा है, यह जानने के लिए भड़ास4मीडिया ने इन अखबारों के कुछ लोगों से संपर्क साधा. इन लोगों ने अपने अखबार और अपने संपादकों के बारे में काफी कुछ बताया. सबसे पहले हिंदुस्तान, रांची के बारे में जो जानकारी मिली, उसे यहां पेश किया जा रहा है, एक रिपोर्ट : रांची में हिंदुस्तान अखबार अपने रंगरूप और सामग्री को तेजी से बदल रहा है। हिंदुस्तान की टीम भी पूरे जी-जान से जुटी हुई है। सबसे कनिष्ठ पत्रकार से लेकर संदीप कमल व चंदन मिश्र तक। हिंदुस्तान एडीटोरियल में धीरे-धीरे जो किलिंग इंस्टिंक्ट बढ़ती जा रही है, उसके पीछे वरीय स्थानीय संपादक राजेंद्र तिवारी हैं।

हिंदस्तान, रांची का चीफ रिपोर्टर हुआ बागी

[caption id="attachment_17259" align="alignleft" width="71"]सुधाकरसुधाकर[/caption]शशि शेखर एंड कंपनी के कारण हिंदुस्तान का एक पुराना विकेट बागी हो चुका है. नाम है सुधाकर चौधरी. हिंदुस्तान, रांची में चीफ रिपोर्टर हुआ करते थे. शशि शेखर के दिल्ली और राजेंद्र तिवारी के रांची पहुंचने के बाद से उन्हें हिट लिस्ट में डाल दिया गया. उन्हें पहले चीफ रिपोर्टर के काम से हटाकर रिपोर्ट बनाने फिर समीक्षा के काम में जोता गया. सुधाकर वही हैं जिन्होंने झारखंड के डीजीपी द्वारा सीक्रेट सर्विस फंड (नक्सली अभियान के सीक्रेट फंड) से करोड़ों रुपये निकाले जाने की खबर ब्रेक की थी.

झारखंड में ‘हिंदुस्तान’ के 10 साल पूरे

झारखंड में अपने 10 साल पूरे होने पर ‘हिंदुस्तान’ अखबार में कल अभिनव प्रयोग किया। मुख्य अखबार को विशेष जैकेट के भीतर प्रस्तुत किया गया और ‘विजन झारखंड 2020’ नाम से 20 पेज का विशेष परिशिष्ट दिया गया। जैकेट पर आह्वान किया गया कि ‘आइए लें विकास की कदमताल का संकल्प’।