ये वीडियो देखने के बाद भी आप कहेंगे कि भारत में कानूनराज है?

: मुंबई पुलिस की क्रूरता का वीडियो : मुंबई से एक साथी ने यह वीडियो भड़ास4मीडिया के पास भेजा है. कुछ मिनट के इस वीडियो के जरिए आप देखकर जान सकते हैं कि अपनी भारतीय पुलिस कितनी बर्बर और अराजक है. दुनिया भर में पुलिसिंग को जनपक्षधर बनाने और न्यूनतम हिंसा के जरिए संचालित किए जाने के प्रयास जोरों पर है. लेकिन अपने देश में पुलिस ने जैसे तय कर रखा हो कि उसे तो सिर्फ डंडे के जरिए ही पुलिसिंग करनी है, बाकी कोई फंडा नहीं सीखना.

इस पागल, नंगे व खतरनाक शख्स को पुलिस ने मारकर क्या गलत किया?

: देखें सीसीटीवी फुटेज और अन्य वीडियो : सतना (मध्य प्रदेश) की घटना याद होगी. न्यूज चैनलों पर बार-बार दिखाया गया. एक मानसिक रूप से बीमार आदमी को पुलिसवालों द्वारा मिलकर सरेराह पीटा जाना. और इसी के चलते उस आदमी की मौत हो जाना. पिटाई की सीन को जिसने भी देखा, उसने पुलिसवालों को जमकर गालियां दी और देश में अंग्रेजी राज जैसे पुलिस दमन की कल्पना की.

रामलीला मैदान में टोटल टीवी के कैमरामैन के साथ पुलिस ने की मारपीट

अन्ना हजारे के अनशन स्थल रामलीला मैदान पर शनिवार को एक कैमरामैन से कथित तौर पर हुई मारपीट के बाद पुलिस और मीडिया में तकरार हो गई। मारपीट की घटना टोटल टीवी के संदीप शर्मा नामक कैमरामैन के साथ हुई। शर्मा के मुताबिक जब वह रामलीला मैदान के द्वार संख्या एक से प्रवेश कर रहे थे तो एक पुलिस अधिकारी से उनका विवाद हो गया।

खीरी रेपकांड : पूर्व एसपी डीके राय लापरवाही में मुअत्‍तल

: लखीमपुर गैंगरेप कांड की जांच सीबीआई से कराने को मायावती तैयार : राष्‍ट्रीय मानवाधिकार आयोग का दल निघासन पहुंचा : प्रदेश सरकार ने सोनम हत्‍याकांड की जांच सीबीआई को सौंपने का इरादा जाहिर कर दिया है, लेकिन साथ ही कहा है कि इस बारे में अगर पीडित परिजनों की कोई अर्जी आयी तो सीबीआई जांच करायी जा सकती है। लेकिन इस हादसे की आंच से सहमी यूपी सरकार ने आज एक प्रेस कांफ्रेंस में मुख्‍यमंत्री मायावती ने लखीमपुर से हटाये गये पुलिस कप्‍तान डीके राय को निलंबित भी कर दिया है।

एक युवा पत्रकार की जुबानी, दिल्ली पुलिस की हैवानियत की कहानी

: मुझे मिला उस ‘अपराध’ का दंड जो मैंने किया ही नहीं :  जिदंगी कभी-कभी हमें इतना बेबस कर देती है कि हम मजबूत होने के बावजूद हालातों के सामने झुक जाते हैं और अपने स्वाभिमान को अपनी ही आखों के आगे तार-तार होता देखने को मजबूर हो जाते हैं। पत्रकार होने के नाते पुलिसिया कहर की कहानियां तो मैंने पहले से काफी सुन रखी थी, लेकिन इसके खौफनाक चेहरे से मेरा सामना बीते शनिवार (11 जून, 2011) की रात को हुआ।

दिल्ली में पत्रकार कपिल शर्मा को रात भर पीटती रही पुलिस

खबर है कि दिल्ली में कल रात में पत्रकार कपिल शर्मा को पुलिस रात भर पीटती रही. कपिल पूर्व में बिजनेस स्टैंर्डड से जुड़े रहे हैं. वे आईआईएमसी के पूर्व छात्र हैं. कपिल शर्मा को कल रात दिल्ली के तिमारपुर थाने की पुलिस ने बुरी तरह से पीटा. उन्हें पीटने के साथ ही रात भर थाने में बैठाए रखा. आरोप है कि पुलिस कपिल को एक झूठे मामले में फंसाने की कोशिश कर रही है.

पत्रकार पर हमला करने वाला डिप्टी एसपी गिरफ्तार

केरल के कोल्लम से खबर है कि दैनिक अखबार ‘मातृभूमि’ में काम करने वाले पत्रकार वीबी उन्नीथन पर हमले के आरोपी पुलिस अफसर को अरेस्ट कर लिया गया है. यह हमला उन्नीथन पर 16 अप्रैल को तब किया गया जब वह दफ्तर से घर लौट रहे थे. आरोपी हमलावर पुलिस अधिकारी का नाम संतोष एम. नैयर है. केरल के पुलिस उप महानिरीक्षक एस. श्रीजीत ने बताया कि 16 अप्रैल को पत्रकार पर हमला किए जाने के मामले में शामिल डिप्टी एसपी संतोष एम.नैयर को गिरफ्तार किया जा चुका है.

मुख्यमंत्री मायावती के झूठ को उनकी सीबीसीआईडी ने पकड़ा!

नूतन ठाकुर: बबलू और आब्दी की गिरफ्तारी के पीछे का सच : वैसे तो जिंदगी में कोई बात शायद बेमतलब नहीं होती पर उत्तर प्रदेश में तो निश्चित तौर पर हर बात के पीछे कोई ना कोई कारण जरूर होता है. और अक्सर जो दिखता है, सच वैसा नहीं होता. अब जीतेन्द्र सिंह बबलू और इन्तेज़ार आब्दी की गिरफ्तारी का मामला ही ले लीजिए.

पुलिस बर्बरता का शिकार पत्रकारिता का छात्र

: आंख में गंभीर चोट, पांच टांके लगे : दरोगा का बेटा होने के बावजूद नहीं बख्शा : देहरादून। मित्रता, सेवा, सुरक्षा को अपना मूल ध्येय और खुद को जन मित्र होने का दावा करने वाली उत्तराखंड पुलिस ने मंगलवार को इन वाक्यों के ठीक विपरीत आचरण करते हुए पत्रकारिता के एक छात्र के साथ जमकर बदसलूकी। एसपी सिटी देहरादून की गाडी पर सवार पुलिसकर्मियों ने उसे बेवजह रोक कर बेरहमी से पीटा। उसकी आंख पर गंभीर चोट आई और पांच टांके लगे हैं।  युवक का नाम संदीप सिंह धारीवाल है और वह राजधानी के मोहिनी रोड क्षेत्र का निवासी है। संदीप ने पुलिस कर्मियों पर आरोप लगाते हुए बताया कि पुलिस ने उसकी सोने की चेन और कुछ नगदी भी छीन ली। जब उसने घटना की सूचना अपने परिजनों को देने कि कोशिश की तो उसका मोबाइल भी छीनकर तोड़ दिया गया।

मुंबई में थाने में पत्रकारों से हैवानियत

[caption id="attachment_15430" align="alignleft"]मोहम्मद खालिदमोहम्मद खालिद[/caption][caption id="attachment_15431" align="alignright"]अब्दुल बाकी अंसारअब्दुल बाकी अंसार[/caption]नशे में धुत्त थे पुलिस वाले : मुंबई में भिवंडी पुलिस स्टेशन के आधा दर्जन से अधिक पुलिसकर्मियों ने नशे में धुत्त होकर बीती रात एक घटना की कवरेज कर रहे दो पत्रकारों को पट्टों से इतना पीटा कि उन्हें अस्पताल में दाखिल कराना पड़ा। पुलिस की हैवानियत से पत्रकारों में भारी रोष है। कोई सुनवाई न होने पर रात चार बजे थाने के सामने पत्रकारों को धरना देना पड़ा। डीसीपी ने कार्रवाई का आश्वासन दिया है। सहारा मुंबई के रिपोर्टर दानिश आजमी ने बताया कि स्थानीय न्यूज चैनल ‘आपकी आवाज’ के रिपोर्टर अब्दुल बाकी अंसारी और मोहम्मद खालिद को 2-3 अगस्त की रात सूचना मिली कि भिवंडी थाने के शांति नगर इलाके में एक लड़की का अपहरण हो रहा है। अपहर्ता लड़की को लेकर भाग रहे हैं। दोनों रिपोर्टर तत्काल कवरेज के लिए मौके पर पहुंच गए। दोनों ने ज्यों ही घटना को शूट करने की कोशिश की, पुलिसकर्मियों ने दोनों के कैमरे छीन कर जमीन पर पटक दिए और मां-बहन की गालियां देने लगे। इतना ही नहीं, नशे में धुत्त पुलिसकर्मी दोनों रिपोर्टरों को धकेलते हुए भिवंडी स्टेशन ले आए और अंदर बंद कर पट्टे से जमकर पिटाई की। 

पुलिस ने फोटोग्राफर का हाथ और कैमरा तोड़ा

दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर पत्रकार आईजी से मिले : फरीदाबाद में संजय कालोनी पुलिस चौकी के सामने हुई पथराव-हिंसा की घटना में पुलिस लाठीचार्ज में गंभीर रूप से घायल हुए प्रेस फोटोग्राफर नवीन शर्मा के मामले में हरियाणा पत्रकार संघ के बैनर तले पत्रकारों का प्रतिनिधिमंडल आईजी पीके अग्रवाल से मिला। पत्रकारों ने नवीन शर्मा की बर्बरतापूर्वक पिटाई करने के आरोपी पुलिस कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग उठाई। प्रतिनिधिमंडल की अगुवाई जिला प्रधान नवीन धमीजा ने की। ज्ञात रहे कि गौच्छी गांव के लोगों ने पिछले दिनों संजय कालोनी पुलिस चौकी पर एक युवक की पिटाई के मामले में कार्रवाई न होने पर जमकर हंगामा किया था।

पुलिस ने पत्रकार को अपहरण में फंसाया

अलीगढ़ के पत्रकार सोमेश शिवांकर को जिले के एक थाना प्रभारी ने कथित अपहरण के मामले में फांस कर मामला कोर्ट तक पहुंचा दिया है। यद्यपि इस घटना के बाद थाना प्रभारी को एसएसपी असीम अरुण ने पुलिस लाइन में अपने दफ्तर से अटैच कर दिया है, लेकिन शिवांकर के सिर से आशंकाओं के बादल छंटे नहीं हैं। उन्होंने थाना प्रभारी की इस मनमानी से प्रेस कौंसिल, पुलिस और प्रशासन के उच्चाधिकारियों सहित प्रदेश व केंद्र सरकारों को भी लिखित तौर पर अवगत करा दिया है। शिवांकर पूर्व में ‘स्टार न्यूज’ और ‘डीएलए’ से जुड़े रहे हैं। इस समय वह ‘एनएनआई’ न्यूज एजेंसी के लिए बतौर रिपोर्टर काम कर रहे हैं।