तेरा-मेरा कोना
मुझे सख्त नियम पसंद नहीं हैं। मैं आसान नियमों में विश्वास करता हूं क्योंकि यहां जिंदगी पहले से ही बहुत मुश्किल है। मेरा मानना...
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मुझे सख्त नियम पसंद नहीं हैं। मैं आसान नियमों में विश्वास करता हूं क्योंकि यहां जिंदगी पहले से ही बहुत मुश्किल है। मेरा मानना...
By Justice Markandey KatjuThe war drums can clearly be heard in our sub continent. The 'surgical' strike by the Indian army 3 kms. inside...
साम्यवाद और समाजवाद पर ओशो का एक चर्चित भाषण Vinay Shrikar : मैं ओशो का ''चेला'' नहीं हूँ, लेकिन मुझे लगता है कि वामपंथियों...
स्वच्छ भारत का एक महानगर। पूरी तरह स्मार्ट सिटी। जगह-जगह कचरे के ढेर। जगह-जगह बन्द शौचालय, जिनके आसपास भयानक दुर्गन्ध। खुले में शौच करने...
महाराजा अग्रसेन की जन्म जयन्ती 1 अक्टूबर, 2016 -ललित गर्ग- कुशल शासकों की कीर्ति किसी एक युग तक सीमित नहीं रहती। उनका लोकहितकारी चिन्तन...
मिर्जा गालिब कितने महान शायर हैं यह जानने के लिए-- या यह मानने के लिए कि वह कितनी गहरी समझ और गहरी अभिव्यक्ति के...
स्व-जागृति : बीती सदियों में इंसान सार्थक ज्ञान के सन्निकट पहुँच जाता था तो वह संसारिक झंझावातों से दूर हटकर स्वयं में लीन हो...
गुजरात के ऊना में गो हत्या के आरोप में दलितों के साथ मारपीट अक्ष्म्य है। महाराष्ट्र में दलित बालिका से दुराचार अमानवीय है। सिर्फ...
सन्तोष देव गिरि कहते है राजनीत जो ना करा दे। राजनीत में कब क्या हो जाए कहा नहीं जा सकता है। जैसा कि इन...
तरुण वत्स टीवी और कॉमेडी का चर्चित चेहरा कपिल शर्मा ऐसा नाम है जिसे हर घर में जाना पहचाना जा रहा है। कुछ समय...
A fb message from Imran Khan. He has permitted me to mention his name :Sir,Pakka Muslim wo hai jo terrorism ke khilaf hai, aur...
यह दुनिया है और दुनिया भी कैसी कि यहाँ आँख खोलने के बाद इन्सान रोना शुरू कर देता है... और अगर रोए नहीं तो...
भ्रष्ट सरकार की जड़ों में मट्ठा भरने वाले और उसे आकाश से रसातल में लाने वाले अन्ना हजारे एक पखवाड़े तक अख़बारों और चैनलों...
मुझे जीवन में करीब पांच साल शिक्षक के रूप में काम करने का मौक़ा मिला. पहली बार 1973 में जब मैं एक डिग्री कालेज...
भले ही पूरा देश अण्णा के साथ हो और देशभर में इस आन्दोलन को फैलाने का जज्बा रखता हो लेकिन उघोग जगत जिसे इंडिया...
दुनिया का सबसे बड़ा लोकतन्त्र आज ऐसे दौर से गुजर रहा है जहां लोकतंत्र की मर्यादा और लोक हक सब कुछ दांव पर लगा...
मूर्तिपूजकों के इस समाज को एक नयी मूर्ति मिल गयी है- अन्ना हजारे. दकदक सफ़ेद कुरता-धोती पहने और सिर पर टोपी रखे अन्ना हजारे...
ऐसा नहीं है कि हर कोई अन्ना हजारे के आंदोलन का समर्थन कर रहा है बहुत से लोग उसका विरोध भी कर रहे हैं....