चौथी दुनिया में फिर एडिटर इनवेस्‍टीगेशन बनीं रुबी अरुण

न्‍यूज चैनल नेटवर्क10 में न्‍यूज हेड के पद से इस्‍तीफा देने वाली रुबी अरुण एक बार फिर साप्‍ताहिक पत्रिका चौथी दुनिया में वापस लौट आई हैं. उन्‍हें फिर से एडिटर इनवेस्‍टीगेशन बनाया गया है. पिछली बार चौथी दुनिया से इस्‍तीफा देने के बाद फिल्‍म के क्षेत्र में सक्रिय हो गई थीं. बाद में नेटवर्क10 ज्‍वाइन कर लिया था, परन्‍तु किसी कारण से यह प्रोजेक्‍ट लांच नहीं हो पाया.

घोषणाओं का मौसम : अनुराधा प्रसाद और संतोष भारतीय ला रहे नए चैनल

मीडिया में पैसे बनाने का खेल जिन्हें एक बार आ जाता है, वे फिर पीछे मुड़कर नहीं देखते. यह हर कोई कहने-जानने लगा है कि मीडिया का मतलब कभी सरोकार रहा होगा, लेकिन इन दिनों तो इसका मतलब माल बनाना होता है. मीडिया अब उस चिड़िया का नाम है, जिसके जरिए महानता का लबादा ओढकर और सम्मानित माने जाने का भाव धारण कर मुनाफा कमाया जा सकता है.

चौथी दुनिया के वेस्ट बंगाल ब्यूरो चीफ बिमल राय का इस्तीफा

खबर है कि चौथी दुनिया अखबार के लिए पश्चिम बंगाल के ब्यूरो चीफ के रूप में काम करने वाले बिमल राय ने इस्तीफा दे दिया है. सूत्रों के मुताबिक उन्होंने प्रबंधन के साथ ट्यूनिंग ठीक न बैठने के कारण अपना इस्तीफा सौंपा. यह भी बताया जा रहा है कि उन पर खबर के साथ साथ विज्ञापन का भी काम करने का दबाव था जिसके कारण वह खुद को असहज महसूस कर रहे थे.

बुरा न मानें, होली है संतोष भारतीय जी!

संतोष भारतीय का मैं दिल से इज्जत करता हूं. भड़ास4मीडिया जब मैंने शुरू किया, और उस वक्त ज्यादातर वरिष्ठ पदों पर बैठे लोग इस प्रयोग को हेय नजरों से देख रहे थे, तब संतोष भारतीय ने न सिर्फ इसे सपोर्ट किया बल्कि इसे चलाए रखने को आर्थिक रूप से मदद भी की, एकमुश्त एक वर्ष तक विज्ञापन देकर. जाहिर है, जब कोई चीज चल जाती है तो उसके दस यार प्रकट हो जाते हैं.

चौथी दुनिया का यूपी-उत्‍तराखंड संस्‍करण शुरू

राष्ट्रीय साप्ताहिक समाचार पत्र चौथी दुनिया के उत्तर प्रदेश/उत्तराखंड संस्करण का प्रकाशन शुरू हो गया. आकर्षक साज-सज्जा और बेहतरीन खबरों के संग बड़ी सादगी के साथ चौथी दुनिया का उत्तर प्रदेश/उत्तराखंड संस्करण प्रस्तुत किया गया. इस अंक के राष्ट्रीय कवर पर प्रभात रंजन दीन की ब्रेकिंग स्टोरी है. इस कवर स्टोरी के जरिए प्रभात रंजन दीन ने मुंबई के आदर्श सोसाइटी घोटाले के लखनऊ लिंक और सेना के मध्य कमान मुख्यालय में हो रहे उससे बड़े घोटाले का खुलासा किया है.

चौथी दुनिया छोड़ सियासी दुनिया से रूबरू रूबी!

[caption id="attachment_18110" align="alignleft" width="60"]रूबीरूबी[/caption]चौथी दुनिया में एडिटर (इंवेस्टिगेशन) पद पर कार्यरत रूबी अरुण के बारे में सूचना है कि वे संस्थान को गुडबाय कहने वाली हैं. वे करीब महीने भर से आफिस नहीं जा रही हैं. सूत्रों के अनुसार रूबी ने अभी इस्तीफा नहीं दिया है पर उनका सक्रिय पत्रकारिता में लौटने का मन नहीं है.

प्रभात रंजन दीन पहुंचे ‘चौथी दुनिया’

अंचल सिन्हा का इस्तीफा : ‘बाइलाइन’ नामक मैग्जीन से हटने के बाद पिछले महीने एक नई कंपनी ज्वाइन करने वाले प्रभात रंजन दीन ने महीने भर में ही पाला बदल दिया है. वे चौथी दुनिया में एडिटर (इनवेस्टीगेशन) के पद पर पहुंचे हैं. प्रभात रंजन दीन ने पिछले माह जब देववर्षा रतनज्योति प्राइवेट लिमिटेड नामक कंपनी ज्वाइन किया था तो कई सारी घोषणाएं की थीं जिसमें अंतरराष्ट्रीय स्तर के न्यूज़ पोर्टल के साथ-साथ हिंदी और अंग्रेजी में साप्ताहिक पत्रिका, दैनिक समाचार पत्र और न्यूज़ चैनल लांच करना शामिल था. लेकिन इन घोषणाओं में से किसी एक को भी मूर्त रूप देने की नौबत नहीं आई. प्रभात ने चुपचाप चौथी दुनिया का दामन थाम लिया है.

चौथी दुनिया लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में

विनम्र गौरव-बोध के साथ आपको सूचित करते हुए हुए हर्ष हो रहा है कि साप्ताहिक समाचार पत्र चौथी दुनिया को लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में शामिल किया गया है. लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स की तरफ से जारी नेशनल रिकॉर्ड 2010 प्रमाण-पत्र में चौथी दुनिया को देश का सबसे पहला साप्ताहिक समाचार पत्र घोषित किया गया है, जो श्री संतोष भारतीय के संपादकत्व में अंकुश पब्लिकेशंस की तरफ से प्रकाशित हो रहा है. आप यह जानते ही हैं कि चौथी दुनिया 1986 में लॉन्च हुआ था.

‘चौथी दुनिया’ का इंटरनेट टीवी लांच

चौथी दुनिया इंटरनेट टीवीसाप्ताहिक अखबार चौथी दुनिया की तरफ से इंटरनेट टीवी की शुरुआत आज कर दी गई. इसका उदघाटन पूर्व मंत्री कमल मोरारका ने किया. ‘इंडियाज पोलिटिकल हिस्ट्री’ नामक कार्यक्रम के जरिए चौथी दुनिया के इंटरनेट टीवी को लांच किया गया. इस कार्यक्रम के जरिए चौथी दुनिया के प्रधान संपादक संतोष भारतीय देश के राजनीतिक इतिहास के अनछुए पहलू को सामने लाएंगे. पहले एपिसोड में उन्होंने कमल मोरारका से पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर के बारे में जानकारी हासिल की. डेढ़ घंटे के इस इंटरव्यू में कमल मोरारका ने चंद्रशेखर के जीवन के कई पहलुओं को सामने रखा.

‘चौथी दुनिया’ ने उठाया बंगाल के हिंदीभाषियों का मुद्दा

देश के मशहूर हिंदी साप्ताहिक ‘चौथी दुनिया’ की पहल पर पश्चिम बंगाल के हिंदीभाषियों की समस्याओं व उनके विकास की संभावनाओं पर विचार-विमर्श करने के लिए एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। 16 जनवरी को कोलकाता के राजस्थान सूचना केंद्र में आयोजित संगोष्ठी में कोलकाता की लगभग पूरी संपादकमंडली जुटी। गोष्ठी का संयुक्त संयोजक था ‘पश्चिम बंग हिंदीभाषी समाज’। चर्चा के दौरान पश्चिम बंगाल में हिंदीभाषियों की स्थिति, चाय बागानों में बुनियादी सुविधाओं की कमी, उद्योगों के बंद होने से हिंदीभाषी श्रमिकों की दयनीय हालत, उच्च माध्यमिक परीक्षाओं में हिंदी प्रश्नपत्र देने, हिंदी अकादमी के गठन और साथ-साथ हिंदीभाषियों की कुछ बुनियादी खामियों की भी चर्चा हुई।

पत्रकार बस तिकड़मी बनकर रह गए हैं : हरिवंश

चौथी दुनिया में हरिवंश का इंटरव्यूचौथी दुनिया के सद्यः प्रकाशित विशेषांक में प्रभात खबर के प्रधान संपादक हरिवंश का इंटरव्यू छपा है। इसमें पत्रकारिता की दशा-दिशा पर काफी कुछ बातें हैं। समकालीन विचारवान और सरोकार वाले संपादकों में हरिवंश का नाम जाना-पहचाना है। रांची में रहकर बिहार-झारखंड के प्रमुख वैचारिक हिंदी अखबार प्रभात खबर को नेतृत्व प्रदान करने वाले हरिवंश ने बाजार के मजबूत दबाव के बावजूद विचार से समझौता नहीं किया। चौथी दुनिया में प्रकाशित यह इंटरव्यू यहां साभार दिया जा रहा है।