कुछ काम अन्ना ने किया और काफी कुछ बाबा ने कर दिखाया. अन्ना ने करप्ट कांग्रेसियों पर भरोसा किया और सरकार के झांसे में आ गए तो नतीजा ये है कि उन्हें अब रोना पड़ रहा है, मुद्दा पीछे छूट गया और तेवर पीछे रह गया. शेष है तो सिर्फ फिजूल की बैठकों का दौर और बेवजह की उठापटकों की चर्चाएं.
बाबा ने हुंकार भरकर सत्याग्रह शुरू किया तो सरकार एक दफे चरणों में लोट गई. बाबा जब न माने तो बाबा को धक्का मारकर दिल्ली से बाहर भगा दिया. बाबा के अनुयायियों पर लाठियां बरसी. एक संत का अपमान. हजारों साधकों का अपमान. इस भारत देश में संत का ऐसा खुलेआम अपमान नहीं किया गया, उस संत का जो देश हित की बातें कर रहा है. बाबा रामदेव को जिस तरह से पुलिस वालों ने, गुप्तचर एजेंसियों के लोगों ने नजरबंद किया वह शर्मनाक है. जैसी पिटाई श्रद्धालुओं और सत्याग्रहियों की की गई, वह लोकतंत्र का काला अध्याय है. पर यह सब अब हो ही गया है तो तय मानिए की कांग्रेस ने अपने ताबूत में कील ठोंक ली है. देश का आम जन सांस बांधे टीवी देख रहा है. अखबार पढ़ रहा है. बाबा के अपमान को महसूस कर रहा है. सत्याग्रहियों के साथ हो रहे जुल्म को खुद पर जुल्म गिन रहा है.
वंदेमातरम और बाबा जिंदाबाद जैसे नारों के बीच पिटते लोगों को देखना अंग्रेजों के दौर की याद दिला देता है. यह जो घाव, यह जो जख्म सरकार ने ईमानदारी के साथ भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ने वालों को दिया है, वह जल्द भरेगा नहीं, वक्त का मरहम भी काम नहीं आए. अगले लोकसभा चुनाव में अगर कांग्रेस का सूपड़ा पूरे देश से साफ नहीं हुआ तो तय मानिए कि बाबा और उनके सत्याग्रहियों पर हुए जुल्म का बदला नहीं लिया गया. ऐसी कांग्रेसी सरकार के खिलाफ उठ खड़े होने और इसे उखाड़ फेंकने का दौर आ चुका है. आप जहां भी हों, जिस भी स्थिति में हो, बाबा और उनके लोगों पर हुए जुल्म के खिलाफ अपना विरोध प्रकट करें. अपने-अपने ब्लागों पर पोस्ट लिखें. ट्विटर और फेसबुक पर ब्लैक डे मनाएं. आम जन के बीच कांग्रेस और उनके नेताओं के करप्शन की पोल खोलें और इनकी निंदा करें. और कुछ न करें तो कम से कम काली टीशर्ट या शर्ट पहनें.
मैं निजी तौर पर आज के दिन को काला दिवस के रूप में मना रहा हूं. इसी कारण भड़ास4मीडिया पर एक ब्लैक पट्टी लगा दी है. विरोध जताने के लिए ही यह पोस्ट लिख रहा हूं और फेसबुक व ट्विटर आदि पर भी बाबा व भक्तों पर हुए जुल्म के खिलाफ आवाज उठाऊंगा. अन्ना हजारे जिंदाबाद. रामदेव जिंदाबाद. भ्रष्टाचार के खिलाफ जंग जारी रहे. भ्रष्ट और निकम्मी कांग्रेस पार्टी और इसके कर्ताधर्ता मुर्दाबाद…. दांव-पेंच में फंसाकर करप्शन के मुद्दे को डायलूट करने वाली केंद्र सरकार मुर्दाबाद…
यशवंत
एडिटर
भड़ास4मीडिया
bhadas4media@gmail.com
Comments on “बाबा व भक्तों पर जुल्म के खिलाफ आज ब्लैक डे मनाएं”
bharat pak me bus itna sa frk hai- waha pe isi ka kchha chithha kholne pe ek patkar ko jan deni padi , yaha pe deshhit ki bat karne pe anshankariyo pe lachichaege aur ashugas dage gye dono hi jagho per loktantra ka gala ghota gya.
यशवंत जी,
आप और हम जो कर सकते हैं, कर रहे हैं, करते रहेंगे। पूरे देश के हित में मेरा निजी सुझाव ये है, कि मीडिया की ओर से इस पूरे (बाबा रामदेव प्रकरण) मामले की लाइव रिपोर्टिंग क्यों न बरखा दत्त और मामले की लीपापोती (कपिल सिब्बल के बजाये) का जिम्मा उनकी सहेली नीरा राडिया के हवाले कर दी जाये। तो शायद तय हो जाये कि देश को जरुरत किसकी है…बरखा दत्त, राडिया, भ्र्ष्टाचार या बाबा रामदेव की….
Ye namard Sarkar ab Jayegi….
Samarthan, samaertha samarthan…….
sahi kah rhe app, kangress agar emandari se karya kar rhi thi to usko baba takleef nhi honi chahiye thi
Sarkar ki kartut ls me bhi Ahat hu. En Bhrashtachario ko hatane ke liya Krantikari Andolan ki Jarurat Hai.
Dear yashwant Jee..
Certainly we lend our full support for your appeal of BLACK Day… Its not to the person, BUT to the CAUSE… The anarchical attitude of the Indian Government to suppress the Voice in a democratic Country whose constitution is the largest in the world cant be forgiven by the People of India.
Suppressing people’s movement might be another “Middle-east in making”…
People of India should unite hands against this corrupt system… Sooner or later we will see a major change in the system…
I also appreciate your endeavor in propagating this noble cause..
LETS JOIN…
All the Best Yashwant Jee
Regards
Arif Nisar
Bhaia pranam
ek andolan apne dwara lekhni ke madhyam se es bhrast aur nikkami sarkar ke khilaf cher dijiye. Knyoki ab bahut ho chuka.
Anand kumar
reporter
mau
mob.9451831331
kapil sibal and digvijay should be thrown out from the political system as soon as possible and a survey should be made on sonia ghandhi these political leader should be thrown away and a fresh political party should be organised
ya goverment n sahi nahi kiya matlab samjaoo govt. gayyee baba Ram dev is right kya bhart dash assa aajad houa haa totally cong. fall this time god always with Baba Ramdev
[u][b]अब और ज्यादा दिनो तक नही[/b][/u]
दिनेंक – 5/6/2011
आज बाबा राम देव जी का अनसन भंग कर उन्हे दिल्ली से बाहर किया यह सरकार और अधिक दिनो तक अगर केन्द्र मे रही तो यह सम्पूर्ण देश को ही बेच कर विदेश भाग लेगी भ्रष्टाचारी से इतनी दौलत विदेश मे जमा कर रखा है कि उसी से उनकी जिन्देगी के बचे दिन आराम से कट जाएगें। ऐसे राष्ट्रद्रोही सरेआम मृत्यु दंड के अधिकारी हैं, जैसा कि बाबा जी के एजेंन्डे मे भी था, लेकिन आज सत्ता मे बैठे होने के कारण प्रशासन पुलिस से लेकर तिनो सेनाओ की बाग-डोर केन्द्र सरकार के हाथों मे हैं जैसे जब चाहे जहां उसका इस्तेमाल कर सकती है जैसा की बाबा राम देव जी के लिए इसका प्रयोग किया गया, बह भी आधी रात के समय जैसे देश के दुशमनो के छावनी पर रात के अंधेरे मे सेना द्वारा छापा मारी युद्ध के समय आक्रमण किया जाता है, निश्चित रुप से यह खुले आम लोक तंत्र की हत्या है।
आँखे अश्रुपूर्ण हैं. ऐसा हमने न देखा था न सुना था. यह लोकतंत्र के साथ बलात्कार है. भारत की जनता सहन नहीं करेगी.
कांग्रेस को उसकी औकात दिखानी हीं होगी. बदला लेगी जनता. इटालियन माफिया का विनाश तय जानिए.
जय हिंद! जय बाबा रामदेव!
बहुत साधुवाद आपको यशवंत जी….वास्तव में इससे काला अध्याय और कुछ नहीं हो सकती..इससे ज्यादा कुछ लिखा नहीं जा रहा है.
रामदेव पर की गयी कार्यवाही से यह स्पस्ट हो गया है की सरकार की मानसिकता है क्या.
क्या सरकार को यह शोभा देता है की वह रात के अँधेरे में गुंडों की तरह पेश आये . जिस आन्दोलन में आम नागरिकों की माँ बहेने भी शामिल हो और उस जगह की बिजली रात में काट दी जाये और पुलिस वालों को उन पर आतंक फ़ैलाने के लिए छोड़ दिया जाये. आंसू गैस के गोले व लाठी चार्ज किये जाये . ये है आम आदमी की सरकार व उसका क्रूर चेहरा . आखिर कार्यवाही क्या रात में ही करनी जरूरी थी खास कर जब सरकार को मालूम था की कई माँ बेहेने भी उसमे शामिल हैं. इतना भी नहीं सोचा की इतने लोग रात में भाग कर कहाँ जायेंगे .अगर बाबा को गिरफ्तार ही करना था तो दिन में करते , रात में बिजली काट कर आम लोगो को दौड़ा कर नहीं. क्या दिन में कार्यवाही करने की हिम्मत नहीं थी अपमे . या आप कोई गलत काम करने गए थे जिसके लिए आपको रात के अँधेरे की जरूरत थी. एक पार्टी जिसकी मुखिया एक महिला है उससे यह उम्मीद नहीं थी. इस मुद्दे पर अपनी राय जरूर दे .
योग से उघोग पति बने रामदेव के आंदोलन की हवा निकल चुकी हैं । दोस्त जो लोग
रामदेव को अपना भगवान मान बैठे थे उन लोगो के लिए इससे बड़ी दुःख की खबर
होनही सकती है। और उन लोगो के लिए भी जो लोग रामदेव के साथ अंसन पर बेंठकर
पिछले दरवाजे से आरहें भारी भरकम पैसों को चार दिन मैं हजम करना चाहते थै। लेकिन
ये खबर सिर्फ उनके सर्मथकों के लिए निराशा जनक नहीं हें बल्की दिल्ली की उस
मीडिया के लिए भी जिनके पास रामदेव के सत्याग्रह के अलावा ओर कोई खबर हें ही
नहीं। लेकिन यशवंत सर आप से यं उमीदें नहीं थी की आप भी रामदेव को लेकर इतना
भावुक हो सकते हैं । मेमानता हुॅ की सरकार में भ्रष्टावार हैं पर रामदेव के बारेमें आप को
बतादे की वो भी पाकसाफ नहीं है। अगर होते तो अंनना हजारे का साथ देने से पीछे नहीं
हटते खेर कोई बात नहीं कुठ दिनों में आप को रामदेव की सारी असलियत पता चल
जाएगी। धन्यवाद सर…
यशवंत भाई बिलकुल ठीक कहा आपने आज जरूरत है देश को कला दिन मानाने की , बाबा के समर्थन में बी जे पी ने भी मोर्चा खोल दिया लेकिन शायद बाबा वो चमत कार नहीं कर पाए जो अन्ना हजारे कर गए ! जिस बात को ले बाबा लड़ रहे है , ऐसे में जरूरत है देश का बाबा के साथ कंधे से कन्धा मिला खड़े रहने की ! अरे भाई आखिर ऐसा क्या निजी माँगा था बाबा ने जिसे ले सरकार ने उन्हें इस कदर अपमानित किया भूखे प्यासे लोगो पर लाठिया भाजी ! न महिलाओ को बक्शा न पुरशो को ! क्या ये वोही कांग्रेस सरकार है जो गाँधी जी को अपना आदर्श मान हमेशा शान्ति का रास्ता अपनाने की सीख देती है ! जो इन्होने बाबा के साथ किया जो देश हित की बात कर रहे थे वो बेहद शर्मनाक है ! सरकार के तेवर उस समय कहाँ गायब हो जाते हैं जब पकिस्तान बार बार देश को नुक्सान पहुंचाता है और ये सरकार मूक रह तमाशा देखती रहती है , उस समय इनका बल शायद काफूर हो जाता है ! खैर जो भी हो सरकार को सभी भाई मिल कर ” गेट वेल सून बोलो ”
bhut gusssa hai abhi…….!:(
यशवंत जी आपके विचारो से मै पूरी तरह से सहमत हूँ …. वास्तव में भारत तो अभी तक आजाद हुआ ही नहीं है,मात्र सत्ता का हस्तांतरण गोरी चमड़ी वालो से काली चमड़ी वालो के पास ही हुआ है ,और इन लोगो ने पिछले ६४ सालो से देश को खूब चूसा है ,आज़ादी की दूसरी लड़ाई अब शुरू हुई है और हम इस लड़ाई में हम बाबा के साथ है.
शर्म आनी चाहियें सोनिया गाँधी और राहुल गाँधी तुम लोगो को अपने ऊपर…पर अब बहुत हो गया .उखाड़ फेकेंगे तुम्हे हम.
जय हिंद दोस्तों,
ये बेईमान सरकार के लोग तो गोरे अंग्रेजो से भी अधिक बुरे निकले. सीधा हिंसा पर उतर आये है. ना कोई लाज ना शर्म. जनता के प्रति कोई जबाबदेही नहीं. हमारी गांधीगिरी को हमारी कमजोरी समझ बैठे है. पहले इन बेईमानो ने डर के मारे हमारे राजीव भाई को मार डाला. क्योंकि उनके सवालो का जबाब नहीं था इस भ्रष्ट सरकार के पास. अब उनकी कुर्सी और काले धन को जाते देख, हमारी मजबूत जड़ बाबा रामदेव जी को मरने की साजिश कर रहे है. वो चोर दिग्विजय सिंह अपनी सरकार की सफाई दे रहा है. मैं उससे से पूछना चाहता हूँ. कि मर्द का बच्चा है तो अपनी और अपने दामादो की सम्पति का घोषणा करे, बाद में रामदेव जी का सम्पति का जाँच करवाए.
एक बात और राजीव भाई को जहर देकर मारा गया, उनके पार्थिव शारीर का विडियो मैंने देखा है you tube पर, जिसमे उनके शारीर नीला पड़ा दिखाई दे रहा था. लेकिन साजिश के तहत heart attack का नाम देकर लोगो को गुमराह किया गया. और उनके शरीर का postmardam नहीं कराया गया. जब लोग धीरे धीरे you tube के जरिये यह बात जानने लगे तो you tube से उस विडियो को ही हटवा दिया गया. इस हत्यारी सरकार ने अपने स्वार्थ के लिए एक सच्चे राष्ट्रभक्त की जान ले ली.
“जी तो गलियां देने को करता है लेकिन संस्था के मर्यादा का ख्याल है.”
लेकिन एक बात साफ साफ कहता हूँ. यदि रामदेव बाबा को कुछ हुआ तो मैं सुमन प्रतिज्ञा करता हूँ कि कलम छोड़कर हथियार उठा लूँगा. और इसका जिम्मेदार हमारे देश की यह बेईमान सरकार होगी. और सत्याग्रह को ठुकराने वाली इस चोर सरकारी मंत्रियो एवं पदाधिकारियों को बन्दुक की नोक पर कला धन और न्याय तंत्र लायेंगे. मैंने कभी हथियार नहीं छुए है. लेकिन हालत हमें यह सिखलाएगी तो सिख जायेंगे और उसका सदुपयोग भी करेंगे.
जय हिंद
बाबा रामदेव और सत्याग्रह कर रहे निहत्थे लोगों पर जिस तरह बर्बरतापूर्ण कार्रवाई की गई, वह बेहद शर्मनाक है। इससे पूरी दुनिया में भारतीय लोकतंत्र कलंकित हुआ है और इसके लिए पूरी तरह कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार और इसमें शामिल भ्रष्टाचारी नेता जिम्मेदार हैं। अब समय आ गया है कि जनता ऐसे नेताओं व ऐसी राजनीति के खिलाफ एकजुट होकर आवाज उठाए और इन्हें सजा दे।
बाबा रामदेव अपने अभियान में कामयाब रहेंगे
me with BABA nd u…
check my FB profile: http://www.facebook.com/realfighar
Kya es des me bhrastachar ke khilaf bolna pap hai. ramlila maidan me rat ko so rahe mahilao, bachho per lathi barsana, ashrugais ke gole chorna angreji hukumat ki yaad dilati hai. Sarkar ki yah karwai kayartapurn hai. jiski jitni ninda ki jai kam hai. Ab bhrastachar sirf baba ramdev ka hi nahi her bhartiye dk mudda ban chuka hai. JAI HIND. JAI BHARAT.
बाबा रामदेव और सत्याग्रह कर रहे निहत्थे लोगों पर जिस तरह बर्बरतापूर्ण कार्रवाई की गई, वह बेहद शर्मनाक है।यह लोकतंत्र के साथ बलात्कार है. ये है आम आदमी की सरकार व उसका क्रूर चेहरा .
thik kha aapne yashwant ji ye kala din hi hai jbki janta se uske bolne ka haq bhi cheen liya gya..lekin tajjub hai ki dilli me khud ko janta ki aawaz btane wale hmare yuvraj ab bhi gunge hi bne hue hai or rh baat mharani ki to, har koi unke charitra ko samajh chuka ha……lekin khte hai n ki smay acha ho ya bura badlta zarur hai or ab ye badlaav aakar rahega
लोकतंत्र को शर्मसार करने वाली घटना
बहुत साहस के साथ सटीक लेख है यशवंत,आभार
kashmir se lekar kanyakumari tak ki samasyao ki jad congress ka asli chehara samne aa gaya hai. desh ko batne wali congress deshdrohi hai. angrejo ki chaploosi karane wale neharu se lekar bideshi soniya is desh ko nahi samajh sakte. ab waqta aa gaya hai ki in deshdrohiyon ko sabak sikhaya jay. anna ke shabdo me -dusari azadi ki ladai me janata aage aaye.
kuchh aise log bhi hai jo congress ki tarif kar rahe hain. ye log osama aur saddam ko hero mananate hain. aise logo ko bhi janata sabak sikhaye. jai hind, baba aage badho. hum tumhare sath hain.
hum baba ke muddo ke sath hain.
baba ve r wit u. nehatto mahikayan,bacho & bujurgo per kahar dahana wali namardo ki congress sarkar ka jana ka samay aagaya hai.>:(>:(
Ye Hamla BaBa Ramdev ya Unke Bhakton Per Nhi, Hindustan Ki Janta K Dil per Kiya Gaya Hai. Etihaash Gawah Hai Ki Hindustan Ki Janta Har Jakh Ko Seh Jaati Hai, Lekin Jab Dil Per Chot Lagti Hai to yanha Ka Baccha-Baccha Muh Tor Jabab Deta Hai. Congress Ko Har Ek Julm Ka Hisaab Dena Hoga
Soch bhi nahin sakte the ki sarkar aisa kar sakti hai.kachotne vali bat yah hai ki kya satyagrahiyon ke sath aisa kiya jana tha? yah ghatnakram vichlit karnevala hai.
Mere Congress Party ke dost hameshaa se keha rahe hain ki Baba Ram Dev RSS aur BJP ke agent hain .. ekdam sahee ..lekin BJP aur RSS waale log oxygen lete hain aur Co2 chodte hain .. isliye unse alag dkhne ke liye RSS aur BJP waalon ka ultaa kariye, Co2 kijiye aur Oxygen chodiye …
Baba Ramdev aap aage badihiye
Pura desh aap ke saath hai…………..
Bhai ab hamara desh Itly ka gulam hai aur ek gulam desh mai aisa hi hota hai.
Bharat Mata ki Jai……………
Congress aur Sonia sharm karo
present congress govt. chor hai, baimano ka sath mili hui hai esa hatta dana chahiya
हम लोगों ने अपने संगठन “आजाद हिंद मंच” के माध्यम से बाबा के आन्दोलन को सपोर्ट कर रहे हैं और ३ दिन से बनारस (वाराणसी) जिला मुख्यालय पे धरने पे बैठे हैं…कांग्रेस को नेस्तानाबूद करके ही दम लेना है…..जय हिंद
Mr. Shakti
Apko Bhadas4Media ka Pannel par rahane ka koy adhikar nahi,
wo Yashwant ji hai jo apki bat sun lee hai aap jase Gaddar ko Bhadas4Media ke Saff suthri site comment likhani ki jurati nahi hai,
apki soch sae lagata hai ki Aap nae bhi congress ko Vote becha hai
RAMDEV BABA PRIME MINISTER BANNE KE YOG HO GAYE HAI AUR UNME CHAMTA BHI HAI EK NAYE BHARAT KI NEEB RAKHNE KI “” ALL IS WELL”” ,
Dosto aap sab ke ray apne apne jagha sahhey hay par rat ka andharay may sarkar na jo nanga nach kiya oh kha tak jayaj hay. hum sabhe ko eak jut ho kar iska virodh karna chaheya, akher yah batay ke sarkar ke jimadarey layna wala bhe koe hay apna desh may,aise sarkar ko rahna ka koe hak nahe hay jo rat ka andheray may angrajo ki tarah jurm kar rahe hay.
Congress sarkar ne bahut hi neech jaisa kaam kiya hai jiski saja is desh ki janta use jaroor degi.Mera to samvidhan se bharosa uth gaya tha lekin SC ke kadam k baad kaafi khushi hui ki sabka baap baitha hua hai.Ab cong.de jawab
दरअसल बेइमानी हर खुन में बस गया है। और इमान्दार वही है जिसे मौका नहीं मिल रहा तो बेइमानी के इस दौर मे इमानदार कहने वाले खुद सवालो के घेरे मे है क्योकि जरा हर कोई अपने गिरबान में झाकर देखे कि उसे कब मौका मिला और उसने उसको भुनाया नही शायद बिरले ही होगे और उनकी आवाज नक्कारखाने में बंद होती है गांव मे बैठा एक गरीब जब आत्मदाह करता है और उसकी खबर अंदर के पेज पर सलटा दी जाती है लेकिन जब अमीर आदमी कोई बात करता है तो उसे लाइव किया जाता क्या बताये यहां जनता ही ऐसी है काश यहां की जनता भावनाओं व जाति धर्म से उपर उठकर सोचती तो न रामदेव की जरुरत पड़ती न अन्ना हजारे की । बात समर्थन की है कितने लोग समर्थन मे है रामदेव के चंद लोग जिन्हे अपना वोट करना भी बेइमानी नजर आता है वोट जो करते है उन्हे न रामदेव मालूम है न अन्ना हजारे । वो वोट कर देते है। क्योकि उन्हे पता है कि उन्हे आखिर ठगना ही है तो ठगो।
यशवंत भाई मै आप से सहमत हु.. अन्ना हजारे जिंदाबाद. रामदेव जिंदाबाद. भ्रष्टाचार के खिलाफ जंग जारी रहे. भ्रष्ट और निकम्मी कांग्रेस पार्टी और इसके कर्ताधर्ता मुर्दाबाद…. दांव-पेंच में फंसाकर करप्शन के मुद्दे को डायलूट करने वाली केंद्र सरकार मुर्दाबाद…[b][/b]
yadi janta bhukey rehkar desh hit ki mang kar rahi hai aur sarkar usey sunana nahi chati to lagta hai ki abb ek aur kranti ki awshykta hai herani ki baat hai ki satarud parti key kuch neta mamlno ko suljaney ki bajey kutey ki tarhey bhonkkar logo ko pathar uthaney ko majboor kar rahey hai
raamleela maidan par hui dust leela ney loktantr ko kalnkit kar diya hai aur sarkar ko bacho,aurto aur bujrgo per barsai latiya key saath sath desh hit mey awaz utthaney waley sant key ek ek ansu ka jwab dena hoga
@shakti
Aapka naam to congress bhakti hona chahiye tha bandhu,
ha aap kuchh bhi saabit kar sakte hai aakhir jis congress ke darwaje par CBI nam ka doberman bandha ho, Delhi Police naam ki Palmerian Kutitya ho aur jis party ki head KGB ki dalaal ho wo to kuchh bhi saabit kar sakte hai….
Aur jaha tak baat hai Pichhle darwajke se paise ki to us Swiss nbank ke retired employee se mai jhud mil chuka hu jjisne Sweatzer magazine ko with proof Bataya tha ki kaise 91 me rajeev Gandhi ke naam ka 10,000 crore Rahul Gan dhi ko beneficiary banaya gaya..
Are kuchh to sharm karo dalalo, baba ki kala dhan waaapas lakar patanjali yog peeth ko dene ki baat nahi ho rahi hai aurt na hi Lokpal sirf Congress ke khilaaf kaam karne ke liya janta mang rahi hai ye desh hit ki baat hai aur is baat se to koi dalaal hi inkaar kar sakta hai;;
khair congresi dalalo se desh hit ki kya ummeed karna…
आज मुझे शर्म आ रही हैं की हम एक भ्रष्ट सरकार के हाथो देश की बागडोर सौपी हुई हैं, जो भ्रष्ट लोगो के खिलाफ आवाज उठाने वालो के खिलाफ अपनी गन्दी राजनीतिक पॉवर का गलत इस्तेमाल कर रहे हैं, इस लिए मेरी देशवशियो से अपील हैं की उखाड़ फेकिये ऐसी सरकार को और कुचल दीजिये उन दरिंदो को जो निर्दोष लोगो को अपने देश के प्रति भ्रटाचार और भ्रटाचारियो के खिलाफ आवाज उठाने से रोके ….. वन्दे मातरम …
क्रूरतम चेहरा उजागर
रवि चमडिय़ा
बाबा रामदेव के सत्याग्रह में केन्द्र सरकार का क्रूरतम चेहरा उजागर हो गया है। उसके शातिर मंत्रियों ने जल्दबाजी में जो विवेकहीन निर्णय लिये, वे यूपीए सरकार के लिए घातक सिद्ध होंगे। भ्रष्टाचार और काले धन को लेकर सरकार इतनी घबराई हुई क्यों है? ये समझ से बाहर की बात है कि पहले लोकपाल बिल को लेकर अन्ना हजारे और अब भ्रष्टाचार व काले धन को लेकर बाबा रामदेव के सत्याग्रह को मिले जन समर्थन को नजर अंदाज क्यों कर गई केन्द्र सरकार? लोकतंत्र में देश की जनता क्या चाहती है? देश का मीडिया क्या दिखा रहा है और छाप रहा है? क्या वह सब केन्द्र सरकार के मंत्रियों और अफसरों को देखने-सुनने की भी फुर्सत नहीं? अगर वास्तव में ऐसा है तो आने वाले दिनों में कांग्रेस व उनके सहयोगी दलों के बुरे दिनों की शुरुआत के संकेत साफ दिखाई दे रहे हैं। हजारे और बाबा रामदेव ने देश की जनता के दिलों में जागृति की जो चिंगारी फूंकी है, वह ज्वाला बनती नजर आ रही है।
देश में आजादी के बाद भ्रष्टाचार और काला धन जिस तरह से सुरसा के मुंह की तरह बढ़ा है, उससे जन-जन त्रस्त है। आम लोगों का हक और न्याय छिन गया है। भ्रष्टाचार से देश की व्यवस्था छिन्न-भिन्न होकर रह गई है। करोड़ों रुपए के घोटाले आए दिन उजागर हो रहे हैं। देश का बहुत बड़ा वर्ग ढंग से जीवनयापन नहीं कर पा रहा है। काला धन विदेशी बैंकों में जमा पड़ा है। हालात ये हैं कि आज देश का हर नागरिक ऐसे भ्रष्ट और बेईमान शासन और प्रशासन से छुटकारा चाहता है।
दिल्ली के रामलीला मैदान में बाबा रामदेव के सत्याग्रह में केन्द्र सरकार के इशारों पर पुलिस ने जो किया उसकी चहुं ओर निंदा हो रही है। लोगों के दिलों में ज्वाला धधक रही है। कपिल सिब्बल और दिग्विजय सिंह जैसे लोग ऊल-जुलूल बयान देकर अशोभनीय टिप्पणियां कर रहे हैं।
कांग्रेस ने तो दिग्विजय सिंह को बेलगाम करके कुछ भी बोलने का लाइसेंस दे दिया है। मुद्दे की बात करने के बजाय वे आरोप प्रत्यारोप की भाषा बोलने में अपनी शान समझते हैं। बाबा रामदेव के पास कितना धन है और वह कहां से आया, यह अलग जांच का विषय हो सकता है, लेकिन उनके साथ जुड़े लाखों लोग क्या चाहते हैं, उनकी क्या मांग है? उस बात को वे खारिज कर रहे हैं। बाबा रामदेव या कोई भी हो, उसकी संपत्ति को लेकर निष्पक्ष जांच करवाई जा सकती है, परंतु केंद्र सरकार के मंत्री तो इस मामले को लेकर ब्लैकमेलिंग के स्तर पर उतरे हुए हैं। यह कौनसा तरीका है? सच तो यह है कि भ्रष्टाचार और काले धन से अगर किसी में सबसे ज्यादा घबराहट है तो वह सत्ता में बैठे अधिकांश नेताओं, मंत्रियों और नौकरशाहों में है।
बाबा के सत्याग्रह को कुचलने के प्रयास ने सरकार को दोगला चरित्र उजागर कर दिया है। केन्द्रीय मंत्री और अफसर फरमाते हैं कि इतनी बड़ी संख्या में लोग एकत्र थे कि कभी भी अनहोनी हो सकती थी। दिल्ली पुलिस ने आधी रात को आंसू गैस के गोले दागे, लोगों पर लाठियां बरसाई। क्या उससे अनहोनी नहीं हो सकती थी? हजारों लोग पुलिस से भिड़ जाते तो पुलिस सीधी गोलियां नहीं चलाती? क्या सैकड़ों लोग मारे नहीं जाते? एक बात तो स्पष्ट है कि आंदोलन शांतिपूर्ण था और इससे जुड़े लोगों की मंशा शांतिभंग करने की नहीं थी। सरकार और पुलिस यह सब जानती थी, तभी तो आधी रात को हजारों लोगों पर हमला कर खदेडऩे का काम किया गया।
सत्याग्रह को कुचलने का प्रयास कर सरकार ने अन्य राजनैतिक पार्टियों को घर बैठे नया मुद्दा दे दिया है। सुसुप्त अवस्था में चल रही भाजपा में जोश भर दिया है। देश के तमाम मीडिया में बाबा छाए हैं। अन्य खबरें गौण हो गई हैं। आंदोलन को समर्थन देने और श्रेय लेने की होड़ लगी है, वहीं राजनैतिक दल डरे सहमे भी हैं। बाबा रामदेव और अन्ना हजारे जनता के हीरो बन गये हैं, तो अपना वजूद बनाए रखने के लिए आलोचना और आरोप प्रत्यारोप का सहारा भी लालू यादव जैसे नेता ले रहे हैं।
भ्रष्टाचार और काले धन को लेकर बाबा रामदेव कई माह से देश भर में शिविर सभाएं कर चुके हैं। जाहिर है उन्हें भरपूर समर्थन मिला है। इसी उत्साह में वे रामलीला मैदान में आ डटे। लेकिन पुलिसिया दमन क्या होता है, ये उन्होंने पहली बार देखा। जो कुछ हुआ इसकी कल्पना उन्होंने शायद कभी नहीं की होगी। एक सफल योगी राजीनीति के हथकंडों में मात खा गया। केन्द्रीय मंत्रियों और अफसरों ने उन्हें बार-बार उलझाकर बदनाम करने की कोशिश की। बाबा ने एक ही दिन में राजनीति के कई पाठ पढ़ लिए हैं। उन्हें अहसास हो गया कि जरा सी असावधानी उनके आंदोलन को फेल कर सकती है और उन्हें बदनामी के गर्त में धकेल सकती है। अन्ना हजारे भी यह स्वाद चख चुके हैं। उनकी टीम पर ही सवाल उठ खड़े हुए थे।
अन्ना और बाबा के आंदोलनों से एक बात तो स्पष्ट है कि देश की जनता भ्रष्ट, बेईमान और मौकापरस्त नेताओं-अफसरों से आजिज आ चुकी है। लेकिन जनता की यह लड़ाई इतनी आसान नहीं है। भीड़ एकत्र करना अलग बात है और व्यवस्था बदलना अलग। जो लोग शासन और प्रशासन में बैठे हैं, उनकी रगों में दौड़ रहा खून भ्रष्टाचार और बेईमानी से इतना दूषित हो चुका है कि व्यवस्था को बदलना इतना आसान नहीं दिखता। यह तभी सम्भव है जब देश का हर नागरिक अन्ना हजारे और बाबा रामदेव बन जाए। वरना हजारे मजबूर और बेबसी में बैठे रह जायेंगे और बाबा रामदेव को महिलाओं के वस्त्र पहनकर जान बचाकर भागते रहना पड़ेगा।
http://sandhyabordertimes.com/index.php?option=com_content&view=article&id=3850:2011-06-06-10-23-54&catid=54:sriganganagar&Itemid=89
इस लिंक से मैंने पढा और आप को भेज दिया है विकेश सोनी
hum aap ke sath he baba ………………….
congress sarkar ka sabse kala din tha wo
चार घंटे पहले तक बाबा को मानाने जुटी केंद्र सरकार ने अपनी साख को बचाने के लिए अनशनकारियो पर लाठीचार्ज और आशुगैस छोड़ा , पहले तो बाबा की आवभगत करके उनको अन्ना हजारे से अलग करने की कोशिश की गयी , इसके बाद भी जब अन्ना हजारे रामदेव का समर्थन करने लगे तो लोगो को सबक सिखाने के लिए लाठीचार्ज किया गया ताकि आगे से ऐसे आंदोलनों से बज आये. इस दरमियान लोकतंत्र की भी परवाह नही की गयी, बड़ा सवाल यह भी है जब बाबा ठग है जैसा की कांगेसी कह रहे तो पिछले पांच सालो में केंद्र में बैठी कांग्रेस सरकार ने उनके खिलाफ कारवाही क्यों नही किया गया? फिर सरकार के चार बड़े मंत्री ठग की आगवानी में क्यों लगाये गये? नागरिक अधिकारों का हनन क्यों किया गया ?
दिल्ली पुलिस को एक दम सही नाम दिया आपने अजित जी. हमारे प्रधानमंत्री जी कहते हैं इसके सिवा कोई और कोई रास्ता नहीं था लेकिन एक रास्ता था “रात में सोते हुए आम नागरिकों पर अत्याचार करने से अच्छा वो चुल्लू भर पानी में डूब जाते”
written by संजीव चौहान, दिल्ली, June 05, 2011
यशवंत जी,
आप और हम जो कर सकते हैं, कर रहे हैं, करते रहेंगे। पूरे देश के हित में मेरा निजी सुझाव ये है, कि मीडिया की ओर से इस पूरे (बाबा रामदेव प्रकरण) मामले की लाइव रिपोर्टिंग क्यों न बरखा दत्त और मामले की लीपापोती (कपिल सिब्बल के बजाये) का जिम्मा उनकी सहेली नीरा राडिया के हवाले कर दी जाये। तो शायद तय हो जाये कि देश को जरुरत किसकी है…बरखा दत्त, राडिया, भ्र्ष्टाचार या बाबा रामदेव की….