मैंने क़सम ली- मैं फासिस्ट राजनीति और उसके कारिंदों के खिलाफ कुछ नहीं लिखूंगा

शेष नारायण सिंहप्रशांत भूषण की पिटाई के बाद इस देश की राजनीति ने करवट नहीं कई, पल्थे खाए हैं. जिन लोगों को अपना मान कर प्रशांत भूषण क्रान्ति लाने चले थे, उन्होंने उनकी विधिवत कुटम्मस की. टीवी पर उनकी हालत देख कर मैं भी डर गया हूँ. जिन लोगों ने प्रशांत जी की दुर्दशा की, वही लोग तो पोर्टलों पर मेरे लेख पढ़कर गालियाँ लिखते हैं.

हमले की निंदा लेकिन कश्मीर पर मेरी राय प्रशांत से अलग : डा. कुमार विश्वास

उच्चतम न्यायालय के वरिष्ठ अधिवक्ता एवं टीम अन्ना के महत्वपूर्ण सदस्य श्री प्रशांत भूषण पर हुए असभ्य शारीरिक हमले की मैं कठोर शब्दों में निंदा करता हूँ. भारतीय लोकतांत्रिक व्यवस्था में वैचारिक असहमति प्रकट करने के अनेक समाज-स्वीकृत एवं संविधान प्रदत्त उपकरण उपलब्ध हैं. मैं विचार की विभिन्नता और उसे उचित स्थान दिए जाने का सदैव पक्षधर रहा हूँ.

राज ठाकरे की गुंडई और मीडिया का रोल… देखें वीडियो

मुंबई में राज ठाकरे की गुंडई जारी है. गरीब रिक्शवाले राज के गुंडों के शिकार बन रहे हैं. ये देश का दुर्भाग्य है कि मीडिया में खबरें भी दिखाई जा रही हैं लेकिन राज्य और देश की सरकार नपुंसक बनी हुई है. किसी को भी गरीबों से क्या मतलब. जिस तरह से परप्रांतीयों के नाम पर पेट के लिए मेहनतकश लोगों को पीटा जा रहा है, उस पर देश के प्रधानमंत्री क्यों कुछ नहीं बोल रहे हैं.

जौनपुर में जच्चे-बच्चे की मौत पर कवरेज करने गये छायाकार पर हमला

: भ्रष्टाचार में डूबा जिला महिला चिकित्सालय प्रशासन अब गुण्डागर्दी पर उतारू : अस्पताल में धरना, जुलूस निकाला, डीएम आफिस पर पत्रकारों ने किया प्रदर्शन : डीएम और एसपी ने आक्रोशित पत्रकारों को मनाया, मांगी दो दिन की मोहलत :  जौनपुर : भ्रष्टाचार में आकण्ठ डूबे और किसी न किसी मामले को लेकर सुर्खियों में रहने वाले जिला महिला चिकित्सालय का प्रशासन अब गुण्डागर्दी पर उतारू हो गया है।

भट्टा में महिलाओं के कपड़े उतारकर परेड कराया गया

राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्लू) की टीम ने भट्टा-पारसौल गांव से लौटकर जो बयान दिया है, उससे पता चलता है कि किस तरह यूपी सरकार भट्टा में हुए प्रशासनिक उत्पीड़न को दबाने को तत्पर है. राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्षा यासमीन अबरार ने कहा कि ग्रेटर नोएडा के भट्टा-परसौल गांव में पुलिस वालों ने महिलाओं के कपड़े उतारे और उनका परेड कराया. महिलाओं के साथ छेड़छाड़ भी की गई.

Firing on factory workers in Gorakhpur, 7 injured seriously

Workers of Ankur Udyog Ltd., a factory in the Bargadwa industrial area in Gorakhpur, eastern UP were attacked by goons called by the factory owner this morning (3 May). At least seven workers have been seriously injured in firing by the goons. The workers have laid siege to the factory and are not allowing the goons to escape. Police force has reached at the spot and are standing near the factory gates but have refused to act till now.

वकीलों की गुंडई के शिकार हुए छायाकारों की हालत गंभीर

: अमर उजाला के फोटोग्राफ़र रमेश चौहान के कान के पर्दे फटे : प्रशासन की चुप्पी से पत्रकार जगत में रोष व्याप्त : 2 फरवरी को जनपद के सभी पत्रकार निकलेगे मौन जुलूस : मुज़फ्फरनगर में वकीलों की मार का दंश झेल रहे अमर उजाला के रमेश चौहान और हिंदुस्तान के कैमरामैन मनीष चौहान की हालत में कोई सुधार नहीं हुआ है. डॉक्टरो ने जाँच के दौरान रमेश चौहान के दोनों कानों के पर्दों को फटा बताया है.

आरटीआई कार्यकर्ता पर जानलेवा हमले के खिलाफ लखनऊ में धरना

उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले में भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ रहे आरटीआई कार्यकर्ता अमरनाथ पांडेय पर प्राणघातक हमला कल शाम किया गया. इस हमले के सिलसिले में एक खंड विकास अधिकारी सहित तीन लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. उधर लखनऊ में आज शहीद पार्क स्थित धरना स्थल पर नूतन ठाकुर समेत कई आरटीआई एक्टिविस्ट इस हमले के खिलाफ धरना दे रहे हैं.

पत्रकारों को ऐसे पीटते हैं यूपी के पुलिसवाले

मुरादाबाद में थाना मझोला की खुशहालपुर पुलिस चौकी में तैनात हैं दरोगा प्रेम प्रकाश. इनके साथ सिपाही देवदत्त और ब्रज पाल हर रोज सुबह रास्ते से गुजरने वाले छात्रों, व्यापारियों और इलाके में रहने वाले सभ्य लोगों से वाहन चेकिंग के नाम पर अवैध वसूली का धंधा करते हैं. घटना परसों की है. समय सुबह ग्याराह बजे.

पुलिस बर्बरता का शिकार पत्रकारिता का छात्र

: आंख में गंभीर चोट, पांच टांके लगे : दरोगा का बेटा होने के बावजूद नहीं बख्शा : देहरादून। मित्रता, सेवा, सुरक्षा को अपना मूल ध्येय और खुद को जन मित्र होने का दावा करने वाली उत्तराखंड पुलिस ने मंगलवार को इन वाक्यों के ठीक विपरीत आचरण करते हुए पत्रकारिता के एक छात्र के साथ जमकर बदसलूकी। एसपी सिटी देहरादून की गाडी पर सवार पुलिसकर्मियों ने उसे बेवजह रोक कर बेरहमी से पीटा। उसकी आंख पर गंभीर चोट आई और पांच टांके लगे हैं।  युवक का नाम संदीप सिंह धारीवाल है और वह राजधानी के मोहिनी रोड क्षेत्र का निवासी है। संदीप ने पुलिस कर्मियों पर आरोप लगाते हुए बताया कि पुलिस ने उसकी सोने की चेन और कुछ नगदी भी छीन ली। जब उसने घटना की सूचना अपने परिजनों को देने कि कोशिश की तो उसका मोबाइल भी छीनकर तोड़ दिया गया।

फरियाद लेकर आए विकलांग पत्रकार के साथ मारपीट, आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज

देहरादून। राज्य पुलिस शिकायत प्राधिकरण कार्यालय के कर्मचारी द्वारा फरियाद लेकर आए विकलांग पत्रकार के साथ मारपीट करने के मामले में आरोपी कर्मचारी के खिलाफ कार्यवाही करने की मांग को लेकर उत्तराखण्ड पत्रकार परिषद के महामंत्री सुधीर गोयल के नेतृत्व में पत्रकारों के प्रतिनिधिमंडल ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जी.एस. मार्तोलिया से भेंट कर उन्हें पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी। प्रतिनिधिमंडल ने इस प्रकरण मे आरोपी कर्मचारी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने की मांग की।

नकारे जाने से बौखलाए हैं बुखारी जैसे लोग

कोई नेता पत्रकार पर हाथ तभी उठाता है जब उसकी हैसियत समाज में खत्म हो जाती है. अहमद बुखारी जिस तरह की राजनीति कर रहे हैं उसे इस देश के मुसलमानों ने नकार दिया है. इसी के परिणामस्वरूप आज बुखारी मारपीट पर उतर आये. इसकी जितनी भी निंदा की जाये कम है. सभ्य समाज में इस तरह की हिंसा का कोई मतलब नहीं है. अहमद बुखारी मुसलमानों को किस तरह गुमराह करने की कोशिश करते रहे हैं, यह सबको पता चल चुका है. अब मुसलमान उन्हें घास नहीं डाल रहा . बौखलाए बुखारी अब खबरों में बने रहने के लिए इस तरह की बदतमीजियों पर उतर आये हैं. दरसल बुखारी की पीड़ा भी जायज है. अयोध्या के फैसले के बाद भी देश में अमन चैन का माहौल रहना बुखारी और तोगड़िया जैसों को दुःख पहुंचाता ही है. अगर इस तरह का प्यार का वातावरण रहेगा तो इन लोगों को कौन पूछेगा.

बुखारी ने सवाल पूछने वाले पत्रकार की दाढ़ी नोंची

मौलाना अहमद बुखारी अब अवाम की जुबान कुचलने पर आमादा हो गये हैं। लखनऊ में आज उन्होंने एक पत्रकार को भरी प्रेस कांफ्रेंस में जमकर पीटा। हाईकोर्ट के फैसले पर मौलानाओं से बात करने यहां आये दिल्ली की जामा मस्जिद के ईमाम अहमद बुखारी ने सवाल पूछने की हिमाकत करने पर भरी प्रेस कांफ्रेंस में दास्तान-ए-अवध के सम्पादक मोहम्मद वहीद चिश्ती की दाढी नोंची, टोपी उछाली और थप्पड़ों की बौछार कर दी।

अहमद बुखारी के लोगों ने लखनऊ में पत्रकार पर किया हमला

लखनऊ से एक सूचना आ रही है कि अहमद बुखारी की प्रेस कांफ्रेंस में आज एक पत्रकार पर हमला कर दिया गया. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक  दास्ताने अवध नाम के पत्रकार अब्दुल वहीद ने अयोध्या में मंदिर-मस्जिद विवाद से जुड़ा कोई सवाल पूछा, कोई सजेशन दिया जो अहमद बुखारी के लोगों को नागवार गुजरा.

वर्दी वाले इन गुंडों को औकात में कौन लाएगा

आरके गांधी: 15 जवानों ने पत्रकार वैभव और सुरेंद्र पर अपना ‘पौरुष’ दिखाया : सड़क-सड़क पर गिरा-गिरा कर बुरी तरह पीटा : ‘दबंग’ फिल्म देखकर निकल रहे कप्तान ने गार्ड को मरवा दिया :  छत्तीसगढ़ पुलिस की दबंगई बढ़ती जा रही है. एक महीने पहले ही बिलासपुर में एसपी की मौजदूगी में सिनेमाघर के गार्ड पर कहर बरपाने के बाद वर्दी के इन गुंडों ने भिलाई के पत्रकार को अपना निशाना बनाया. ईटीवी के संवाददाता वैभव पांडे और जी24 घंटे के कैमरामैन इस बार पुलिसिया दंबगई के शिकार बने. 15-15 पुलिसवालों ने मिलकर लात-घूसे और लाठी-डंडों से पत्रकारों को पिटा. ईटीवी के संवाददाता पर पुलिसिया कहर इस तरह बरपी की वह इस समय भिलाई के एक निजी अस्पताल में भर्ती है. उसके दोनों हाथ और पैरों में गंभीर चोटें आई हैं. पुलिसवालों की इस दबंगई के बाद भी किसी भी जिम्मेदार अधिकारी ने इस बारे में कुछ खास चिंता नहीं जताई है.

शिवशंकर गोस्वामी की कथित पिटाई के झूठे सच

डा. नूतन ठाकुर: लखनऊ के कई पत्रकार कह रहे कि शिवशंकर पीटे गए, खुद गोस्वामी कह रहे कि नहीं हुई पिटाई : 22  सितम्बर को यहीं भड़ास पर एक जानकारी मिली कि “दैनिक जागरण, लखनऊ के वरिष्ठ पत्रकार शिवशंकर गोस्वामी के बारे में सूचना है कि कल उनकी पिटाई निर्वाचन आयोग के कार्यालय के सामने हो गई.” सूचना यह थी कि उन्हें निर्वाचन आयोग आफिस के सामने तैनात सुरक्षा गार्डों ने पीट दिया. जानकारी यह थी विवाद की वजह आफिस के सामने स्कूटर खड़ा करना था.

लखनऊ में शिव शंकर गोस्वामी पिटे

दैनिक जागरण, लखनऊ के वरिष्ठ पत्रकार शिव शंकर गोस्वामी के बारे में सूचना है कि कल उनकी पिटाई निर्वाचन आयोग के कार्यालय के सामने हो गई. उन्होंने निर्वाचन आयोग आफिस के सामने तैनात सुरक्षा गार्डों ने पीटा. विवाद की वजह आफिस के सामने स्कूटर खड़ा करना बताया जाता है. शिव शंकर गोस्वामी अमर उजाला व राष्ट्रीय सहारा के भी ब्यूरो चीफ रह चुके हैं.

प्रभात खबर के फोटोग्राफर जावेद पर हमला

[caption id="attachment_18114" align="alignleft" width="92"]जावेदजावेद[/caption]रईस लोगों द्वारा फर्जी तरीके से बीपीएल कार्ड बनाये जाने से संबंधित खबर छापने से नाराज रांची के थड़पखना के कई लोगों ने प्रभात खबर के छायाकार मोहम्मद जावेद पर जानलेवा हमला किया. हमला करने से पहले इन लोगों ने जावेद के घर जाकर से जान से मारने की धमकी दी थी. इस संबंध में लालपुर थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है.

समाचार पत्र के स्ट्रिंगर पर जानलेवा हमला

एक और पत्रकार संगठित अपराध चला रहे दबंगो के कहर का शिकार हुआ है। मध्य प्रदेश के चित्रकूट में राज एक्सप्रेस के स्ट्रिंगर हरि ओम मिश्रा पर दर्जन भर बदमाशों ने उस वक़्त हमला किया, जब वो चित्रकूट के जानकी कुंड अस्पताल जा रहे थे। हरि ओम मिश्रा कुछ दिनों से ज्वर से पीड़ित थे और अपने इलाज के लिए अस्पताल गए थे लेकिन वहीं उन पर इस तरह हमला किया गया कि अब वो अस्पताल में ज़िंदगी और मौत के बीच झूल रहे हैं। हमलावरों के दुस्साहस की यह स्थिति थी कि मंगलवार को यह वारदात उस समय अंजाम दी गई जब अस्पताल में खूब चहल पहल रहती है।

मुंबई में जी न्यूज के जर्नलिस्ट पर हमला

: नाराज पत्रकारों ने मुख्यमंत्री आवास के सामने किया प्रदर्शन : पुलिस ने चार हमलावरों को गिरफ्तार किया : मुंबई में पत्रकारों पर हो रहे हैं लगातार हमले : मुंबई के दादर इलाके में मंगलवार को आग लगने की घटना का कवरेज कर रहे जी न्यूज के पत्रकार अमित जोशी को स्थानीय गुंडों ने जमकर पीट दिया. जोशी आग की घटना के बारे में अधिक जानकारी लेने के लिए दमकल के अधिकारियों से बाइट ले रहे थे. इस बीच कुछ युवक लाठियां लिए आए और उन्होंने पत्रकारों और कैमरामैन पर हमला कर दिया.

ईटीवी और आज के रिपोर्टरों पर हमला

ईटीवी के रिपोर्टर पूरन सिंह रावत और आज अखबार के रिपोर्टर अनुज मिश्रा पर हमले की सूचना मिली है. उत्तराखंड के उधम सिंह नगर से खबर है कि ईटीवी के पत्रकार पूरन सिंह रावत पर परसों रात उस समय २ लोगों ने हमला किया जब वो खेल कर वापस अपने घर की तरफ आ रहे थे. श्री रावत ने रुद्रपुर कोतवाली में मुकदमा दर्ज करा दिया है. इधर हमले के दोषियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर पत्रकारों ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से मुलाक़ात की. गौरतलब है कि ईटीवी के पत्रकार श्री रावत बीती रात खेलने के बाद मोटर साइकिल से अपने घर वापिस आ रहे थे तो इन्द्रा कॉलोनी के पास मोटर साइकिल पर सवार २ युवकों ने श्री रावत की आँखों में मिर्च पाउडर झोंकने की कोशिश की. पर श्री रावत किसी तरह अपने आप को बचा कर एक घर में घुस गए. बाद में श्री रावत व अन्य पत्रकार कोतवाली पहुच गए और उन्होंने २ अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा कायम करा दिया है.

वरिष्ठ पत्रकार संग हादसा, दिल्ली पुलिस नकारा

जयप्रकाश पांडेयचोर कार का शीशा तोड़ सब उड़ा ले गए, दिल्ली पुलिस के नकारेपन से नाराज जय प्रकाश पांडेय ने गृहमंत्री को पत्र भेजा : दिल्ली-एनसीआर में मीडियाकर्मियों पर हमले, बदसलूकी और लूट की घटनाएं जारी हैं। ताजा शिकार बने हैं दिल्ली प्रेस पत्रिका समूह के पब्लिशिंग एडिटर, इंडियन लैंग्वेजेज न्यूज पेपर्स एसोसिएशन ‘इलना’ की कार्यकारिणी के सदस्य, प्रेस क्लब आफ इंडिया और दिल्ली जर्नलिस्ट एसोसिएशन के सक्रिय सदस्य जयप्रकाश पांडेय। जयप्रकाश पांडेय की कार का शीशा तोड़कर बदमाश तीन हजार रुपये, दो एटीएम कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, बैग, पैन कार्ड, बीआईबी कार्ड, प्रेस कार्ड और आफिस के कागजात ले भागे। घटना कल की है। जय प्रकाश दिल्ली के द्वारका के सेक्टर 10 बाजार में अपनी कार पार्क कर 15 मिनट के लिए कहीं गए। जब लौटे तो ड्राइविंग सीट से पीछे वाली विंडो का शीशा टूटा मिला और सारे सामान व कागजात गायब। चोरी तो चोरी, उपर से दिल्ली पुलिस का बेहद धीमा और नकारा रवैया।

हर माह लुट-पिट रहा है एक जागरणकर्मी

एनसीआर में भी सुरक्षित नहीं हैं मीडियाकर्मी : जागरणकर्मी पर हमला कर लूटा : स्टारकर्मी पर बदमाशों ने किया हमला : देश के दूसरे हिस्सों में कौन कहे, दिल्ली-एनसीआर तक में मीडियाकर्मी सुरक्षित नहीं है। कभी किसी मीडिया आफिस के ठीक बाहर लुटेरे वारदात कर निकल लेते हैं तो कभी पत्रकार की कनपटी पर रिवाल्वर लगाकर जान से मारने की धमकी दे दी जाती है। ताजा मामला दैनिक जागरण, नोएडा स्थित मुख्यालय का है। सेक्टर-63 स्थित नए आफिस के ठीक बाहर एक जागरणकर्मी फिर बदमाशों का निशाना बना। सुरेश नामक मशीन विभाग का यह कर्मी मोबाइल पर बात करते हुए आफिस के बाहर टहल रहा था। अचानक बाइक सवार दो लुटेरे प्रकट हुए और उसके गाल पर चाकू मारकर मोबाइल छीनते हुए भाग निकले। सुरेश जब तक कुछ समझ पाता और शोर मचा पाता, लुटेरे नौ-दो ग्यारह हो चुके थे। इसी आफिस के बाहर पिछले महीने सुबह दस बजे एक लुटेरे ने अश्विनी नामक कर्मचारी का मोबाइल छीन लिया था। अश्विनी ग्राफिक डिपार्टमेंट में काम करते हैं।

मुंबई में थाने में पत्रकारों से हैवानियत

[caption id="attachment_15430" align="alignleft"]मोहम्मद खालिदमोहम्मद खालिद[/caption][caption id="attachment_15431" align="alignright"]अब्दुल बाकी अंसारअब्दुल बाकी अंसार[/caption]नशे में धुत्त थे पुलिस वाले : मुंबई में भिवंडी पुलिस स्टेशन के आधा दर्जन से अधिक पुलिसकर्मियों ने नशे में धुत्त होकर बीती रात एक घटना की कवरेज कर रहे दो पत्रकारों को पट्टों से इतना पीटा कि उन्हें अस्पताल में दाखिल कराना पड़ा। पुलिस की हैवानियत से पत्रकारों में भारी रोष है। कोई सुनवाई न होने पर रात चार बजे थाने के सामने पत्रकारों को धरना देना पड़ा। डीसीपी ने कार्रवाई का आश्वासन दिया है। सहारा मुंबई के रिपोर्टर दानिश आजमी ने बताया कि स्थानीय न्यूज चैनल ‘आपकी आवाज’ के रिपोर्टर अब्दुल बाकी अंसारी और मोहम्मद खालिद को 2-3 अगस्त की रात सूचना मिली कि भिवंडी थाने के शांति नगर इलाके में एक लड़की का अपहरण हो रहा है। अपहर्ता लड़की को लेकर भाग रहे हैं। दोनों रिपोर्टर तत्काल कवरेज के लिए मौके पर पहुंच गए। दोनों ने ज्यों ही घटना को शूट करने की कोशिश की, पुलिसकर्मियों ने दोनों के कैमरे छीन कर जमीन पर पटक दिए और मां-बहन की गालियां देने लगे। इतना ही नहीं, नशे में धुत्त पुलिसकर्मी दोनों रिपोर्टरों को धकेलते हुए भिवंडी स्टेशन ले आए और अंदर बंद कर पट्टे से जमकर पिटाई की। 

लड़ाई जीत गए हरदोई के पत्रकार

पत्रकारों की बैठकलकड़ी माफिया और पुलिस को शिकस्त : हरदोई जिले के पत्रकार लकड़ी माफिया के खिलाफ अपनी लड़ाई जीत गए। उनकी एकजुटता ने माफिया, राजनेता और पुलिस गठजोड़ को धूल चटा दी। गत माह यहां के दो पत्रकारों को जिंदा जलाने की कोशिश के बाद उल्टे उन्हीं के खिलाफ मामला भी दर्ज करा दिया गया था। सारा कुचक्र बसपा विधायक, ग्राम प्रधान और पाली थाना पुलिस के स्तर से रचा गया था। उसके बाद विभिन्न स्तरों पर शुरू हुए पत्रकारों के जोरदार आंदोलन के आगे पुलिस प्रशासन को झुकना पड़ा। इस पूरी लड़ाई में भड़ास4मीडिया ने भी आंदोलनकारियों का मुकाबला आसान किया। अंतिम समय तक उनकी आवाज बुलंद करता रहा। हरदोई के पत्रकारों ने भड़ास4मीडिया पर प्रकाशित खबरों की फोटो स्टेट प्रतियां जनता के बीच वितरित कीं और पोस्टर चिपकाए। आखिरकार पुलिस को पत्रकारों  के खिलाफ संगीन धाराओ में दर्ज मामला समाप्त करना पड़ा।

पत्रकारों पर हमले के पीछे लकड़ी माफिया

[caption id="attachment_15308" align="alignnone"]जांच दलहरदोई के पत्रकारों के जांच दल को सच्चाई बताते गांव के लोग[/caption]

पत्रकारों पर हमले की जांच : हरदोई जिले के गांव करडई नकतौरा में दो पत्रकारों को जिंदा जलाने की कोशिश का मामला और सरगर्म हो उठा है। उस वहशियाना घटनाक्रम के पीछे पुलिस, प्रधान और लकड़ी माफिया के काले कारनामे प्रकाश में आए हैं। पता चला है कि विधायक का भाई पूरे इलाके में लकड़ी माफिया का सरदार बना बैठा है। चार अवैध आरा मशीनों में एक प्रधान के भाई की भी है। पत्रकारों के एक दल ने पूरे घटनाक्रम की मौके पर गहराई से छानबीन के बाद जिला प्रशासन को चौबीस घंटे का अल्टीमेटम दिया है। डीएम, एसपी को चेतावनी दी गई है कि दर्ज रिपोर्ट के अनुसार कठोर कदम उठाने में पुलिस ने कोई हीलाहवाली की तो इसके नतीजे अच्छे नहीं होंगे।

पत्रकारों को जिन्दा जलाने की कोशिश

[caption id="attachment_15293" align="alignleft"]पीड़ित पत्रकारपीड़ित पत्रकार विनोद मिश्रा और श्रीप्रकाश बाजपेयी[/caption]विधायक संरक्षित गुंडों को बचाने में जुटी है पुलिस : हरदोई जिले के पाली इलाके में दैनिक जागरण के लिए रिपोर्टिंग करने वाले विनोद मिश्रा और आज अखबार के लिए काम करने वाले प्रकाश बाजपेयी को जिंदा जलाकर मार डालने की कोशिश की गई। पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर एक आरोपी को हिरासत में ले लिया है। भड़ास4मीडिया को मिली जानकारी के अनुसार ये दोनों पत्रकार इलाके के एक गांव करडई नकतौरा में नरेगा व अन्य विकास कार्यों की हकीकत जानने के लिए मोटरसाइकिल से पहुंचे थे। इन्हें गांव वालों ने ही बुलाया था। जब ये दोनों गांव से लौट रहे थे तो ग्राम प्रधान व उसके गुर्गों ने इन्हें घेर लिया। पहले तो जम कर पिटाई की। फिर इन पर जला मोबिल आयल उड़ेल कर जिन्दा फूंकने का प्रयास किया। यह तो गनीमत थी की उसी समय पानी बरस जाने से हमलावरों की माचिस गीली हो गयी। कहा जा रहा है कि पत्रकारों को जिंदा फूंकने की मंशा इन्द्र देव ने पूरी नहीं होने दी। इस बीच कुछ लोग वहां आ गए। इनके ललकारने पर हमलावर घायल पत्रकारों को छोड़ कर भाग निकले। घटना की जानकारी जैसे ही मुख्यालय तक पहुंची, जिले के पत्रकारों ने पुलिस पर तुरंत दबाव बनाया। पुलिस ने मौके पर जाकर एक आरोपी को हिरासत में ले लिया।