अशोक पांडेय और बेनी माधव को लेकर कयास का दौर

हिंदुस्तान, रांची के संपादक और यूनिट हेड को लेकर चर्चाएं तेज होने लगी हैं. पिछले दिनों हिंदुस्तान के जिन-जिन लोगों के तबादले की चर्चा ने जोर पकड़ा था, उसके पीछे सच्चाई है लेकिन उस सच्चाई के सच होने में वक्त लग सकता है, ऐसा सूत्रों का कहना है. भविष्य के फेरबदल की तैयारी है. इसका आधार परफारमेंस बनाया जा रहा है. रांची यूनिट से मिली जानकारी के अनुसार शशि शेखर के खास माने जाने वाले अशोक पांडेय हिंदुस्तान, रांची में कोई जलवा दिखा पाने में सफल नहीं हुए.

रांची के अमीरों में दैनिक भास्कर सबसे आगे!

दैनिक भास्कर ने खुद दावा किया है. आईएमआरबी की रिपोर्ट को आधार बनाया है. दैनिक भास्कर में छपी खबर के मुताबिक वह रांची के अमीर लोगों का पसंदीदा अखबार है. भास्कर में मुंबई डेटलाइन से जो खबर छपी है, वह इस प्रकार है… देश के सबसे बड़े समाचार पत्र समूह – दैनिक भास्कर ने झारखंड में भी इतिहास रच दिया है। मार्केट रिसर्च की अग्रणी कंपनी IMRB की पाठक सर्वे की रिपोर्ट के मुताबिक सामाजिक आर्थिक वर्गीकरण पर आधारित सबसे महत्वपूर्ण तबके एसईसी-ए और एसईसी-बी में दैनिक भास्कर अब रांची का सबसे ज्यादा पढ़ा जाने वाला अखबार है।

राजेश बादल – राजेंद्र तिवारी से सीख सको तो सीखो

: दोनों ने मुश्किल दिनों में हिम्मत नहीं छोड़ा, हार नहीं मानी, क्रिएटिव बने रहे : राजेश बादल राज्यसभा टीवी में वरिष्ठ पद पर पहुंचे तो राजेंद्र तिवारी प्रभात खबर को देंगे अपनी सेवाएं : इसलिए भी बधाई दें क्योंकि इन दोनों ने बीते महीनों में अपने करियर के सबसे मुश्किल दिन देखें हैं और आज वे फिर से नई पारी शुरू कर चुके हैं. एक ऐसी पारी जिसमें दोनों ने नई ऊंचाई हासिल की है. राजेंद्र तिवारी प्रभात खबर के साथ जुड़ गए हैं, लेकिन अप्रत्यक्ष तरीके से. उन्होंने विनिंग स्टोक्स नामक कंपनी ज्वाइन की है जो अपनी सेवाएं प्रभात खबर समेत कई अखबारों को मुहैया कराती है. यह मीडिया कंसल्टेंसी कंपनी है. इसके संस्थापक विप्लव बनर्जी हैं जो कई अखबारों में काम कर चुके हैं. इस कंपनी के न्यूज पार्ट, कंटेंट पार्ट के सर्वेसर्वा बनाए गए हैं राजेंद्र तिवारी. कंपनी की तरफ से राजेंद्र तिवारी प्रभात खबर, रांची में जाकर कई मोर्चों पर काम करने लगे हैं. सोच सकते हैं कि जो शख्स हिंदुस्तान, रांची में शीर्ष पद पर रहा हो और वह उसी रांची शहर में प्रभात खबर जैसे अखबार से जुड़ जाए तो इसका जबर्दस्त फायदा प्रभात खबर को मिलेगा. न्यूज रूम ट्रेनिंग से लेकर विरोधी अखबारों से उम्दा कंटेंट देने के गुर राजेंद्र तिवारी प्रभात खबर के लोगों को सिखाएंगे. तो राजेंद्र तिवारी ने प्रभात खबर ज्वाइन किया है, लेकिन अलग तरीके से, अलग कंपनी के जरिए.

भास्कर, बिहार-झारखंड के आपरेशन हेड होंगे प्रदीप झा

: भास्कर, लुधियाना से राधाकृष्ण, हिमानी और नवदीप जुड़े : गुजरात में संदेश के राज्य प्रसार प्रभारी प्रदीप झा के बारे में सूचना है कि उन्होंने आज रिजाइन कर दिया है. वे फिर से दैनिक भास्कर ज्वाइन कर रहे हैं. प्रदीप झा पहले दैनिक भास्कर, राजस्थान में ही थे. वहां से वे दिव्य भास्कर, गुजरात गए. सुरेंद्र मिश्रा का जब दबदबा था और डीएनए लांचिंग के बाद जब उनको गुजरात भेजा गया था तो सबसे पहले प्रदीप झा को कोपभाजन बनना पड़ा.

हिन्दुस्तान, रांची के तीन पत्रकार भास्कर के हुए

हिन्दुस्तान, रांची से तीन और सीनियर पत्रकारों के इस्तीफा देने की सूचना मिली है. इस्तीफा देने वालों के नाम ये बताए गए हैं- चीफ सब राजीव मिश्रा, सत्य प्रकाश चौधरी और सीनियर सब आलोक सिंह.

दुनिया का नंबर वन मीडिया हाउस बनेगा भास्कर!

: बहुत तेज स्पीड में दौड़ रहा भास्कर समूह : कई एडिशन लांच करने की घोषणा : भटिंडा संस्करण लांच : नागौर व इटारसी एडिशन लांच होंगे : कई लोगों ने ज्वाइन किया : पुरस्कारों,  सेमिनारों व बड़े आयोजनों के जरिए भास्कर ब्रांड को अति-लोकप्रिय बनाने की मुहिम : गैर-मीडिया उद्यमों में भी फहरा रहा है कमाई का झंडा : जागरण समेत सभी मीडिया हाउसों को मात देने का इरादा : दुनिया का नंबर वन मीडिया हाउस बनने का सपना :

भास्कर ने खेला हरिवंश के पीए पर दांव

रांची के मीडिया वार की अगली कड़ी में दैनिक भास्कर समूह ने अब झारखंड में अपने वजूद के विस्तार के लिए नए हथकंडों को आजमाना शुरू कर दिया है. अब तक रिपोर्टरों-सब एडिटरों की झीना-झपटी होती थी, मगर इस बार भास्कर ने प्रभात खबर के प्रधान संपादक हरिवंश के पीए को पैसों का लालच देकर अपने पाले में कर लिया है. चार महीने पहले इस पद से अपना कैरियर शुरू करने वाले अमित का इस्तेमाल भास्कर प्रबंधन अपने लिए करेगा.

भास्कर, रांची से 4 गए, 6 जाएंगे

: मनोज ने अमर उजाला, देहरादून और गोविंद ने हिंदुस्तान, लखनऊ छोड़ा :  दैनिक भास्कर, रांची से दो विकेट फिर गिरे हैं. दोनों ने हिंदुस्तान ज्वाइन किया है. भास्कर, रांची छोड़ने वालों के नाम हैं मधुरेंद्र श्रीवास्तव और शैली खत्री. मधुरेंद्र नेशनल टैलेंट पूल के सदस्य रहे हैं. वे डिप्टी न्यूज एडिटर पद पर कार्यरत थे. उन्होंने नई पारी की शुरुआत दैनिक हिंदुस्तान, पटना के साथ की है. शैली खत्री को जबलपुर से रांची भेजा गया था. उन्होंने भी हिंदुस्तान, पटना ज्वाइन किया है.

हाकरों की पर्चेबाजी से भास्कर वाले भड़के

जमशेदपुर का मीडिया बाजार भास्कर की धमक से बेहद गतिशील है. रांची में लांच कराने के बाद भास्कर के मैनेजरों ने जमशेदपुर में डेरा डाल दिया है. हाकरों को प्यार व धमकी, दोनों तरीकों से पटाने का काम चल रहा है. उधर, जमे-जमाए अखबार वाले भी सक्रिय हो गए हैं.

जागरण, रांची का एक और पाया धंसा

: पंकज त्रिपाठी भास्कर पहुंचे : जागरण, रांची के फाउंडर मेंबरों का नौकरी छोड़ना बदस्तूर जारी है। जागरण के संस्थापक सदस्य वरिष्ठ पत्रकार पंकज त्रिपाठी ने जागरण छोड़ दिया है। उन्होंने दैनिक भास्कर ज्वाइन कर लिया है। झारखंड में पिछले बारह वर्षों से पत्रकारिता में सक्रिय पंकज को भारी-भरकम पैकेज पर भास्कर में बुलाया गया है। काफी दिनों से भास्कर प्रबंधन पंकज से संपर्क में था। अभी जागरण, रांची में संस्थापक सदस्यों में से अब केवल एक ही आदमी शेष रह गया है, वे हैं देवेंद्र सिंह।

डीबी कार्प को राहत, स्टे वैकेट

: रांची से अखबार निकाल सकेंगे : अभी अभी सूचना मिली है कि दिल्ली हाईकोर्ट में डीबी कार्प को राहत मिल गई है. रांची से अखबार न निकालने के लिए दिया गया निर्देश कोर्ट ने खत्म कर दिया है. दैनिक भास्कर के को-आनर संजय अग्रवाल ने डीबी कार्प द्वारा रांची से अखबार निकाले जाने के खिलाफ हाईकोर्ट में याचिका दायर कर स्टे हासिल कर लिया था जिसे आज डीबी कार्प के लोग कोर्ट में वैकेट कराने में सफल रहे.

6 पत्रकारों ने इस्तीफा देकर नई पारी शुरू की

: इनमें दो हिंदुस्तान, दो सहारा और एक भास्कर के : हिंदुस्तान, रांची से तीन लोगों के इस्तीफे की सूचना है. इनमें से दो का कुछ महीने पहले तबादला कर दिया गया था. इनमें से दो के नाम संजय सिंह हैं और तीसरे का विनोद सिंह.

भास्कर, रांची मामले में सुनवाई पूरी, फैसला सुरक्षित

भास्कर, रांची को लेकर चल रहे विवाद में आज दिल्ली हाईकोर्ट की संयुक्त बेंच ने दोनों पक्षों की दलील सुनने के बाद फैसला सुरक्षित रख लिया है. फैसले की तारीख भी कोर्ट ने घोषित नहीं की है. करीब साढ़े चार घंटे तक दोनों पक्षों के वकीलों ने अपनी बात रखी.

डीबी कार्प को नहीं मिली राहत

: दिल्ली हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश ने खुद मुकदमा सुनने से इनकार कर दिया : मामले को कोर्ट नंबर दो में स्थानांतरित किया जहां अब कल होगी सुनवाई : जमशेदपुर के जिलाधिकारी द्वारा डिक्लयरेशन एसेप्ट किए जाने और रांची से दैनिक भास्कर के मुद्रण पर संजय अग्रवाल के वकील ने जताई आपत्ति :

‘संजय अग्रवाल’ फूल-मालाओं से लाद दिए गए

[caption id="attachment_17995" align="alignnone" width="505"]फूल-मालाओं के लदे हाकर संजय अग्रवाल के साथ गंगा प्रसाद और अनिल साहू.फूल-मालाओं के लदे हाकर संजय अग्रवाल के साथ गंगा प्रसाद और अनिल साहू.[/caption]

रांची में भास्कर की नीतियों व हमलों से नाराज हाकरों ने कल इस बात के लिए विजय जुलूस निकाल दिया कि डीबी कार्प को दिल्ली हाईकोर्ट ने रांची में अखबार न निकालने के निर्देश दिए. इसमें वो हाकर भी शामिल थे जिन्हें भास्कर के लोगों ने पीटा था. जुलूस का नेतृत्व संघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष गंगा प्रसाद ने किया.

जमशेदपुर के नाम पर रांची में छपा-बंटा भास्कर

समरथ को नहीं दोष गुसाईं. अगर आप पैसे वाले हैं, पावरफुल हैं, सत्ता में आपकी पैठ है तो नियम-कानून की मनमानी व्याख्याएं कर सकते हैं. भास्कर ब्रांड नेम का विवाद कोर्ट में चल ही रहा था कि डीबी कार्प ने लांचिंग की तैयारियां शुरू कर दीं और अखबार का प्रकाशन भी प्रारंभ कर दिया. हाईकोर्ट ने कल प्रकाशन रोकने को कहा लेकिन प्रकाशन कार्य बाधित नहीं हुआ. बस कुछ तकनीकी बाजीगरी कर प्रकाशन जारी रखा गया. आज के दिन भी रांची में दैनिक भास्कर के नाम से अखबार प्रकाशित हुआ और बंटा. प्रिंटलाइन में तकनीकी बदलाव करते हुए जमशेदपुर से प्रकाशित लिख दिया गया.

भास्कर, रांची प्रकरण में ये है कोर्ट आदेश की कापी

दैनिक भास्कर, रांची मामले को लेकर आज दिल्ली हाईकोर्ट द्वारा दिए गए फैसले की मूल प्रति भड़ास4मीडिया के पास है. 25 पेजी इस फैसले में शुरुआती 18 पेज इस प्रकरण के विवादों, वकीलों के तर्कों, वास्तविक कानून व नियमों की व्याख्याओं, आदेशों-तथ्यों व अब तक के घटनाक्रमों से संबंधित है. हाईकोर्ट ने जो कुछ कहा है, वह पेज नंबर 19 से शुरू होकर 25 पर खत्म होता है. इसी कारण हम यहां फैसले की कापी के पेज नंबर 19 से 25 तक के पन्नों को हूबहू यहां प्रकाशित कर रहे हैं. भड़ास4मीडिया पर इस प्रकरण के संबंध में जो कुछ छपा है, उसे इसी आदेश के आलोक में देखा जाए और इसी आदेश की कापी के तथ्यों को ओरीजनल व अंतिम समझा जाए. -एडिटर, भड़ास4मीडिया

रांची में भास्‍कर का प्रकाशन रोकने के निर्देश

: अपडेट 2 : अदालत ने आपत्ति करने वाले के पक्ष को सुने बगैर डिक्लयरेशन एसेप्ट करने को कोर्ट का अवमानना माना : अगली सुनवाई, जो अक्टूबर में है, तक प्रकाशन रोकने के निर्देश दिए : डीबी कार्प ज्वाइंट बेंच के सामने ले जा सकता है मामला : लेकिन शनिवार व रविवार पड़ने से दो दिन तक प्रकाशन रोकना पड़ सकता है : संजय अग्रवाल के वकील ने अदालत के सामने आरएनआई व डीबी कार्प में मिलीभगत का मुद्दा उठाया : अदालत ने डिक्लयरेशन का प्रकरण रांची के डीएम से वापस लिया : अब पूरे मामले को अदालत खुद देखेगी और अंतिम फैसला सुनाएगी : डीबी कार्प को तगड़ा झटका लगा है. दिल्ली हाईकोर्ट ने आज दैनिक भास्कर के को-आनर संजय अग्रवाल की याचिका पर रांची में दैनिक भास्कर के प्रकाशन को रोकने के निर्देश दिए हैं. झारखंड, बिहार व कई प्रदेशों में दैनिक भास्कर ब्रांड नेम से अखबार निकालने की डीबी कार्प की कोशिशों के खिलाफ संजय अग्रवाल बहुत पहले से अदालत की शरण में हैं. बिहार-झारखंड के मामले में कोर्ट ने संजय अग्रवाल को स्टे दिया हुआ था. बाद में डीबी कार्प की तरफ से दी गई दलीलों को देखते हुए अदालत ने स्टे वैकेट किए बगैर अप्लीकेशन को डिस्पोज आफ कर दिया और रांची के जिलाधिकारी को पीआरबी एक्ट के सेक्शन 6 के तहत कार्रवाई करने को कहा.

फ्लाप लांचिंग का ठीकरा कल्पेश एंड कंपनी पर!

जगदीश शर्मा को मिला ज्यादा अधिकार : : कमलेश सिंह को सौंपी गई कमान : बहुतों को याद आने लगे श्रवण गर्ग : तबादले से रांची पहुंचे भास्करकर्मियों में पद-पैसे न बढ़ने से रोष :  रांची से सूचना है कि दैनिक भास्कर की सुपर फ्लाप लांचिंग का ठीकरा नेशनल एडिटर कल्पेश याज्ञनिक एंड कंपनी के सिर फोड़ दिया गया है. कहा भी जाता है कि सफलता के सौ दावेदार होते हैं लेकिन असफलता से सब सिर बचाते हैं. कल्पेश याज्ञनिक के नेशनल एडिटर बनने के बाद पहली बड़ी लांचिंग रांची में हुई. कंटेंट व टीम सेलेक्शन का सारा दारोमदार उन्हीं पर था.

कुल सात लोग भास्कर से हिंदुस्तान, रांची गए

: आज स्पोर्ट्स के सुनील ने हिंदुस्तान ज्वाइन कर लिया : स्टाफ की कमी दूर करने के लिए भास्कर ने कई लोगों को जयपुर से रांची भेजा : दैनिक भास्कर, रांची से कुल सात लोग हिंदुस्तान, रांची ज्वाइन कर चुके हैं. आज सुनील कुमार ने हिंदुस्तान, रांची में सीनियर सब एडिटर पद पर ज्वाइन किया. वे पहले भी हिंदुस्तान में थे लेकिन भास्कर की भर्तियों के समय जो खेप हिंदुस्तान से भास्कर गई थी, उसमें सुनील भी थे. वे स्पोर्ट्स डेस्क पर सेकेंड मैन की हैसियत से काम देखते थे और उसी रूप में भास्कर से वापस लौटे हैं. आज ही हेम सिंह ठाकुर ने भी हिंदुस्तान ज्वाइन कर लिया.

भास्कर के खिलाफ रांची में हॉकरों का आंदोलन जारी

रांची से खबर है कि संयुक्त संघर्ष मोरचा के पदाधिकारियों ने सोमवार को विभिन्न इलाकों का दौरा कर हॉकरों से अपने आंदोलन को जारी रखने को कहा. मोरचा के सदस्यों ने कोकर, बूटी मोड़, बीआइटी, बरियातू, मोरहाबादी, कांके, रातू रोड, अरगोड़ा, बस डिपो, चुटिया, नामकुम, टाटीसिल्वे का दौरा किया.

डीबी कार्प से कोई समझौता नहीं : संजय अग्रवाल

: पारिवारिक समझौते की अफवाह निराधार : हक के लिए कानूनी लड़ाई जारी : रांची संस्करण का मामला अभी भी कोर्ट में : फैसला आने के बाद करेंगे डीबी कॉर्प की मिलीभगत और फर्जीवाड़े के राज का पर्दाफाश : यशवंत जी, आपके मीडिया पोर्टल पर 19 अगस्त को प्रसारित भास्कर, रांची से संबंधित खबर में मालिकों के आपसी झगड़े का अंदरखाने निपटारा होने की बात कही गई है। इस संबंध में दैनिक भास्कर के को-ऑनर संजय अग्रवाल का कहना है कि यह अफवाह एकदम निराधार है। दैनिक भास्कर की यह लड़ाई अपने कानूनी हक के लिए लड़ी जा रही है।

गुंडागर्दी के जरिए रांची में बताई ‘अपनी मर्जी’

: अखबार न उठाने वाले हाकरों संग की मारपीट, कई जख्मी : दूसरे अखबारों के गाड़ियों पर हमला और तोड़फोड़ से दहशत : रांची के अमन पसंद लोगों ने रविवार की सुबह एक नए आतंक का अनुभव किया. यह आतंक गुंडों या अपराधियों के गिरोह ने नहीं बल्कि राज्य में अमन, शांति व विकास की त्रिवेणी बहाने का दावा करने वाले कथित सबसे बड़े समाचार पत्र समूह दैनिक भास्कर के द्वारा किराये पर लाए गए असामाजिक तत्वों द्वारा किया गया.

भास्कर की रांची में सुपर फ्लाप लांचिंग

: कंटेंट दोयम दर्जे का : प्रसार रणनीति फेल : नाराज हाकरों ने डुबोई लुटिया : देश के सबसे तेज बढ़ते अखबार दैनिक भास्कर का झारखंड में पदार्पण खराब रहा. पहली उपस्थिति सुपर फ्लाप रही. दावे के मुताबिक न तो सर्कुलेशन में सरताज बना, न ही कंटेंट में हीरो नजर आया. भास्कर पहले दिन दैनिक जागरण से भी पीछे चौथे नंबर पर खड़ा नजर आया. कंटेंट में भी हिंदुस्तान और प्रभात खबर से फिसड्डी साबित हुआ. कोई खास स्टोरी नहीं, लीड और बाटम भी घिसी पिटी और पुरानी. बाजार का फीडबैक देख लगता है, सर्कुलेशन मोर्चे पर भास्कर की कोई तैयारी नहीं थी.

लांचिंग की पूर्व संध्या पर भास्कर को झटका

: पांच पत्रकारों ने इस्तीफा देकर हिंदुस्तान, रांची ज्वाइन किया : इनमें एक डीएनई, दो चीफ सब और दो सीनियर सब हैं : रांची से खबर है कि भास्कर के कल मार्केट में आने से पहले ही आज उसके पांच विकेट हिंदुस्तान ने गिरा दिए. जिस पैटर्न पर भास्कर काम करता रहा है, उसी पैटर्न पर भास्कर को हिंदुस्तान ने झटका दिया है. लांचिंग की पूर्व संध्या पर पांच पत्रकारों के इस्तीफे से रांची में हलचल मची हुई है.

लांचिंग के बाद जाने चले जाते हैं कहां!

: भास्कर प्रबंधन ने कर दी 22 से लांचिंग की घोषणा : रांची में भास्कर की टीम युद्ध लड़ने को बिलकुल तैयार : भास्कर वालों ने आज आधिकारिक तौर पर ऐलान कर दिया कि वे 22 से झारखंड में अपनी जोरदार उपस्थिति दर्ज करा रहे हैं. दैनिक भास्कर, दिल्ली संस्करण में प्रथम पेज पर प्रकाशित खबर इस प्रकार है- ”दैनिक भास्कर समूह 22 अगस्त से झारखंड में प्रवेश कर रहा है।

रांची का बाजार दहलाने को भास्कर तैयार

: डमी का प्रकाशन शुरू : कई प्रदेशों के वरिष्ठों ने डेरा डाला : हाकरों को खरीदने का अभियान जोरशोर से : हाकरों का दूसरा गुट नाराज : लांचिंग डेट फाइनल : मालिकों का विवाद अंदरखाने सुलझने की चर्चा :  डीबी कार्प ने रांची के मार्केट को दहलाने की अंतिम तैयारी कर ली है. अब सिर्फ मैदान में आना बाकी रह गया है. विश्वसनीय सूत्रों से मिली जानकरी के अनुसार रांची में दैनिक भास्कर अखबार 21 या 22 या 23 अगस्त को आ जाएगा.

भास्कर ने तोड़ी हिंदुस्तान, रांची की कमर

: छह पत्रकारों ने इस्तीफा दिया : रांची में हिंदुस्तान को बड़ा झटका लगा है. भास्कर वालों ने 6 लोगों को एक झटके में अपने पाले में कर लिया. हिंदुस्तान, रांची से इस्तीफा देकर भास्कर, रांची ज्वाइन करने वालों के नाम हैं- अजय शर्मा, सतीश कुमार, जितेंद्र कुमार, अमरेंद्र कुमार (सभी प्रिंसिपल करेस्पांडेंट), पवन कुमार (सीनियर रिपोर्टर) और खेल डेस्क से सुनील कुमार.

आई-नेक्स्ट के तीन पत्रकार भास्कर पहुंचे

रांची में उठापटक जारी है. आई-नेक्स्ट, रांची से तीन लोगों के इस्तीफा देकर दैनिक भास्कर, रांची ज्वाइन करने की सूचना मिली है. इन पत्रकारों के नाम हैं अभिषेक चौबे, आदिल हसन और रमीज.

भास्कर, रांची से जुड़े राजीव और अमित

रांची से शुरू होने जा रहे दैनिक भास्कर में नये लोगों की नियुक्तियों का सिलसिला जारी है. सन्मार्ग में सिटी एडिटर के पद पर काम कर रहे राजीव कुकरेजा ने अपने संस्थान से इस्तीफा देकर भास्कर ज्वाइन कर लिया है. उन्होंने पांच तारीख को भास्कर के नये दफ्तर में योगदान दिया. वे दैनिक भास्कर में वैल्यू एडिटर के रूप में काम करेंगे. राजीव कुकरेजा ने 25 वर्षों तक प्रभात खबर की सेवा की. इसके बाद विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में काम करते हुए सन्मार्ग पहुंचे थे.

रांची एडिशन की डमी 15 जुलाई से निकालने की तैयारी

: ओम गौड़ प्रोजेक्ट एडिटर बने : हरिमोहन पहुंचे पानीपत : दैनिक भास्कर वाले रांची में 15 जुलाई से डमी निकालने की तैयारी कर रहे हैं. इंदौर, जयपुर, भोपाल में ट्रेनिंग ले रही टीम को पांच जुलाई तक रांची पहुंचने को कह दिया गया है. रांची में आफिस बनकर करीब करीब तैयार हो गया है.

तो इसलिए गाज गिरी राजेंद्र तिवारी पर!

कभी गंभीर-गरिष्ठ साहित्यकारों के हवाले थी पत्रकारिता तो अब सड़क छाप सनसनियों ने थाम ली है बागडोर : झारखंड के स्टेट हेड और वरिष्ठ स्थानीय संपादक पद से राजेंद्र तिवारी को अचानक हटाकर चंडीगढ़ भेजे जाने के कई दिनों बाद अब अंदर की कहानी सामने आने लगी है. हिंदी प्रिंट मीडिया के लोग राजेंद्र पर गाज गिराए जाने के घटनाक्रम से चकित हुए. अचानक हुए इस फैसले के बाद कई कयास लगाए गए. पर कोई साफतौर पर नहीं बता पा रहा था कि आखिर मामला क्या है. लेकिन कुछ समय बीतने के बाद अब बातें छन-छन कर बाहर आ रही हैं.

आई-नेक्स्ट, रांची का सूपड़ा साफ होगा!

घर का भेदी लंका ढावे. इस कहावत का मीडिया में आए दिन खूब इस्तेमाल होता है. दूसरे अखबारों को मात देने के लिए मैनेजमेंट दूसरे अखबारों के वरिष्ठों को तोड़कर अपने पाले में करता है और उनकी जानकारियों व अनुभवों का लाभ उठाता है. रवि प्रकाश को ही लीजिए. वे आई-नेक्स्ट, रांची के लांचिंग एडिटर थे. प्रभात खबर से आई-नेक्स्ट, रांची में एडिटर बनकर आए तो अपने पीछे प्रभात खबर से कई लोगों को लेते आए. उन्हें पता था कि प्रभात खबर में कौन-कौन लोग कैसा काम करते हैं. देखते ही देखते रवि प्रकाश ने रांची में आई-नेक्स्ट की एक युवा और तेजतर्रार टीम खड़ी कर दी.

रांची में तोड़फोड़, सात भास्कर के साथ

4 के इस्तीफे से आई-नेक्स्ट लड़खड़ाया : प्रभात खबर से दो गए : हिंदुस्तान से एक का इस्तीफा : रांची में भास्कर ने दूसरे अखबारों में तोड़फोड़ शुरू कर दी है. सबसे बड़ा झटका दिया है जागरण समूह के टैबलायड आई-नेक्स्ट को. खबर है कि आई-नेक्स्ट, रांची के चीफ रिपोर्टर अमरकांत, चीफ सब एडिटर नरेंद्र कुमार, रिपोर्टर राजेश राय, विजुवलाइजर सुदीप कुमार ने इस्तीफा दे दिया है. ये लोग रांची से प्रकाशित होने जा रहे दैनिक भास्कर के साथ नई पारी की शुरुआत करने जा रहे हैं. अमरकांत को दैनिक भास्कर, रांची का चीफ रिपोर्टर बनाया जा रहा है.

रांची में टैबलायड लांच करेगा हिंदुस्तान

डीबी स्टार व आई-नेक्स्ट से मुकाबले की तैयारी : पीपुल्स ने दिल्ली में बिजनेस आफिस खोला : इंडियन एक्सप्रेस से जेटली का मन भरा : पीटीआई का वाराणसी ब्यूरो बंद : अमर उजाला, बरेली से फिर एक इस्तीफा : प्रिंट की दुनिया से कुछ खबरें हैं. चर्चा है कि हिंदुस्तान समूह रांची में भास्कर को पछाड़ने के लिए भास्कर के टैबलायड डीबी स्टार को लांच करने की तैयारियों को देखते हुए खुद का भी टैबलायड लांच करने की योजना तैयार कर ली है.

रांची में होने वाला है बड़ा तमाशा

खबर है कि भास्कर प्रबंधन रांची के मैदान को निर्णायक युद्ध के मैदान के रूप में ले रहा है. इसीलिए यहां पर वो सब होने जा रहा है जिसे आम बोलचाल की भाषा में तमाशा करार दिया जाता है. भास्कर प्रबंधन ने रांची वालों को स्तब्ध करने के लिए और रांची वालों को अपना अनुयायी बनाने के लिए बड़े पैमाने पर पैसे फूंकने की तैयारी की है. सूत्रों के मुताबिक दिल्ली में हुई एक बैठक में भास्कर के वरिष्ठ अधिकारियों ने फैसला लिया है कि रांची के आसमान में हीलियम गैस वाले करीब 50 भीमकाय गुब्बारे छोड़े जाएंगे. सैकड़ों बड़ी होर्डिंग्स लगाई जाएंगी, पचास बड़े बैनरों का प्रदर्शन होगा, बिग साइज डिजिटल क्लाक शहर में प्रमुख स्थानों पर लगाई जाएंगी जिससे समय देखने के साथ खबरें भी पढ़ने को मिल सके.

स्टाफ न तोड़ने का समझौता!

भास्कर से निपटने को रांची में गले मिले हिंदुस्तान व प्रभात खबर : रांची से खबर है कि भास्कर के ‘आपरेशन झारखंड’ को देखते हुए आपस में दुश्मन रहे दो अखबारों ने अब हाथ मिला लिया है. ये हैं प्रभात खबर और दैनिक हिंदुस्तान. सूत्रों की मानें तो इन दोनों अखबारों में तय हो गया है कि वे एक दूसरे के संस्थान से स्टाफ नहीं तोड़ेंगे. रांची में प्रभात खबर नंबर वन अखबार है जबकि हिंदुस्तान नंबर दो है. तीसरे नंबर पर जागरण है.

भास्कर, रांची पहुंचे पवन और अभय

रांची में दैनिक भास्कर की लांचिंग की कवायद तेज हो गई है. भर्तियां शुरू हो गई हैं. ताजी सूचना के अनुसार हिंदुस्तान, इलाहाबाद के मार्केटिंग व सेल्स के दो मैनेजरों को भास्कर ने अपने पाले में कर लिया है. इनके नाम हैं पवन गोस्वामी और अभय सिंह.

पहले खबर भेजो, फिर देंगे वर्जन!

भास्कर के पार्टनर और दैनिक भास्कर, झांसी के मालिक व संपादक महेश प्रसाद अग्रवाल द्वारा भड़ास4मीडिया को दिए गए इंटरव्यू पर रमेश चंद्र अग्रवाल व डीबी कार्प का पक्ष जानने के लिए भड़ास4मीडिया ने भोपाल स्थित डीबी कार्प के मुख्यालय फोन किया तो वहां से कहा गया कि पहले खबर मेल से भेजिए, तब उस पर वर्जन दिया जाएगा। दैनिक भास्कर, भोपाल के कारपोरेट आफिस के लैंड लाइन 0755-3988884 पर भड़ास4मीडिया की तरफ से फोन जाने पर पहले एक आपरेटर ने फोन उठाया। उसे परिचय देने के बाद जब बताया गया कि एक खबर पर रमेश चंद्र अग्रवाल का वर्जन चाहिए तो उसने फौरन फोन कहीं और ट्रांसफर कर दिया।

‘जांच हो तो जेल जाएंगे रमेश चंद्र अग्रवाल’

[caption id="attachment_16454" align="alignnone"]महेश प्रसाद अग्रवालमहेश प्रसाद अग्रवाल[/caption]

भास्कर के मालिकों का झगड़ा फिर सड़क पर आया : भड़ास4मीडिया के साथ रिकार्डेड बातचीत में दैनिक भास्कर, झांसी के मालिक और संपादक महेश प्रसाद अग्रवाल ने किए कई खुलासे : डीबी कार्प के चेयरमैन रमेश चंद्र अग्रवाल पर लगाए कई गंभीर आरोप : सोनिया गांधी के नाम का दुरुपयोग कर सरकारी व मार्केट मशीनरी को प्रभावित किया जा रहा : पिता के फर्जी हस्ताक्षर के जरिए अखबार पर कब्जा जमाया : भास्कर का मालिक कोई एक नहीं बल्कि ‘द्वारिका प्रसाद अग्रवाल एंड ब्रदर्स’ फर्म है : भास्कर ब्रांड नेम मेरे बेटे संजय अग्रवाल के नाम रजिस्टर्ड : भास्कर के नाम पर किसी एक साझीदार द्वारा मार्केट से पैसा उगाहना गलत : विवाद सुलझने तक आईपीओ से आया पैसा कोर्ट या बैंक में सुरक्षित जमा कराएं : अखबार मालिकों में देश को लूटने और एक दूसरे के खिलाफ खबरें न छापने का समझौता :