Connect with us

Hi, what are you looking for?

टीवी

‘आजतक’ के सुप्रिय प्रसाद से भिड़ने को आतुर है ‘जी न्यूज’ के सुधीर चौधरी!

टीआरपी की जंग रोचक हो चली है. भाजपा की केंद्र व राज्य सरकारों का चमचा चैनल कहा जाने वाला जी न्यूज सफलता का नित नया प्रतिमान गढ़ रहा है. उग्र दक्षिणपंथी विचारधारा को लेकर चल रहा जी न्यूज टीआरपी चार्ट में नंबर दो पर पहले ही आ गया था, अब वह इस हफ्ते अचानक बढ़िया छलांग लगाकर आजतक चैनल की गर्दन तक पहुंच गया है. लोग कहने लगे हैं कि जी न्यूज वाले सुधीर चौधरी अब आजतक वाले सुप्रिय प्रसाद से लोहा लेना को तत्पर हो गए हैं.

<script async src="//pagead2.googlesyndication.com/pagead/js/adsbygoogle.js"></script> <script> (adsbygoogle = window.adsbygoogle || []).push({ google_ad_client: "ca-pub-7095147807319647", enable_page_level_ads: true }); </script><p><img class=" size-full wp-image-16568" src="http://www.bhadas4media.com/wp-content/uploads/2015/03/images_abc_news2_trplogo11.jpg" alt="" width="829" height="159" /></p> <p>टीआरपी की जंग रोचक हो चली है. भाजपा की केंद्र व राज्य सरकारों का चमचा चैनल कहा जाने वाला जी न्यूज सफलता का नित नया प्रतिमान गढ़ रहा है. उग्र दक्षिणपंथी विचारधारा को लेकर चल रहा जी न्यूज टीआरपी चार्ट में नंबर दो पर पहले ही आ गया था, अब वह इस हफ्ते अचानक बढ़िया छलांग लगाकर आजतक चैनल की गर्दन तक पहुंच गया है. लोग कहने लगे हैं कि जी न्यूज वाले सुधीर चौधरी अब आजतक वाले सुप्रिय प्रसाद से लोहा लेना को तत्पर हो गए हैं.</p>

टीआरपी की जंग रोचक हो चली है. भाजपा की केंद्र व राज्य सरकारों का चमचा चैनल कहा जाने वाला जी न्यूज सफलता का नित नया प्रतिमान गढ़ रहा है. उग्र दक्षिणपंथी विचारधारा को लेकर चल रहा जी न्यूज टीआरपी चार्ट में नंबर दो पर पहले ही आ गया था, अब वह इस हफ्ते अचानक बढ़िया छलांग लगाकर आजतक चैनल की गर्दन तक पहुंच गया है. लोग कहने लगे हैं कि जी न्यूज वाले सुधीर चौधरी अब आजतक वाले सुप्रिय प्रसाद से लोहा लेना को तत्पर हो गए हैं.

Advertisement. Scroll to continue reading.

जानकारों का कहना है कि आजतक जिस तरह से ‘लोटा’ चैनल, यानि न इधर का न उधर का, बस अपने मतलब भर का, हो गया है, उससे उसकी पुरानी साख बहुत ज्यादा गिरी है. इसी वजह से लोग या तो जी न्यूज देखना पसंद करते हैं या फिर एनडीटीवी. आजतक चैनल से हार्ड न्यूज का गायब हो जाना, सरकार विरोधी तेवर का खत्म हो जाना, बड़ी खोजपरक खबरों का न किया जाना, स्टिंग और इनवेस्टिगेटिव जर्नलिज्म को तौबा कह देना, सिर्फ एक खास टाइप चापलूस लोगों को ही चैनल में जमाए रखना समेत कई ऐसे कारण है जिससे आजतक बस नाम भर को आजतक रह गया है.

जी न्यूज जैसे चैनल ने अपनी राइटिस्ट हार्डलाइनर छवि पर लगातार धार लगाते हुए जिस तरह की मोर्चाबंदी की है और इसके जरिए विरोधियों और प्रशंसकों को चैनल देखने को मजबूर किया है, उससे आजतक परिदृश्य से गायब होता जा रहा है. आजतक से इन्नोवेशन बिलकुल गायब है. पुरानी पिटी पिटाई लीक पर चल रहा आजतक कभी भी कलतक टाइप चैनल बन सकता है. टीआरपी के TG: CSAB Male 22+ कैटगरी में तो आततक को कलतक का चैनल बना चुका है जी न्यूज. यकीन न हो तो देखें 21वें हफ्ते के आंकड़े…

Advertisement. Scroll to continue reading.

TG:CS15+,TB:0600Hrs to 2400Hrs, Wk 21

Aaj Tak 15.9 up 0.3
Zee News 14.9 up 1.3
ABP News 12.8 up 0.2
India TV 11.6 dn 1.3
News18 India 10.1 dn 0.3
India News 10.1 dn 0.2
News Nation 9.7 up 0.4
News 24 7.0 dn 0.2
Tez 3.1 same 
NDTV India 2.5 dn 0.3
DD News 2.2 same 

Advertisement. Scroll to continue reading.

TG: CSAB Male 22+

Zee News 16.2 up 0.7
Aaj Tak 15.5 up 0.3
ABP News 12.7 up 0.3
India TV 11.8 dn 1.3
News18 India 10.7 dn 0.8
News Nation 9.3 up 0.7
India News 8.8 up 0.6
News 24 6.5 dn 0.1
Tez 3.3 same 
NDTV India 3.1 dn 0.5
DD News 2.2 up 0.1

Advertisement. Scroll to continue reading.

यूपी-यूके के टाप फाइव चैनलों की टीआरपी…

WK21 (20TH-26TH MAY), UP, NCCS 15+ YRS,24 HRS, SHARE %.
NEWS STATE UP/UK-66.7
ETV UP/UK-15.9
SAMACHAR PLUS UP-8.2
K NEWS INDIA-2.6
NATIONAL VOICE-2.3
SAHARA SAMAY UP/UK-2.2
INDIA NEWS UP-2.0

Advertisement. Scroll to continue reading.

Mp/cg के टॉप फाइव न्यूज़ चैनल
WK 21
ज़ी 59.2
Ibc24 25.3
Etv 7.9
सहारा 4.0
Smbc 1.8

इसके पहले वाले हफ्ते के हिंदी के नेशनल न्यूज चैनलों की टीआरपी जानें….

Advertisement. Scroll to continue reading.

भड़ास के सर्वे में शामिल होकर अपने पसंदीदा चैनल को वोट करें…

Advertisement. Scroll to continue reading.
Click to comment

0 Comments

  1. Manish

    June 3, 2017 at 10:19 am

    यशवंत जी ने यह खबर लिखी है क्या। “इसी वजह से लोग या तो जी न्यूज देखना पसंद करते हैं या फिर एनडीटीवी”. एनडीटीवी कहां से आ गया भाई। विचारधारा तुम्हारी कुछ और हो सकती है, लेकिन तथ्य की मां की आंख तो मत करो।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Advertisement

भड़ास को मेल करें : [email protected]

भड़ास के वाट्सअप ग्रुप से जुड़ें- Bhadasi_Group

Advertisement

Latest 100 भड़ास

व्हाट्सअप पर भड़ास चैनल से जुड़ें : Bhadas_Channel

वाट्सअप के भड़ासी ग्रुप के सदस्य बनें- Bhadasi_Group

भड़ास की ताकत बनें, ऐसे करें भला- Donate

Advertisement