सेवा में,
संपादक, भड़ास4मीडिया
आपके भड़ास 4 मीडिया में लगी मेरे खिलाफ खबर से मुझे बेहद ठेस पहुँची है। ये खबर गलत और बेबुनियाद है। ये मुकदमा सिविल से संबंधित है। उपभोक्ता फोरम सुल्तानपुर में लंबित है। बड़े मजे की बात है कि मैं इस मुक़दमे में पक्षकर भी नहीं हूँ। हम लोगों ने किसी तरह की धोखाधड़ी नहीं की बल्कि हमें फँसाने का षड्यंत्र रचा गया है।
मामला 20 वर्ष पुराना कोई दिखाया जा रहा है, जिससे मेरा कोई सरोकार नहीं है।
ये मुकदमा 18 दिसंबर 2021 में उपभोक्ता फोरम सुल्तानपुर में सुनवाई हेतु नियत था। काज़ लिस्ट में नाम भी नहीं था। जब 11 बजे लखनऊ से सुल्तानपुर वकील साहब पहुँचे तब उस समय काज़ लिस्ट का 5 नंबर चल रहा था। लिस्ट में नाम ना होने पर पेशकार से पूछने पर बताया गया कि इस मुकदमे की सुनवाई सुबह हो चुकी है। जजमेंट रिज़र्व कर लिया गया।
जब इस पर जज साहब को अवगत कराया गया तब वो नाराज़ हुए अपने आफिस के कर्मियों के लिए बोले- ये भुगतेंगे, आप शिकायत करें।
बाद में ऑन लाइन काज़ लिस्ट अपलोड कर दी गई उसमें 10 नंबर पर केस लगा होना दिखा दिया गया।
आपके ये भी बता दें कि बाराबंकी के कुछ माफिया टाइप लोग जिसमे बाराबंकी के कुछ शातिर पत्रकार भी शामिल हैं, मुस्तकिल हम लोगों के ख़िलाफ़ और साफ सुथरी छवि के पत्रकारों के खिलाफ षड्यंत्र करते रहते हैं।
ये भी NBW आपके यहाँ साज़िशन प्रकाशित करवाया गया है।
इससे पूर्व में भी मेरे कॅरोना काल से पूर्व मेरे नगर पालिका से आवंटित बाराबंकी कार्यालय को लूट लिया गया। लाखो का सामान कंप्यूटर आज तक नहीं मिला। कई बार जान से मारने की धमकी दी जा चुकी है। इसी सदमे में मेरी माता श्री का निधन भी हो गया। इस पर कोई भी FIR लाज नहीं हुई। फरयाद करता रहा लेकिन कोई सुनने वाला इस गैंग के डर से नहीं था।
हम लोग पत्रकारों के वसूली गैंग से दूर रहते हैं। साफ सुथरी पत्रकारिता करते हैं। बस गलती ये है ज़ालिम से नहीं डरते, मज़लूम का साथ देते हैं।
आज आपकी खबर से मालूम हुआ है। मेरे विरुद्ध प्रचलित इस अवैधानिक कार्यवाही से संज्ञान लेकर विधि में उपलब्ध उपायों की अंतर्गत कार्यवाही करूंगा। अग्रेतर कार्यवाही से आपको अवगत करवाउंगा।
आपसे और सभी लोगों से गुज़ारिश करते हैं और दुआ चाहते हैं कि मुसीबत खड़ी करने वालों, खुराफ़ात करने वाले शैतानी साये और माफियाओ के षड़यंत्र से ईश्वर आज़ाद करे, मदद करे।
आपका
रिज़वान मुस्तफ़ा
पत्रकार
बाराबंकी