नोएडा : सहारा में मीडिया कर्मियों का धैर्य अब दिनोदिन जवाब देता जा रहा है। भीतर ही भीतर इतना आक्रोश पनप रहा है कि हवा का रुख भांपते हुए संस्थान के शीर्ष पदों पर बैठे अधिकारी भी डरने लगे हैं। गत दिवस इस मीडिया हाउस के नोएडा कार्यालय में संस्थान के टीवी मीडिया कर्मियों ने टीवी एवं अखबार, दोनो के प्रभारी राजेश सिंह को घेर लिया। चारो तरफ से सवालों की बौछार में उनकी बोलती ही बंद हो गई। आखिर हार कर मौके की नजाकत देखते हुए उन्हें यहां तक कहना पड़ा कि दस जून तक साहाराश्री (सुव्रत रॉय) तिहाड़ जेल से छूट कर आ रहे हैं। तब तक कुछ नहीं होता तो मैं खुद 12 जून को आप से मिलकर अपना आखिरी फैसला सुना दूंगा कि अब क्या करना है।
गौरतलब है कि राजेश सिंह कभी जयव्रत रॉय के पीए हुआ करते थे। तीन माह पहले सुव्रत रॉय ने उन्हें टीवी और अखबार दोनो सेक्शन का प्रभार सौंप दिया। सुव्रत रॉय के जेल में होने के कारण पदभार संभालने के दिन से ही वह प्रबंधकीय चुनौतियों का सामना कर रहे हैं।
मंगलवार को टीवी रिपोर्टरों ने राजेश सिंह के साथ जम कर हंगामा काटा। पहले तो राजेश सिंह ने टीवी रिपोर्टरों को अपने चेंबर में बुलाना चाहा। रिपोर्टरों ने कहा कि हम इतने लोग चैंबर में नहीं आ पाएंगे एक साथ, आप ही बाहर आ जाइए। इस बीच प्रबंधन से जुड़े अन्य अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए। सैलरी को लेकर टीवी रिपोर्टर राजेश सिंह पर सवाल पर सवाल दागने लगे। रिपोर्टरों ने कहा कि अभी नवंबर माह तक की आधी सैलरी मिली है। आप पूरी सैलरी क्यों नहीं दे रहे हैं। ऐसा कब तक चलेगा। आप ने कहा था कि इस महीने से दस तारीख तक हर हाल में सैलरी मिल जाएगी। आज 19 मई हो गई। एक तो आधी सैलरी दे रहे हैं, वह भी टाइम पर नहीं देंगे, क्यों। हम काम तो महीने भर कर रहे हैं। हमारा क्या गुनाह है।
रिपोर्टरों ने कहा कि आप व्यवस्था नहीं चला पा रहे हैं तो कंपनी बंद क्यों नहीं कर दे रहे हैं। हमेशा हमसे कहा जा रहा है कि धैर्य धारण करें। धैर्य गया तेल लेने। कितना धैर्य रखें। जिन लोगों को तीन-तीन चार चार लाख सैलरी मिल रही है, उनका तो आधी सैलरी से भी सब काम खूब ठाट से चल रहा है। जिन्हें दस-पांच हजार सैलरी आप दे रहे हैं, उनका घर कैसे चलेगा, आप को इसकी तनिक भी चिंता है। अब हम और धैर्य नहीं रख सकते। हमे बताइए, अब आप का क्या कहना है।
बवाल ज्यादा बढ़ जाने पर राजेश सिंह ने कहा कि कल बुधवार को आधा माह की सैलरी आप लोगों समेत सारी यूनिटों के कर्मचारियों को मिल जाएगी। बुधवार को आधा माह की सैलरी सारी यूनिटों में पहुंच भी गई। इस हॉट टॉक के दौरान राजेश सिंह ने सबसे महत्वपूर्ण बात ये कही कि दस जून तक साहारा श्री (सुव्रतो रॉय) जेल से आ रहे हैं, तब तक आप लोग धैर्य रखिए। उनके आने के बाद भी आप लोगों की समस्या का हल नहीं निकलता है, नहीं कुछ होता तो मैं 12 जून खुद बुलाकर आप लोगों के सामने कुछ न कुछ घोषणा कर दूंगा। खुद बता दूंगा कि आगे मुझे क्या करना है।
bebak
May 23, 2015 at 2:51 pm
mera manna hai ki agar channel nahi chala sae aur salary nahi de sake to clear bol dena caiye eisse karmchari aur kahi naukri talash kare….jhuthi ummid ke sahare kab tak bithye rahoge…
Shrimati Reema
May 23, 2015 at 4:14 pm
Jinhe mauka mil raha hai. Vo ja hi rahe hain. Clear bol do ka kya matlab ? Kahin naukri na mil rahi ho to uska thukra channel pe phodne ka kya matlab ? Jiska malik hi jail men ho. Vo paise kahan se de. Agar channel band ho gaya to halat aur bure ho jayenge chutiye bebak
kabeer
May 25, 2015 at 7:24 am
12 जून को राजेश सिंह क्या बोलेंगे वो मैं सहाराकर्मियों को अभी से बता देता हूं। सहाराकर्मियों के गुस्से को देखते हुए राजेश सिंह 12 जून से पहले ही सहारा कैंपस से गायब हो जाएंगे, और अगर सहाराचैनल के ज्यादातर कर्मी जो राजेश सिंह के द्वारा ही नौकरी पर रखे गए हैं और उन्हीं के चेले हैं अगर उन चेलों में राजेश सिंह के प्रति वफादारी खत्म हो भी गई और उन्होंने अपना बिहारवाद छोड·ऱ राजेश सिंह से अपना व अपने परिवार का पेट भरने के लिए अपना हक मांग भी लिया तो राजेश सिंह जेवी राय की तरह ही कहेंगे कि भई हम क्या करें हमने तो आप लोगों को वेतन दिलाने की काफी कोशिश की लेकिन मैनेजमेंट ने हमसे ही किनारे कर दिया और हमसे ही रिजाइन ले लिया। अब आपकी सेलरी के बारे में हम कुछ नहीं कर सकते। अब आपकी सैलरी के बारे में कोई नया अधिकारी बन जाएगा। जैसा कि पूर्व में जेवी राय ने सभी साथियों के सामने कहा था कि आप लोग तीन महीने की सेलरी भूल जाए और इस महीने से हम सबकी सेलरी कंटीन्यू करा देंगे लेकिन अगले ही दिन खबर मिली कि सुब्रत राय ने जेवी राय को प्रबंधन से हटा कर राजेश सिंह को प्रबंधन की कमान सौंप दी है। वह कमान राजेश सिंह को इसलिए सौंपी गई थी कि सहारा चैनल में ज्यादातर लोग राजेश सिंह द्वारा ही लगाए गए हैं और सुब्रत राय को पूर्ण विश्वास था कि राजेश सिंह सभी को मैनेज कर लेंगे। और राजेश सिंह ने जेवी राय के पूरी सैलरी देने का वादा करने के बाद भी आधी सेलरी देकर एक महीने तक सभी को साध भी लिया लेकिन भूखे पेट तो भजन भी नहीं होता तो काम कैसे होगा। अब वक्त आ गया है लोग अपना क्षेत्रवाद छोडकर अपने भूखे बीबी व बच्चों की चिंता करें और अपना हक जोरदार तरीके से मांगें।