जिनके दामन खुद दागदार हों वो दूसरों पर आरोप लगाकर उनकी साफसुथरी छवि को धूमिल कर रहे हैं। जिस शादाब नामक युवक ने मुझ पर ठगी के आरोप लगाये हैं उस पर खुद एक महिला ने रंगदारी और छेड़छाड़ का मुकदमा लिखाया हुआ है। यह प्रकरण मेरे बरेली पहुँचने से पहले का है। मैंने किसी से चवन्नी नहीं ली और यहाँ आरोप 9 हजार का लगा दिया।
इस कथित पत्रकार से पीड़ित महिला ने एसएसपी बरेली को शिकायती पत्र देकर बताया कि ये आये दिन उसे परेशान करते हैं। हॉस्पिटल चलाने के नाम पर हर महीने पैसे मांगते थे। काफी दिनों तक इन्होंने डरा धमकाकर उगाही किया। जब पैसे देने से मना कर दिया तो उसके यहाँ छापा डलवा दिया। खुद को ओके इंडिया का रिपोर्टर बताने वाला व्यक्ति शादाब छेड़छाड़ करता है। विरोध करने पर बदनाम करने की धमकी देता है।
जहाँ तक मुझे जानकारी है शादाब बरेली के फरीदपुर का रहने वाला है। ये चैनल से अथराइज न होने पर भी खुद को ok इंडिया का रिपोर्टर बताता है। आये दिन किसी न किसी को झुठे मुकदमे में फंसवा कर जेल भिजवाने की धमकी देकर उनसे पैसे ऐठ लेता था।
इस शादाब ने अपने पर लगे मुकदमें हटवाने के लिए मुझसे संपर्क किया लेकिन मैंने किसी पचड़े में पड़ने से इनकार कर दिया। इसी कारण वह खुन्नस खाए बैठा है और बदनाम करने की मुहिम चला रहा है।
शादाब के बारे में स्थानीय लोगो ने यह भी बताया कि वह रोजाना थाने जाकर शिकायत करने वाले फरियादियों की शिकायत का फोटो खींचकर दूसरे पक्ष के लोगों को डरा धमकाकर पैसे ले लेता था। जब इस बात का पता स्थानीय पुलिस को लगा तो उन्होंने इस शादाब को थाने में पीटा और दोबारा न दिखाई देने की शर्त पर भगा दिया। बताया जा रहा है शादाब अब किसी हॉस्पिटल में नौकरी कर रहा है।
महोदय फरीदपुर का यह शादाब आपके पोर्टल को मोहरा बनाकर मुझे बदनाम कर रहा है। इसके पीछे कई लोगों की सोची समझी साजिश है। इसमें वो लोग शामिल हैं जिनको मेरे बरेली जनपद में आने से दिक्कत हुई है। मेरे आने से पहले कुछ लोग इस शादाब जैसे रंगदारी मांगने वाले कथित पत्रकारों के माध्यम से वसूली करा रहे थे और अधिकारियों में अपने चैनल और अखबार का रोब झाड़कर पत्रकारिता को बदनाम कर रहे थे।
मैं बरेली आने के बाद ईमानदारी से काम कर रहा हूं, जो इस गिरोह को हजम नहीं हो रही है। मेरे आने से इनको परेशानी हो रही है। इसी कारण ये लोग अनाप शनाप आरोप लगाकर मुझे हटाने की कोशिश में लगे हैं।
Harish Sharma
मूल खबर : ईटीवी बरेली के रिपोर्टर ने ओके इंडिया के रिपोर्टर को ठग लिया!
madan tiwary
May 20, 2018 at 8:07 am
यह आजकल आम बात है,अधिकांश तथाकथित पत्रकार थाना और पुलिस की दलाली करते हैं ,बिहार में तो पत्रकार शराब की तस्करी तक कर रहे हैं ,अभी कुछ माह पहले ही दो पत्रकारों को शराब तस्करी में पुलिस ने गिरफ्तार भी किया था, भड़ास की जिम्मेवारी बनती है कि अपने मंच की विश्वसनीयता को बरकरार रखना तथा अगर कोई व्यक्तो भड़ास जैसे मंच का दुरुपयोग अपने स्वार्थ के लिए करता है तो उसके संबन्ध में अपने पाठकों को सचेत करना, आपकी पहल सराहनीय है ।
Rajesh Nagbanshi
May 21, 2018 at 9:55 pm
पत्रकारों को अपनी छवि बचाने चाहिए