


गुजरात में कलेक्टर ने 8 पत्रकारों का पचास पचास हज़ार दिए हैं…. आज सुबह से गुजरात से फ़ोन आ रहे हैं। मैसेज आ रहे हैं। दिव्य भास्कर गुजराती की खबर के अनुसार राजकोट ज़िला पत्रकारों से आठ पत्रकारों को पचास पचास हज़ार रुपये दिए गए हैं।
26 जनवरी को राजकोट में गणतंत्र दिवस समारोह हुआ था। गुजरात में मुख्यमंत्री हर साल अलग अलग ज़िले में गणतंत्र दिवस मनाते हैं। मुख्यमंत्री के तौर पर नरेंद्र मोदी ने इसकी शुरूआत की थी। लेकिन इसके अच्छे कवरेज के लिए पत्रकारों को पचास हज़ार का चेक जारी कर दिया गया और वो भी इतने कम समय में।
जब यह खबर छपी तो राजकोट कलेक्टर ने प्रेस कांफ्रेंस भी किया। गुजराती तो नहीं जानता लेकिन मुझे बताया गया है कि कलेक्टर रेम्या मोहन ने कहा है कि बहुत पहले से अख़बारों को पैसे दिए जाते हैं। इस बार अख़बारों ने कहा कि पत्रकारों के नाम से पैसा दें। फिर तो ये सीधा सीधा रिश्वत है। विज्ञापन के पैसे की व्यवस्था के नियम हैं। अख़बार को ही पैसे दिए जाते हैं न कि पत्रकारों को।
गणतंत्र दिवस पर भी अगर खबर पेड़ न्यूज़ की तरह छपे तो बचा ही क्या है। गुजरात के लोकल चैनलों में यह खबर चल रही है।
दिव्य भास्कर के जिग्नेश वैध को भी चेक दिया गया था। जिग्नेश ने मना कर दिया और ख़बर छाप दी। जिग्नेश को बधाई।
एनडीटीवी के वरिष्ठ पत्रकार रवीश कुमार की एफबी वॉल से.
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One comment on “दिव्य भास्कर के जिग्नेश ने पैसा नहीं लिया, ख़बर छाप दी”
ठीक बात है, पत्रकार को पैसे दिए, उसने नही लिए और खबर छाप दी.. उसे बहुत बधाई, और उसका सम्मान
मगर, जैसे कि फिर सामने आया कि इससे पहले भी 26 जनवरी की खबर छापने के लिए अखबारों को पैसे दिए जाते रहे है, तो उन बिकाऊ अखबारों के नाम भी तो सामने आने चाहिए ना जो अब तक इस कवरेज के पैसे लेते रहे