राजस्थान के भरतपुर जिले में 6 महीने पहले जुलाई 2019 में शुरू हुए संवाद4यू नेटवर्क के खिलाफ पुलिस में झूठा मामला दर्ज कराया गया है। खुद को भरतपुर का एक मात्र सरदार पत्रकार मानने वाले सतपालसिंह की ओर से भरतपुर के ही मथुरागेट थाने में ये मामला 25 जनवरी को दर्ज कराया गया है।
पुलिस को सौंपी शिकायत में सतपालसिंह की ओर से बताया गया है कि वे एबीपी न्यूज और जन न्यूज का रिपोर्टर है। संवाद4यू के फेसबुक पेज पर एक पोस्ट डाली गई है। इस पोस्ट में लिखा गया है- ”भरतपुर का मीडिया, अभी एक सरपंच उम्मीदवार के परिजन ने बताया कि भरतपुर से एक सरदार जी आए, जबरन एक वीडियो बनाकर ले गए प्रचार की बातचीत का, और फिर मांग कर पांच हजार रूपए भी जिद करके ले गए”।
शिकायत में कहा गया है कि इस पोस्ट को हजारों लोग देख रहे हैं, कमेंटस कर रहे हैं। सभी का शक मेरे उपर है। मेरी बदनामी हो रही है। इससे मेरी छबि धूमिल हुई है।
उधर, संवाद4यू डॉट कॉम के संचालक राजीव शर्मा का कहना है कि संवाद4यू की पोस्ट में सतपालसिंह का कहीं कोई नाम नहीं है। भरतपुर जिले के ग्रामीण इलाके से दूसरे एक सरदार पत्रकार एक सांध्य दैनिक के प्रेस कार्ड के नाम पर सरपंच पद के उम्मीदवारों से साक्षात्कार के नाम पर राशि की उगाही करके लाया है। उसके प्रमाण लोगों के द्वारा ही मुहैया कराए गए है। ऐसे में संवाद4यू के द्वारा लिखी गई पोस्ट अपनी जगह पर पूरी तरह से सही है। सतपाल सिंह की ओर से उसे खुद से जोडकर देखना निराधार और बेबुनियाद है। संवाद4यू की पोस्ट पर किसी एक जने की ओर से भी कमेंट करके सतपाल सिंह की ओर इशारा नहीं किया गया है। फिर इस पोस्ट ने सतपाल सिंह की छवि को कैसे धूमिल कर दिया।
दरअसल 6 महीने के दौरान संवाद4यू नेटवर्क ने अपनी उपस्थिति मजबूती के साथ समाज के बीच दर्ज कराई है। इसने पत्रकार और दूसरे कई लोगों के लिए सिरदर्दी पैदा कर दी है। यही कारण है कि उन लोगों के द्वारा संवाद4यू नेटवर्क और उसके संचालक राजीव शर्मा के खिलाफ साजिश करके झूठे मामले दर्ज कराने के प्रयास शुरू कर दिये गए हैं। कई लोग धमकी देने लगे हैं। लोगों के बीच संवाद4यू नेटवर्क की पैठ बन गई है। संवाद4यू के फेसबुक पेज के 51 हजार से अधिक फोलोअर हो गए हैं।