बिहार के लखीसराय जिले में रेल दुर्घटना की खबर को कवरेज कर रहे संतोष कुमार के साथ दानापुर के डीआरएम रंजन प्रकाश ठाकुर बदसलूकी करते दिखे। पत्रकार जब तस्वीर खींच रहे थे, तभी डीआरएम आ धमके और आई कार्ड मांगने लगे। जब पत्रकार ने आई कार्ड देने में फिलहाल असमर्थता जतायी, तो उन्होंने मौजूद आरपीएफ के जवानों को पत्रकार को हिरासत में लेने का निर्देश दिया। हालांकि वहां मौजूद स्थानीय रेल अधिकारियों ने डीआरएम को यह बताया कि ये पत्रकार ही हैं और रेलवे की खबरों को संकलन करते हैं। इसपर डीआरएम जानकारी दे रहे अधिकारियों पर भड़क गए।
डीआरएम ने खुद पत्रकार का मोबाइल छीनकर एक पुलिसवाले को सौंप दिया। पत्रकार घटनास्थल पर मौजूद कमांडेंट चित्रेश जोशी की तस्वीर ले रहे थे। इसी दौरान डीआरएम ने पत्रकार के साथ अभद्रता की।
इधर पत्रकार को हिरासत में लिए जाने से वहां मौजूद अन्य पत्रकार आक्रोशित हो गए। सभी पत्रकार डीआरएम से मिलने पहुंचे तो कमांडेंट ने रोकने का प्रयास किया और कुछ समय देने की बात कही। हालांकि पत्रकारों के दबाव के बाद हिरासत में लिए गए पत्रकार को छोड़ा गया और मोबाइल भी लौटाया गया।
डीआरएम की हरकत की निंदा
लखीसराय जिला पत्रकार संघ ने बैठक कर हिंदुस्तान के प्रतिनिधि को हिरासत में लिए जाने पर आक्रोश व्यक्त किया। पत्रकार संघ के जिला महासचिव नरेंद्र कुमार, राज किशोर मधुकर, राकेश कुमार, संजीव कुमार, अभिनंदन कुमार, विनोद कुमार वर्मा ने डीआरएम रंजन प्रकाश ठाकुर पर कार्रवाई की मांग की है। इन लोगों ने पत्रकार के साथ इस तरह के व्यवहार को लोकतंत्र के चौथे स्तम्भ पर हमला बताया। डीआरएम पर कार्रवाई नहीं होने पर जिला पत्रकार संघ आंदोलन करेगा।