संपादक
भड़ास मीडिया
मैं प्रहलाद गुप्ता वाराणसी में के.न्यूज वैनल का रिर्पोटर हूं। मुझे एक साल हो गया के.न्यूज चैनल के लिए रिपोर्टिंग का काम करते। इस दौरान मुझे वेतन के नाम पर चैनल ने वालों ने बस दस हजार रूपये दिए हैं, जब कि मैने अब तक सैकड़ों खबरें चैनल वालों को भेजा है।
मैं जब भी वेतन संबंधित बात करने के लिए फोन करता हूं ये लोग बात तक नहीं करते। हां, जब भी इन्हें कोई खबर चाहिए होता है तो मेरे मोबाइल की घंटी बजाने लगते हैं। खाली पेट और जरूरतों की दोस्ती खबरों से नहीं होती। उन्हें पूरा करने के लिए पैसे चाहिए होते हैं। यहां तो चैनल वाले मेरे मेहनत के पैसे तक नहीं दे रहे हैं।
अजीब बात है।
खबर लाने वाले का दर्द कभी भी क्यों नहीं चैनलों पर खबरों का हिस्सा बन पाती है। मेरी तीन महीने की बेटी है। दिपावली आने में चंद रोज बाकी रह गए हैं। मैं अपनी बेटी जिसकी ये पहली दिपावली है, उसे क्या दूंगा? अपनी जरूरतों से तो मैं समझौता कर सकता हूं। पर अपनी छोटी सी बेटी की खुखियों और उसकी जरूरतों को कैसे मार दूं?
इससे पहले भी मुझसे संबधित खबर भड़ास मीडिया पर चल चुकी है। कल मैने अपने चैनल के संपादक और मालिक को मेल भेज कर अपने हालात का ज्रिक करते हुए बकाया वेतन देने की बात की है। लेकिन उस मेल का जवाब अब तक नहीं आया है, लगता है मेरी जरूरते मेरे मेहनत के पैसे उनके लिए कोई मायने नहीं रखते। मैं उस मेल की कापी आपको भी भेज रहा हूं।
उम्मीद करता हूं भड़ास मीडिया मेरे इस आवाज को उपर तक पहुंचायेगा। साथ ही यह भी सबको बतायेगा कि मीडिया के इस चकाचैध के पीछे कितना अंधेरा है, कितना शोषण है।
धन्यवाद
प्रहलाद गुप्ता
के.न्यूज चैनल
संवाददाता
वाराणसी।
मोबाइल न.09336953194, 09454654698
इसे भी पढ़ें>>