न्यूज़क्लिक प्रकरण में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल पूछताछ के बाद चार्जशीट तैयार करने की कवायद में जुट गई है. बीते वर्ष अक्टूबर में स्पेशल सेल ने न्यूज़क्लिक के संस्थापक व प्रधान संपादक प्रबीर पुरकायस्थ, एचआर हेड अमित चक्रवर्ती को अरेस्ट करने के बाद पोर्टल से जुड़े अन्य पत्रकारों से पूछताछ में जुटी हुई थी.
दैनिक जागरण की रिपोर्ट के अनुसार, स्पेशल सेल पोर्टल के वर्तमान व पूर्व में कार्यरत 40 से अधिक पत्रकारों और कंपनी के अधिकारियों, कर्मियों से संदेह के तहत गहन पूछताछ कर चुकी है. गौतम नवलखा से भी सेल पिछले दिनों उनके मुंबई स्थित आवास पर जाकर न्यूज़क्लिक मामले में पूछताछ कर चुकी है. नवलखा से अवैध फंडिंग व आईएसआई कनेक्शन के संबंध में पूछताछ की गई है.
जिसके बाद पूछताछ व जांच में सामने आए साक्ष्यों के आधार पर पुलिस आरोप पत्र तैयार करने में लग गई है.
सूत्रों के हवाले से जागरण लिखता है कि, चार से पांच चीनी नागरिकों द्वारा अवैध फंडिंग कर भारत में न्यूज़क्लिक के जरिए चीन के पक्ष में प्रायोजित ख़बरें चलवाने का पता चला है. साथ ही यह भी बताया गया है कि अमित चक्रवर्ती को पुलिस ने इसलिए सरकारी गवाह बना लिया कि ताकि उनसे विदेश से मिलने वाले सभी तरह के वित्तीय लेनदेन व कंपनी की पालिसी आदि के बारे में हर तरह की जानकारी मिल सके.
पोर्टल के मालिक, पोर्टल से जुड़े वरिष्ठ पत्रकारों व अन्य पर तीन तरफ से शिकंजा कसा जा रहा है। पहले ईडी ने मनी लांड्रिंग के तहत मामले की जांच शुरू की. फिर स्पेशल सेल ने गैरकानूनी गतिविधियां अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर अरेस्टिंग की. इसके बाद सीबीआई, विदेशी योगदान विनियमन अधिनियम (FCR) के प्रावधानों का उल्लंघन करने के आरोप में न्यूज़क्लिक कंपनी और उसके निदेशक सहित अन्य के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच कर रही है.
न्यूज़क्लिक पर बिना लाइसेंस चीनी कंपनियों से करोड़ों रूपये लेने का आरोप लगा जो फॉरेन कंट्रीब्यूशन रेगुलेशन एक्ट का उल्लंघन बताया जाता है. इसके पीछे किसी भारतीय कंपनी को विदेशी फंड लेने के लिए पहले केंद्रीय गृह मंत्रालय से लाइसेंस लेने जैसे नियम का हवाला दिया गया. आरोप है कि न्यूज़ क्लिक कई वर्षों से चीन से पैसा ले रहा है. जिसका पता ईडी लगा रही है.
बता दें कि स्पेशल सेल ने पहले तीन अक्टूबर 2023 को पोर्टल के सैदुलाजाब स्थित कार्यालय समेत कंपनी से जुड़े पत्रकारों व अन्य के दिल्ली-एनसीआर और पांच शहरों में 100 से अधिक ठिकानों पर 11 घंटे छापेमारी की थी. इन जगहों से पुलिस ने कुल 37 लोगों को हिरासत में लिया था. बाद में प्रबीर पुरकायस्थ और अमित चक्रवर्ती को गिरफ्तार कर बाकी को छोड़ दिया गया था.