खबर है कि पंजाब में जी ग्रुप के पंजाबी चैनल जी पंजाबी का प्रसारण फास्टवे केबल नेटवर्क पर बंद कर दिया गया है. इस केबल नेटवर्क का मालिक बादल खानदान है. बताया जाता है कि जी पंजाबी के संपादक दिनेश शर्मा ने इस केबल नेटवर्क पर जी पंजाबी को बंद न होने देने के लिए भरपूर प्रयास किया, लेकिन बादल सरकार ने गाज गिरा ही दी. पंजाब में बादल सरकार की मर्जी पर चैनल चलते हैं. बताया जाता है कि बादल सरकार के लोगों को खुश करने के लिए संपादक दिनेश शर्मा ने स्टाफ को हुकम किया कि पंजाब के मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री के नाम के साथ हर खबर में “श्री” या “सरदार” लगाएं.
इसके बाद नया हुकम स्टाफ को दिया गया कि प्रकाश सिंह बादल, सुखबीर बादल, हरसिमरत बादल और विक्रम मजीठिया के खिलाफ खबर सोच समझ कर लगानी है. परन्तु इतनी सेवा भी काम न आई. आखिर ज़ी पंजाबी पंजाब में केबल नेटवर्क पर बंद हो गया. चर्चा ये है कि बादल सरकार के खिलाफ कुछ सख्त खबरें चल गईं जिसके कारण केबल पर प्रसारण बंद करा दिया गया. कुछ लोग यह भी कह रहे हैं कि बादल सरकार के लोगों को कह दिया गया है कि जी पंजाबी ने कांग्रेस और आप से अंदरखाने डील कर ली है.
कुछ लोगों का कहना है का जी ग्रुप पैसे के बल पर फिर से फास्टबे नेटवर्क पर चैनल का प्रसारण शुरू करा लेगा. ज्ञात हो कि रिपोर्टर से संपादक बने दिनेश शर्मा पर आरोप है कि उन्होंने आते ही ज़ी पंजाबी के स्टाफ को निकलना शुरू कर दिया. बताया जाता है कि दिनेश का खास आदमी अमित पूरा चैनल चलाते हैं. अमित की जो मर्जी होती है, वह खबर चलती है.