नाम उत्पन्न चक्रवर्ती है. इनके एफबी प्रोफाइल पर लिखा है ‘वर्क्स एट न्यूज18इंडिया. लिव्स इन मुंबई महाराष्ट्रा. फ्राम कानपुर उत्तर प्रदेश. सिंगल.’
इन्होंने अबसे ठीक 23 घंटे पहले अपने एफबी वॉल पर एक पोस्ट अपलोड की है. ये पोस्ट अविनाश दास को संबोधित है. इस पोस्ट में ये देवीजी लिखती हैं- ”अविनाश दास के लिए मेरे दो शब्द. लिबिर लिबिर करने की आदत तो है नही अपनी तो चूतियापा करो कम..वर्ना सारे मैसेज तुम्हारी बीवी को चिपका देंगे…काम करने आये हैं यहाँ.. शार्टकट न समझाओ हमें…”
ये पोस्ट एक फिल्मी डायलाग वाले अंदाज में प्रकाशित की गई है. हालिया रिलीज मिर्जापुर दो के डायलाग्स से प्रेरित. उकसाने के लिए भरपूर मसाला लिए इस डायलाग के तह में जाने हेतु जब इस पोस्ट के कमेंट बाक्स में झांका गया तो यहां तीन स्क्रीनशाट मैडमजी ने डाल रक्खे हैं.
तीनों स्क्रीनशाट्स पढ़ने पर ये समझ ही नहीं आता है कि आखिर अविनाश दास का पाप क्या है? क्या उनका पाप ये है कि उन्होंने किसी उदास परेशान लड़की की मदद की पेशकश की, उसे संबल दिया?
इन चैट्स वाले स्क्रीनशाट्स में अविनाश दास कहीं भी काम देने के बदले साथ सोने की डिमांड करते नहीं दिखते हैं जिससे कहा जा सके कि वह लड़की को शार्टकट अपनाने के लिए प्रेरित कर रहे हैं. वे तो कायदे से यही समझा रहे हैं कि किस फील्ड में काम करना है, ये तय कर लेना चाहिए शुरू से ही. साथ ही ये भी कि कभी बड़ा काम आता है तो तुमको उसमें रखेंगे, फिलहाल कोई दिक्कत हो तो बताना. वे यहां तक आफर कर देते हैं कि अगर खाने रहने के लिहाज से आर्थिक संकट हो तो वो मदद कर देंगे.
कमेंट्स में उतपन्ना चक्रवर्ती जी जिस किस्म के स्माइली लगा लगा कर अपनी भाव भंगिमाओं से झांसी की रानी टाइप फील दे रही हैं उससे उनके प्रति सम्मान नहीं बल्कि हास्य का भाव उत्पन्न हो रहा है. इस पूरे प्रकरण में देखा जाए तो अपराधी उत्पन्न चक्रवर्ती हैं जो किसी के निजी चैट को सिर्फ खुद को झांसी की रानी दिखाने के चक्कर में पब्लिक कर दे रही हैं.
अगर अविनाश दास का अपराध चैट वाले सिर्फ तीन स्क्रीनशाट्स में सिमटा है तो इसमें कहीं कोई अपराध नहीं दिख रहा है. ऐसा लगता है कि इस लड़की को किसी ने प्लांट किया है अविनाश के खिलाफ ताकि उन्हें ट्रैप किया जा सके.
इस पूरे प्रकरण पर अविनाश दास की प्रतिक्रिया नहीं आई है. लड़की ने कोई लिखित शिकायत पुलिस में की है या नहीं, ये भी नहीं पता चला है. पर जिस किस्म की एफबी पोस्ट, कमेंट्स व स्क्रीनशाट्स हैं, उससे लगता है कि लड़की का मकसद किसी के कहने पर सिर्फ अविनाश दास का चरित्र हनन करना है. अगर किसी के कहने पर ऐसा नहीं किया गया है तो फिर लड़की मूर्खतापूर्ण आत्मविश्वास से लबरेज जिंदा मानव बम है जिसे धमाका करने के लिए किसी ठीकठाक प्रोफाइल वाले आदमी की तलाश थे और हत्थे चढ़ गए अविनाश दास!
ज्ञात हो कि अविनाश दास प्रभात खबर, एनडीटीवी समेत कई प्रतिष्ठित मीडिया संस्थानों में वरिष्ठ पदों पर रहे हैं. हिंदी ब्लागिंग के पुरोधाओं में शुमार किए जाते हैं. वे कई फिल्मों, धारावाहिकों, वेब सीरिज का निर्देशन कर चुके हैं. अविनाश स्त्री की गरिमा और सम्मान के लिए लड़ने वाले लोगों मेंं शुमार किए जाते हैं.
इस पूरे प्रकरण पर उत्पन्न और अविनाश की तरफ से अगर कोई पक्ष भेजा जाता है तो उसका भड़ास पर ससम्मान प्रकाशन किया जाएगा. भड़ास की मेल आईडी है- [email protected]
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