इलाहाबाद। यूपी में सरहंगों के आगे कानून व्यवस्था बौनी और पुलिस असहाय साबित हो रही है। ताजा मामला इलाहाबाद जिले के गंगापार के नवाबगंज क्षेत्र के भगौतीपुर गांव का है। दबंगों ने एक मजदूर किशोर को पहले पेड़ में बांधकर मार पीटकर अधमरा किया। बाद में उसे जिंदा दफन करने की कोशिश की गई। श्रृंग्वेरपुर पुलिस चैकी के दरोगा पुलिसबल के साथ मौके पर पहुंचे और किशोर की जान बचाई। पुलिस को देख चार युवक वहां से भागने लगे। पुलिस ने तीन लोगो को घेरकर पकड़ लिया। भुक्तभोगी युवक के पिता ने नवाबगंज थाने में इस अमानवीय घटना के बारे में पुलिस को तहरीर दी है।
भगौतीपुर निवासी दलित लक्ष्मण का परिवार मजदूरी कर गुजर बसर करता है। लक्ष्मण के सोलह वर्षीय बेटे बजरंगी को गांव के खेत में काम करने के बाद भी मजदूरी नहीं मिली तो उसने काम पर जाना बंद कर दिया। भुक्तभोगी युवक के परिजनों के मुताबिक, रविवार को गांव के अख्तर, अखताब, मोज्जम आदि बजरंगी के घर पहुंचे और उसे उठा ले गए। बजरंगी ने बताया कि उसे घर से उठाने के बाद थोड़ी दूर ले जाया गया और पेड़ में बांधकर मारापीटा गया। आरोप है कि मारने पीटने के बाद बजरंगी को कब्रिस्तान के पास एक गड्ढा खोदकर जिंदा दफन करने का प्रयास किया जा रहा था। इतनी देर में बजरंगी के घर वाले रोते-कलपते पास की पुलिस चैकी श्रृंग्वेरपुर पहुचे और घटना की जानकारी दी।
चौकी के दरोगा पुलिसबल के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस को देख मौके पर युवक को छोड़कर चार लोग वहां से भागने लगे। पुलिस ने घेरकर तीन युवकों को पकड़ लिया जबकि एक युवक मौके से भागने में कामयाब हो गया। पुलिस तीनों युवकों को पकड़कर नवाबगंज थाने ले गई। थोड़ी देर बाद तीनों युवकों को थाने से छोड़ दिया गया। देर शाम पुलिस ने भुक्तभोगी युवक से तहरीर तो ले ली पर समाचार भेजे जाने तक मुकदमा दर्ज नहीं किया जा सका है। एसओ पंकज सिंह ने बताया कि भुक्तभोगी युवक बजरंगी की तरफ से तहरीर दी गई है। दूसरे पक्ष ने भी युवक पर चोरी का इल्जाम लगाते हुए तहरीर दी है। मामले की जांच की जा रही है।
पत्रकारों पर उतारी खीझ
युवक को जिंदा दफनाने की कोशिश की जानकारी मिलने के बाद स्थानीय पत्रकार कवरेज के लिए थाने पहुंचे। भुक्तभोगी युवक की फोटो खींचना चाही तो पुलिस ने अभद्रता कर कैमरे से फोटो डिलीट कराने का दबाव डाला। पत्रकारों के इंकार करने पर भला बुरा तक कह डाला।
विधायक के फोन पर थाने से छोड़े गए आरोपी
चैकी की पुलिस तीन युवकों को मौके से पकड़कर थाने लायी थी। भुक्तभोगी दलित युवक के परिजन चीख चीखकर थाने में अमानवीय घटना के बारे में जानकारी दे रहे थे। इसी बीच थाने में एक फोन आने के बाद पकड़े गए तीन आरोपियों को पुलिस ने बाइज्जत छोड़ दिया। इस घटना को लेकर इलाके में कई तरह की चर्चा है। सूत्रों की मानें तो स्थानीय विधायक के फोन पर तीनों आरोपियों को थाने से छोड़ना पड़ा। इस बारे में विधायक ने जानकारी होने से इंकार किया।
बोले परिजन-न्याय न मिला तो अफसरों का दरवाजा खटखटाएंगे
दलित युवक के परिजनों का साफतौर पर कहना है कि उनका परिवार दहशत में है। परिवार के मुखिया लक्ष्मण ने बताया कि न्याय न मिलने पर वे अफसरों से मिलकर मामले की शिकायत करेंगे।
इलाहाबाद से शिवाशंकर पांडेय की रिपोर्ट।