Connect with us

Hi, what are you looking for?

प्रिंट

मजीठिया : जितेंद्र जाट की जीत से पत्रिका प्रबन्धन में भारी बौखलाहट

पत्रिका ग्वालियर के जितेंद्र जाट की शानदार जीत पत्रिका प्रबन्धन को हजम नहीं हो रही, इसीलिए जाट को जिस जगह बैठाया गया है उस जगह पर ख़ास तौर से CCTV कैमरा लगा दिया गया है ताकि यह देखा जा सके कि जाट से कौन-कौन कर्मचारी बात कर रहा है ताकि बाद में जाट से बात करने वाले कर्मचारी को सजा दी जा सके। साथ ही जाट के CCTV रेंज से बाहर जाते ही फोन कर पूछा जाता है कि जाट इस समय कहाँ पर हैं? कहीं कर्मचारियों से बात कर उनको मजीठिया क्लेम के लिए तैयार तो नहीं कर रहा?

<script async src="//pagead2.googlesyndication.com/pagead/js/adsbygoogle.js"></script> <script> (adsbygoogle = window.adsbygoogle || []).push({ google_ad_client: "ca-pub-7095147807319647", enable_page_level_ads: true }); </script><p>पत्रिका ग्वालियर के जितेंद्र जाट की शानदार जीत पत्रिका प्रबन्धन को हजम नहीं हो रही, इसीलिए जाट को जिस जगह बैठाया गया है उस जगह पर ख़ास तौर से CCTV कैमरा लगा दिया गया है ताकि यह देखा जा सके कि जाट से कौन-कौन कर्मचारी बात कर रहा है ताकि बाद में जाट से बात करने वाले कर्मचारी को सजा दी जा सके। साथ ही जाट के CCTV रेंज से बाहर जाते ही फोन कर पूछा जाता है कि जाट इस समय कहाँ पर हैं? कहीं कर्मचारियों से बात कर उनको मजीठिया क्लेम के लिए तैयार तो नहीं कर रहा?</p>

पत्रिका ग्वालियर के जितेंद्र जाट की शानदार जीत पत्रिका प्रबन्धन को हजम नहीं हो रही, इसीलिए जाट को जिस जगह बैठाया गया है उस जगह पर ख़ास तौर से CCTV कैमरा लगा दिया गया है ताकि यह देखा जा सके कि जाट से कौन-कौन कर्मचारी बात कर रहा है ताकि बाद में जाट से बात करने वाले कर्मचारी को सजा दी जा सके। साथ ही जाट के CCTV रेंज से बाहर जाते ही फोन कर पूछा जाता है कि जाट इस समय कहाँ पर हैं? कहीं कर्मचारियों से बात कर उनको मजीठिया क्लेम के लिए तैयार तो नहीं कर रहा?

Advertisement. Scroll to continue reading.

इस तरह की तमाम आशंकाओं के कारण जाट पर पत्रिका के हेड ऑफिस जयपुर और ग्वालियर से दोहरी नजर रखी जा रही है। वहीँ दूसरी तरफ भोपाल के साथियों का केस भी फैसले के नजदीक है जिसमें पत्रिका प्रबन्धन को 100 प्रतिशत आशंका है कि भोपाल से भी 440 वोल्ट का झटका लगने वाला है इसीलिए भोपाल लेबर कोर्ट में न तो पत्रिका के लीगल मामले देखने वाला उपस्थित हो रहा और ना ही पत्रिका का वकील यह कह रहा कि जवाब जयपुर से आएगा। वर्ना अभी तक पत्रिका का वकील जयपुर से मिले दिशानिर्देश के अनुसार ही काम किया करता था लेकिन अब वकील अपने हिसाब से ही कोर्ट की कार्यवाही निबटा रहा है। इससे साफ़ तौर पर पत्रिका प्रबन्धन की घबराहट नजर आ रही है।

जाट की जीत से पहले तक अपने आपको चाणक्य मानने वाले पत्रिका के आला अधिकारियों ने अपने मालिकों को आश्वस्त किया हुआ था कि आप चिंता मत करो हम बैठे हुए हैं, हम कर्मचारियों को जीतने नहीं देंगे। लेकिन हुआ उलटा ही। इससे पत्रिका के मालिक चिढ गए उन चाणक्यों पर। इसी वजह से आला अधिकारियों का फ्यूज उड़ गया। अब उन्हें कुछ सूझ नहीं रहा कि क्या किया जाये?

Advertisement. Scroll to continue reading.

मूल खबर :


Advertisement. Scroll to continue reading.
Click to comment

0 Comments

  1. RAM SINGH SAKYA

    October 13, 2017 at 9:55 am

    IS DUNIYA MAIN BHAGWAN KE GHAR DER HAI ANDHERE NAHI HAI . GULAB KOTHARI KA BHEE AAB PAP KA GHADA BHAR GAYA HAIN FUTNE WALA HAI . YE SHRIMAN AAPNE AAP KO BAHUT BADA IMADAR BATATE HAIN JABKI AGAR INKE KARNAME KO DEKHA JAI TO AAP SABE BADE BHRUSTH BAIEMAN HIN. DUIYAN KO GYAN KA UPDESH DETE HAIN AUR APNE HE GRAHWAN MAIN NAHI JHAKETE HAIN KI HAM APNE KARMACHAIRYOE KE SATH KITNA INSAF KARE RAHIE HAIN . IN MANAS KE RACHANAKAR AVAM MAIN HEE RADHA MAIN HEE KRISHAN KE MAHAN WIRTER SARKAOR KO GYAN BANTE HAIN KI CRUPTION KITNA BAD RAHA GOVERNMENT ARE WORKING IDLE BUT I WANT TOKNOW HOW MUCH U ARE HONES TOWARD YOUR EMPLYEES. YOU HAVE NOT GIVEN EVEN MANI SANA WAGE BOARD AND YOU SHOWING THAT U R THE ONLY HONEST PERSON OF THIS UNIVERS. NOW YOUR TIME HAS COME THE PICHER OF YOUR SIN IS NOT EXIXT MORE TIME HAS COME TO BROKEN.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Advertisement

भड़ास को मेल करें : [email protected]

भड़ास के वाट्सअप ग्रुप से जुड़ें- Bhadasi_Group

Advertisement

Latest 100 भड़ास

व्हाट्सअप पर भड़ास चैनल से जुड़ें : Bhadas_Channel

वाट्सअप के भड़ासी ग्रुप के सदस्य बनें- Bhadasi_Group

भड़ास की ताकत बनें, ऐसे करें भला- Donate

Advertisement