चमोली जिले की भारत तिब्बत चीन सीमा के बाडाहोत्ती बार्डर से इस बार समय से पहले भारतीय चरवाहों और उनकी भेड बकरियों के झुंडों की लगातार वापसी हो रही है… अक्सर सितम्बर माह में ऊपरी पठारी धुरों से निचले तराई भावर के गर्म ईलाकों में जाने वाले इन सैकडों चरवाहों की भेड बकरियां इस बार बार्डर पर चीनी सैनिकों की धमाचौकडी के चलते जल्दी लौटने को मजबूर हो गयी हैं..
बाडाहोत्ती बार्डर से लौट रहे भारतीय चरवाहे राजेन्द्र सिंह (पैनी गांव) ने बताया कि चीनी सैनिकों से बाडाहोत्ती बार्डर के चरागाहों में दो बार इस सीजन में आमना सामना हुआ था… उन्होंने इस बार हमें हानि नहीं पहुंचायी लेकिन कड़े शब्दों में बार्डर से वापस लौटने की चेतावनी जरूर दे गये… अब ऐसे में कोई बड़ा हादसा न हो इसलिये चरवाहों ने यहां से लौटने में ही भलाई समझी… इससे एक बात साफ हो गयी कि बाडाहोत्ती बार्डर में दो बार चीनी हलचल / घुसपैठ जरूर हुयी है.. देखें वीडियो…
ॠषिकेश से विनिता खुराना की रिपोर्ट.