चंडीगढ। नशे की तस्करी के मामलों में पंजाब सरकार के काबीना मंत्री बिक्रमजीत सिंह मजीठिया से पूछताछ करने वाले प्रवर्तन निदेशालय अधिकारी के स्थानांतरण का मामला अब पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय पहुंच गया है। नशे की तस्करी करने वाले गिरोह के सरगना जगदीश सिंह भोला के पिता बलछिंदर सिंह ने बीते दिन सोमवार को पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय में याचिका दायर कर निदेशालय अधिकारी के तबादला कराने की जांच कराए जाने की मांग की है। इस 6000 करोड़ के ड्रग्स रैकेट की जांच कर रहे निदेशालय के अधिकारी के तबादले का मामला हाईकोर्ट पहुंचने से पंजाब ही नहीं केन्द्र की राजनीति भी गर्माने लगी है।
एक हिन्दी अखबर में छपी खबर के अनसार पंजाब सरकार के मंत्री मजीठिया से पूछताछ करने वाले प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारी का तबादला कोलकात्ता कर दिया गया है। छपी खबर में बताया गया है कि ड्रग रैकेट सरगना भेला का पिता पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय में एक आवेदन दाखिल कर कहा है कि जिन अधिकारियों का स्थानांतरण किया गया है वे मामले की तह तक पहुंचने वाले थे लेकिन बीच में ही उनका स्थानांरिण कर दिया गया। इससे जांच में व्यावधान पडने की पूरी संभावना है। यही नहीं याची ने न्यायालय को यह भी बताया है कि पुलिस अभिरक्षण में अनके बेटे की हत्या हो सकती है क्योंकि भोला इस मामले में बडे रैकेटियर का अहम सुराग है।
याचिका में कहा गया कि जब ईडी के अधिकारी खुद को सुरक्षित महसूस नहीं कर रहे और उन्हें पंजाब पुलिस के लोग धमकी दे रहे हैं तो उनका बेटा जिसे सरगना माना जा रहा है, कहां सुरक्षित है। याचिका में मांग की गई कि मंत्री से पूछताछ करने वाले अधिकारी का तबादला और ईडी अधिकारियों को धमकी देने के मामलों की निष्पक्ष जांच कराई जानी चाहिए। साथ ही जांच न्यायालय के देख-रेख में हो। याचिका में बलछिंदर ने कहा कि उनके बेटे भोला को पंजाब पुलिस किसी दूसरे केस में पूछताछ के लिए मुंबई ले जाने की योजना बना रही है। ऐसे में उन्हें आशंका है कि पुलिस रास्ते में फर्जी मुठभेड़ दिखा कर उसे मार सकती है। भोला ने इससे पहले समाचार माध्यमों में कहा था कि वह किसी मंत्री का नाम नशे की तस्करी के मामले में लेना चाहता है लेकिन उसे आशंका है कि उसे कहीं जान से न मार दिया जाए। जानकारी में हो कि पंजाब पुलिस से डिसमिस डीएसपी जगदीश सिंह भोला को सिंथेटिक ड्रग्स के साथ गिरफ्तार किया गया था।