महोबा, उत्तर प्रदेश में ग्राम प्रधान द्वारा पत्रकार पर दर्ज कराए गए फर्जी मुकदमें को लेकर जनपद के पत्रकारों में आक्रोश देखने को मिला है। जिसके चलते संयुक्त मीडिया क्लब के बैनर तले इकट्ठा हुए महोबा और बांदा के सैंकड़ों पत्रकारों ने सड़क पर उतरकर प्रदर्शन किया। काली पट्टी बांधकर पत्रकारों ने फर्जी मुकदमें को लेकर न केवल नाराजगी जाहिर की बल्कि डीएम की चौखट पर रामधुन, ‘रघुपति राघव राजा राम’ गाकर फर्जी मुकदमा वापस लेने की मांग उठाई। पत्रकारों ने डीएम और एसपी को ज्ञापन सौंपकर पत्रकार पर दर्ज मुकदमें की निष्पक्ष जांच कराए जाने की मांग की है।
आपको बता दें कि विकासखंड पनवाड़ी, ग्राम बम्होरी कुर्मिन में प्रधान द्वारा मनरेगा में घपलेबाजी और अन्य अनियमित्ताओं की शिकायतों के आधार पर स्थानीय पत्रकार अरविंद चतुर्वेदी ने खबरों को प्रकाशित किया था। जिस पर प्रधान ने पत्रकार की आवाज दबाने के लिए साजिशन झूठी शिकायत देकर फर्जी मुकदमा दर्ज कराया। इस मामले को लेकर जनपद के सबसे बड़े पत्रकार संगठन संयुक्त मीडिया क्लब ने आवाज उठाते हुए सड़क पर उतरकर प्रदर्शन किया। संगठन के संरक्षक एचके पोद्दार की अध्यक्षता और जिला अध्यक्ष भगवान दीन यादव सहित बांदा प्रेस क्लब के अध्यक्ष दिनेश निगम दद्दा के नेतृत्व में इकट्ठा हुए सैंकड़ों पत्रकारों ने सड़क पर उतरकर प्रदर्शन किया है। इस दौरान पत्रकारों ने हाथ में काली पट्टी बांधकर न केवल एकता का परिचय दिया बल्कि साथी पत्रकार पर दर्ज हुए मुकदमें को वापस लिए जाने की मांग उठाई।
बांदा प्रेस क्लब ने पीड़ित पत्रकार के समर्थन में आवाज बुलंद की है। पुलिस अधीक्षक कार्यालय में प्रदर्शन के बाद पत्रकारों के प्रतिनिधिमंडल दिनेश निगम दादा, एच के पोद्दार, भगवानदीन यादव, सचिन चतुर्वेदी, संयुक्त मीडिया क्लब के बुंदेलखंड प्रभारी इरफान पठान और प्रेस क्लब एसोसिएशन के जिला अध्यक्ष अमित श्रोतीय द्वारा ज्ञापन सौंपते हुए मांग रखी गई कि पत्रकार अरविंद चतुर्वेदी पर झूठी शिकायत के आधार पर दर्ज हुए मुकदमे की निष्पक्ष जांच कार कर मुकदमें को खत्म किया जाए साथ ही झूठा मुकदमा दर्ज करने पर आरोपी प्रधान के खिलाफ मुकदमा लिखे जाने की भी मांग की गई है। बताया जा रहा है कि, सभी पत्रकार पैदल जिला अधिकारी कार्यालय पहुंचे जहां पर सभी ने कार्यालय के बाहर बैठकर “रामधुन रघुपति राघव राजा राम” गाते हुए निर्दोष पत्रकार की आवाज दबाने के लिए दर्ज किए गए मुकदमे को खत्म किए जाने की मांग की गई और इस दौरान पत्रकारों ने जमकर नारेबाजी की।