विक्रम सिंह चौहान-
मैं सौ बार कह चुका हूँ फिर कह रहा हूँ संजीव भट्ट को अदालत के रास्ते कोई न्याय नहीं मिलेगा। सुप्रीम कोर्ट ने आज फिर संजीव भट्ट की उम्रकैद की सजा को निलंबित करने की याचिका को 6 हफ्ते के लिए टाल दिया है।
अदालत तारीख पर तारीख दे रही है। किसी न किसी बहाने से संजीव भट्ट के मामले को आगे बढ़ा रहें हैं। जब किसी अर्णब, अडानी और अम्बानी की सुनवाई होनी रहती है तो सुप्रीम कोर्ट हफ्ते भर के अंदर राहत दे देती है लेकिन जब मामला संजीव भट्ट का आता है तब मिलती है तारीख!
अब तो मुझे लगता है सुप्रीम कोर्ट के जज मोदी से फोन पर बात करने के बाद संजीव भट्ट के डेट डिसाइड कर रहे हैं।जिस तरह से न्यायपालिका में कार्यपालिका का दखल हुआ है और सीधे अपने पसंद के वकीलों को कॉलेजियम सिस्टम से जज बनाया गया है यह कोई ताज्जुब की बात नहीं है।

इसे भी पढ़ें-