अश्विनी कुमार श्रीवास्तव-
दुनिया के पहले सबसे धनी व्यक्ति एलेन मस्क और दूसरे नंबर पर मौजूद जेफ बेज़ोस, दोनों के बीच एक जबरदस्त साम्यता है … वह यह कि दोनों ने कुछ ही बरस पहले महज एक छोटे से किराए के कमरे और एक कम्प्यूटर से अपना बिजनेस शुरू किया था …और इतने ही कम समय में दुनिया के सबसे धनी व्यक्ति होने का रुतबा हासिल कर लिया…
एक और साम्यता यह भी है कि दोनों ने नई तकनीक यानी इनोवेशन को बिजनेस से जोड़कर यह चमत्कार किया है. लेकिन दोनों में से मस्क का चर्चा इन दिनों इस लिए ज्यादा है कि मस्क ने धरती पर जबरदस्त स्पीड से यात्रा करने के लिए हाइपर लूप तकनीक, पेट्रोल-डीजल के विकल्प के रूप में इलेक्ट्रिक कार, अंतरिक्ष में जाकर वापस आने के लिए बार बार यूज हो सकने वाले स्पेस शटल से स्पेस ट्रैवल और धरती के बाहर अंतरिक्ष में मानव बस्तियां बसाने जैसे क्षेत्रों में कामयाबी के झंडे गाड़ रखे हैं.
वे अपने लक्ष्यों से दुनिया बदल देने के जुनून में इस कदर डूबे हुए हैं कि निर्धन युवा से दुनिया का सबसे अमीर आदमी बनने के छोटे से सफर में वह कई कई बार न सिर्फ कंगाल हो गए थे बल्कि करोड़ों- अरबों डॉलर के कर्ज में डूब गए थे.
जीवन में पहली बार जब उन्होंने एक कम्पनी बनाकर उसे जबरदस्त कामयाबी दिलाई थी तो उसी कम्पनी से उन्हें निकाल दिया गया था. फिर उन्होंने अपनी सारी कमाई तकनीक को लेकर अपने जुनून में खर्च करनी शुरू कर दी थी.
चार बार स्पेस शटल की उड़ान फेल हो जाने के बाद जब कर्जों में डूबकर वह पांचवी उड़ान की तैयारी कर रहे थे तो एक टीवी इंटरव्यू में मस्क से पत्रकार ने पूछा कि पांचवी उड़ान के फेल होने के बाद तो आप पूरी तरह से बर्बाद हो चुके होंगे… फिर आप क्या करेंगे… तो मस्क ने कहा – छठी उड़ान की कोशिश…. पत्रकार ने फिर पूछा- यह कैसे करेंगे? तो मस्क ने कहा- पता नहीं….लेकिन यह कोशिश तभी बंद करूंगा, जब मर जाऊंगा. जब तक जिंदा हूं, हार नहीं मानूंगा.