Yashwant Singh : भड़ास Bhadas4media की रीलांचिंग प्रक्रिया आज से शुरू हो रही है. वरिष्ठ पत्रकार परांजय गुहा ठाकुरता के हाथों इसकी शुरुआत होगी. अभी कई कमियां हैं वेबसाइट में, जिसे दूर करने में लगे हैं, लेकिन मोटामोटी जो हम लोग चाहते थे, वह नई वेबसाइट में है. एक तो यह पिक्टोरियल है. बड़ी बड़ी तस्वीरें तुरंत ध्यान खींचती हैं. सोशल मीडिया के बटन आर्टकिल के साथ है जिससे आप तुरंत आर्टकिल को एफबी या ट्विटर या गूगल प्लस पर शेयर कर सकते हैं. सबसे बड़ी बात कि हम इस टेंपलेट के जरिए जूमला के लैटेस्ट वर्जन का यूज करने लगे हैं.
भड़ास जनता की, आम मीडियाकर्मियों की वेबसाइट है इसलिए इसमें थोड़ी बहुत टूटफूट, कमी, देसजपना, ऐब जरूरी है. हम लोग कभी नहीं चाहते कि हमाारा लुक एंड फील कार्पोरेट किस्म का हो. बनारस की तरफ कहवात है- ”कुल कुक्कुर कसिये चल जइहन त गंउवां क हंड़िया के चाटी”. तो हम लोग उस किस्म के लोग हैं जो मोक्ष की चाह नहीं रखते. बने बनाए रास्तों पर नहीं चलते. ऐसा ही कुछ भड़ास है. ऐसे ही कुछ हम भड़ासी हैं.
तो इसी भड़ास http://bhadas4media.com/ का आज से रीलांच पर्व शुरू होने जा रहा है. इसे कोई एक शख्स नहीं लांच करेगा. इसे हर कोई लांच करेगा. आप भी लांच करेंगे. जनता लांच करेंगी. इस सिलसिले की शुरुआत आज जाने माने पत्रकार परांजोय गुहा ठाकुरता करेंगे. ठाकुरता साब वही शख्स हैं जिनने अंबानी की लूट पर एक किताब लिखी है और इस किताब को लेकर उन्हें कई तरह से परेशान किया जा रहा है. कार्पोरेट लूट और मीडिया के कार्पोरेटाइजेशन के खिलाफ लगातार लिखने बोलने वाले ठाकुरता साब समकालीन सरोकारी पत्रकारों और रीढ़ वाले पत्रकारों की सूची में प्रमुख हैं. आज शाम छह बजे ठाकुरता साब भड़ास को रीलांच करेंगे.
इसके बाद आप सब भी भड़ास को रीलांच करिए. अपने लैपटाप या कंप्यूटर पर भड़ास खोलकर बैठिए और माउस पकड़कर भड़ास के लोगो के पास कर्सर ले जाइए. इसी सीन, दृश्य को कैमरे / मोबाइल में किसी से उतरवा लीजिए. अपने परिचय और कैप्शन के साथ भड़ास के पास तस्वीर मेल से [email protected] मेल पर भेज दीजिए. आपके द्वारा भड़ास की रीलांचिंग को भड़ास पर ससम्मान प्रकाशित किया जाएगा. है न ये गजब का भड़ासी आइडिया!
भड़ास के एडिटर यशवंत सिंह के फेसबुक वॉल से.
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