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दैनिक जागरण चंडीगढ़ से चार का तबादला, दो का इस्तीफा

चार महीने में वेंटीलेटर पर पहुंच गया दैनिक जागरण चंडीगढ़ :  दैनिक जागरण चंडीगढ़ से खबर है कि नये सिटी चीफ की कार्यप्रणाली से लगातार गिर रहा है जागरण सिटी का ग्राफ. डा. सुमित ने अपने साथ नये कर्मचारी लाकर उनको मोटा वेतन लगवाया. इसके बाद जागरण सिटी के चार पुराने कर्मचारियों संजीव सलारिया, साजन शर्मा, बालादत्त पुजारी, अविनाश का ट्रांसफर करवाया. इसके बाद पुराने कर्मचारी जो रह गए थे, उनको तंग करना शुरू कर दिया. तब दो कर्मचारी सुशील और अमित गाौतम को मजबूरी में दैनिक जागरण से त्यागपत्र देना पड़ा.

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चार महीने में वेंटीलेटर पर पहुंच गया दैनिक जागरण चंडीगढ़ :  दैनिक जागरण चंडीगढ़ से खबर है कि नये सिटी चीफ की कार्यप्रणाली से लगातार गिर रहा है जागरण सिटी का ग्राफ. डा. सुमित ने अपने साथ नये कर्मचारी लाकर उनको मोटा वेतन लगवाया. इसके बाद जागरण सिटी के चार पुराने कर्मचारियों संजीव सलारिया, साजन शर्मा, बालादत्त पुजारी, अविनाश का ट्रांसफर करवाया. इसके बाद पुराने कर्मचारी जो रह गए थे, उनको तंग करना शुरू कर दिया. तब दो कर्मचारी सुशील और अमित गाौतम को मजबूरी में दैनिक जागरण से त्यागपत्र देना पड़ा.

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चंडीगढ़ में जो बचे पुराने लोग हैं, उन्हें लगातार मानसिक तौर पर प्रताडि़त किया जा रहा है. प्रशासन, पीजीआई, नगर निगम और क्राइम बीट चंडीगढ़ की नब्ज है. इन चारों बीटों में अक्सर दैनिक जागरण से बड़ी खबरें मिस होती है. चार महीने में लगभग इन सभी बीटों की 60 से अधिक खबरें मिस हुई हैं. परंतु डा. श्योराण अखबार का ग्राफ बढ़ाने में बुरी तरह विफल हुये. जागरण का सर्कुलेशन भी पिछले चार महीने में लगभग 400 कॉपी चंडीगढ़ में कम हो गया है. इसके चलते मजबूरन अब जागरण को सर्वे शुरू करना पड़ रहा है. डा. श्योरण की तानाशाही कार्यप्रणाली के चलते दैनिक जागरण चंडीगढ़ में हाल बेहाल है.

एक मीडियाकर्मी द्वारा भेजे गए पत्र पर आधारित.

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