आत्महत्या के दिन डीके रवि ने 44 बार की थी अपनी महिला मित्र से बात

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कर्नाटक के चर्चित आइएएस अधिकारी डीके रवि की रहस्यमय मौत के मामले ने आज एक नया मोड ले लिया. मीडिया में जिस तरह की खबरें आ रही हैं, उसके संकेत हैं कि एक मजबूत इच्छाशक्ति वाला अधिकारी भावुकता के भंवर में फंस गया. खबर है कि उन्होंने अपनी रहस्यमय मौत से पहले अपनी एक बैचमेट महिला आइएएस अधिकारी से फोन पर 44 बार बात की. यहां तक कि आत्महत्या से पहले रवि ने जो अंतिम टेक्स्ट मैसेज किया, उसमें भी लिखा, वी विल मीट इन ऑवर नेक्स्ट लाइफ यानी हम अब अपने अगले जीवन में मिलेंगे. हालांकि  उनकी मौत के बाद यह संदेह हो रहा था कि एक मजबूत शख्स जिसने माफियाओं के खिलाफ कभी कदम पीछे नहीं खीचे वह उनकी धमकी से कैसे जान दे देगा?

महिला अधिकारी ने सारा मामला सामने आने के बाद राज्य के मुख्य सचिव कौशिक मुखर्जी के पास अपना पक्ष रखा है. उन्होंने कहा है कि इस संबंध में उनके पास जो भी तथ्य, इमेल, मैसेज आदि हैं वे जांच के लिए उपलब्ध कराने को तैयार हैं. उक्त महिला अधिकारी का कहना है कि डीके रवि उनसे शादी करना चाहते थे, लेकिन उन्होंने शादी से साफ मना किया था. उक्त महिला अधिकारी के अनुसार, रवि चाहते थे कि वह अपने पति को छोड दें और उनसे शादी कर लें. पर, वह ऐसा नहीं करना चाहती थीं. वह अपने पति व एक बच्चे के अपने छोटे परिवार में खुश थीं. 

महिला अधिकारी मीडिया में इस आशय की खबरें आने के बाद कि रवि ने प्रेम संबंध में आत्महत्या कर ली, बेंगलुरु पहुंचीं और मुख्य सचिव कौशिक मुखर्जी से मिल कर अपना पक्ष रखा. उन्होंने रवि से अपने प्रणय संबंधों को खारिज किया और कहा कि वे दोनों ट्रेनिंग के दौरान साथ थे. महिला आइएएस अधिकारी आंध्रप्रदेश मूल की रहने वाली हैं और कर्नाटक कैडर की अधिकारी हैं. वे फिलहाल कर्नाटक की एक जिला पंचायत की सीइओ के रूप में तैनात हैं. उन्होंने कैमिकल इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की है. उनके पति शॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं, जो रियल इस्टेट का अपना कारोबार करते हैं.

डीके रवि की मौत बेंगलुरु स्थित उनके अपार्टमेंट में हुई थी. उनका शव उनकी पत्नी की साडी से लटकता हुआ पाया गया था, जबकि ड्राइवर नीचे उनका इंतजार कर रहा था. उनकी मौत के बाद उनके परिजनों ने विधानसभा के पास धरना भी दिया और सीबीआइ जांच कराने नहीं तो आत्महत्या कर लेने की चेतावनी सरकार को दी. इस दर्दनाक घटना के बाद उनकी वृद्ध दादी की आज  हृदयाघात से मौत हो गयी है, जबकि उनकी मां की तबीयत बिगडने के बाद उन्हें अस्पताल में भरती कराया गया है.

रवि की मौत के बाद कर्नाटक आंदोलित है. विपक्ष इस मुद्दे की सीबीआइ जांच की मांग कर रहा है. जनता बारबार सडकों पर उतर रही है. विपक्षी भाजपा ने केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह से इस मामले में मुख्यमंत्री सिद्धरमैया को सीबीआइ जांच का निर्देश देने को कहा है. वहीं, राज्य सरकार ने कहा है कि इस मामले की 23 मार्च को सीआइडी जांच की अंतरिम रिपोर्ट आने के बाद ही वह इस संबंध में फैसला करेगी. 

बहुत सारे लोग अबतक इस मामले को जिला कलेक्टर के रूप में डीके रवि द्वारा बालू माफियाओं के खिलाफ चलाये गये अभियान से जोड कर देख रहे हैं. रवि ने टैक्स चोरों के खिलाफ भी कार्रवाई की थी. वे इस कारण जनप्रिय अधिकारी बन गये थे. उन्हें अक्सर माफियाओं के द्वारा जान मारने की धमकी दी जाती थी, जिससे वे कभी घबराये नहीं. ऐसे में लोगों की अबतक यह धारणा  रही है कि शायद इसी कारण उनकी हत्या हुई या उन्होंने आत्महत्या की. हालांकि सोमवार को मौत से पहले वे अपने कार्यालय गये थे और अधिकारियों के साथ बैठक कर जल्द घर से लौटने की बात कही थी.

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