ये तो सभी जानते हैं कि योगी आदित्यनाथ जब सीएम नहीं थे, तब भी उनके सबसे करीबी आदमी राघवेंद्र प्रताप सिंह हुआ करते थे. डुमरियागंज से विधायक बने राघवेंद्र प्रताप सिंह की हैसियत इन दिनों अघोषित रूप से डिप्टी सीएम की हो चुकी है. ऐसा उनके सगे बड़े भाई का कहना है.
एक आडियो वायरल हुआ है जिसमें राघवेंद्र प्रताप सिंह के सगे बड़े भाई एक पंडीजी को बहुत मीठे तरीके से समझा रहे हैं. पंडीजी को शराब की एक दुकान चलाने के लिए ठेका मिला है. इस दुकान को राघवेंद्र प्रताप सिंह अपने खास लोगों की दुकान बताते हुए इस पर से दावेदारी वापस लेने की बात पंडीजी को समझा रहे हैं.
इस बातचीत में कहीं कोई सीधी धमकी या गाली-गलौज नहीं है. लेकिन ये स्पष्ट है कि शराब की दुकान चलाने का लाइसेंस वैध तरीके से पाने के बावजूद पंडीजी को इस पर से अपना दावा वापस लेने के लिए समझाया जा रहा है. इस समझाने में धमकाना तो निहित ही है.
फिलहाल इस टेप को योगी के ठाकुर राज में राजपूतों के बढ़े हुए प्रभुत्व और ब्राह्मणों की मलिन हुई हैसियत के रूप में प्रचारित किया जा रहा है.
कुल मिलाकर बातचीत मजेदार है जिसमें आप ये सुन सकते हैं कि किस तरह डीएम के बारे में टिप्पणी की जा रही है और विधायक राघवेंद्र को किस रूप में प्रचारित किया जा रहा हैं.
टेप सुनने के लिए नीचे क्लिक करें :