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जिसका हुआ अपहरण उसी पर हुई एफआईआर, जय हो योगी सरकार!

दीपांकर-

IIMC से पढ़ाई कर चुके और देश के जाने-माने मीडिया संस्थानों के लिए फ्रीलांस कर रहे पत्रकार अमन गुप्ता के पिता शिवकुमार गुप्ता जी का कुछ अपराधियों ने व्यावसायिक प्रतिद्वंदिता के कारण हमीरपुर में अपहरण किर लिया.. फिर उनके पिता को बंधक बनाकर मारपीट की गई और अपराधियों द्वारा धमकी दी गई कि जिसको जो बताना है जाकर बता दो.

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अपहरणकर्ता अपराधियों के हौसले इतने बुलंद निकले कि अमन के पिता से मारपीट करने के बाद अपराधियों ने उन्हें हमीरपुर कोतवाली गेट के सामने फेंक दिया.

पब्लिक के हंगामे के बीच पुलिस ने 5 लोगों पर अपहरण का मुकदमा दर्ज किया और 1 अपराधी की त्वरित गिरफ्तारी करके हमीरपुर जिला पुलिस ने अपनी पीठ थपथपवा ली, बाकी अपराधी अपहरणकर्ताओं की गिरफ्तारी अभी तक नहीं हो सकी हो सही है.

अमन के पिता जी का मेडिकल हुआ और उसमें मारपीट की बात सच साबित हुई. लेकिन उल्टी लीला देखिए, घटना के दो दिन बाद ही स्थानीय पुलिस ने अपहरणकर्ताओं के परिवार की एप्लिकेशन को आधार बनाकर पत्रकार अमन गुप्ता पर ही उल्टा FIR दर्ज कर ली है.

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एक को छोड़कर बाकी अपहरणकर्ता खुले में घूम रहे हैं और पुलिस अपराधी अपहरणकर्ताओं के परिवार के बयान को सच मानकर उल्टा पीड़ित पर ही FIR दर्ज कर ले रही है. वो भी अपहरण और मारपीट की इतनी बड़ी घटना हो जाने के बाद.

6 तारीख को अमन के पिता का अपहरण हुआ उनसे मारपीट की गई। एक अपहरण कर्ता को गिरफ्तार करके पुलिस ने वाहवाही लूटी। लेकिन 8 तारीख को अपहरण कर्ता की पत्नी ने कहा कि 5 तारीख को ही उसके अपहरणकर्ता पति के साथ मारपीट की गई थी।

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क्या पुलिस ने अपराधी अपहरणकर्ताओं के परिवार से ये सवाल नहीं पूछा कि अगर 5 तारीख को मारपीट हुई थी तो पांच तारीख को पुलिस के पास आना था, या पुलिस के पास जाने से पहले व्यापारी का अपहरण करना था, मारपीट करनी थी, जान से मारने की धमकी भी देनी थी और उसके बाद पुलिस के पास उल्टी FIR लिखवाने आना था?

पीड़ित पक्ष पर ही उल्टी FIR लिखे जाने की परम्परा नई नहीं है. जिसका अपहरण हुआ वही दोषी है जिसके साथ लूट हुई वही सामान लेकर क्यों जा रहा था इस तरह की थ्योरी अब बहुत आम हो चली है.

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अपहरणकर्ताओं में से कुछ तो अस्सी के दशक से ही पुराने अपराधी रहे हैं, ये बात स्थानीय पुलिस भी जानती है लेकिन सिस्टम की माया पर सवाल उठाएंगे तो तटस्थ कहां रह पाएंगे?

अमन के पिता शिवकुमार गुप्ता को घायल अवस्था में कोतवाली के सामने फेंक कर अपहरणकर्ता खुले में घूम रहे हैं , और पुलिस अमन और उनके पिता पर ही FIR दर्ज कर रही है.

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जिसका हुआ अपहरण उसी पर हो रही है FIR. जय हो सरकार.

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